क्या है कीमत (एनएवी)
ग्रोथ विकल्प: 606 रुपये
डिविडेंड विकल्प: 44 रुपये
न्यूनतम निवेश: 5,000 रुपये
न्यूनतम एसआईपी: 500 रुपये
खर्च अनुपात: 2.24 फीसदी
एग्जिट लोड: 1 फीसदी (365 दिनों से पहले बाहर निकलने पर)
बिड़ला सन लाइफ कैश प्लस -ग्रोथ
Fund Key Highlights
1. Current NAV: The Current Net Asset Value of the Aditya Birla Sun Life Liquid Fund as of @@navdate@@ is Rs @@nav@@ for Growth option of its Regular plan.
2. Returns: Its trailing returns over different time periods are: 4.13% (1yr), 4.03% (3yr), 5.28% (5yr) and 6.97% (since launch). Whereas, Category returns for the same time duration are: 4.05% (1yr), 3.86% (3yr) and 5.13% (5yr).
3. Fund Size: The Aditya Birla Sun Life Liquid Fund currently holds Assets under Management worth of Rs 32807.07 crore as on Sep 30, 2022.
4. Expense ratio: The expense ratio of the fund is 0.33% for Regular plan as on Aug 31, 2022.
5. Exit Load: Aditya Birla क्या प्लस 500 लंबी अवधि के निवेश के लिए है Sun Life Liquid Fund shall attract an Exit Load, "Exit load of 0.0070% if redeemed within 1 day, 0.0065% if redeemed within 2 days, 0.0060% if redeemed within 3 days, 0.0055% if redeemed within 4 days, 0.0050% if redeemed within 5 days, 0.0045% if redeemed within 6 days."
6. Minimum Investment: Minimum investment required is Rs 500 and minimum additional investment is Rs 500. Minimum SIP investment is Rs 500.
SIP Return: 5 साल में 3 लाख के हुए 11 लाख, एसआईपी करने से पहले जानें सबकुछ
SIP Investment: म्युचुअल फंड में निवेश करने का सबसे सुरक्षित और बेहतर तरीका है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP).
How to Start SIP: शेयर बाजार में तेजी के साथ ही म्यूचुअल फंडों का रिटर्न भी बेहतर होने लगा है. लॉकडाउन के बाद इक्विटी फंडों में जोरदार तेजी देखने को मिली है, जिससे एक्सपर्ट एक बार फिर म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर पॉजिटिव हुए हैं. म्युचुअल फंड में निवेश करने का सबसे सुरक्षित और बेहतर तरीका है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP). एसआईपी में अपना पैसा एक मुश्त जमा करने की जगह हर महीने में तय किस्त के आधार पर जमा कर सकते हैं. छोटे रिटेल निवेशकों को यह एक बड़ी सुविधा है. क्योंकि इसमें समय समय पर अपने निवेश का आकलन कर एसआईपी की राशि बढ़ाई जा सकती है. एसआईपी में लंबी अवधि में हाई रिटर्न की संभावना भी ज्यादा होती है. बाजार में ऐसी बहुत सी एसआईपी स्कीम है जिनमें निवेशक 100 क्या प्लस 500 लंबी अवधि के निवेश के लिए है से 500 रुपये में भी अपना निवेश शुरु कर सकते हैं.
कैसा रहा है 5 क्या प्लस 500 लंबी अवधि के निवेश के लिए है साल का प्रदर्शन
बाजार में ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिनमें पिछले 5 साल में 15 से 25 फीसदी तक सालाना के हिसाब से रिटर्न मिला है.
PGIM इंडिया मिडकैप अपॉर्चुनिटी फंड
Post Office TD: ये सरकारी स्कीम 10 लाख पर देगी 3.8 लाख ब्याज, 1 साल से 5 साल तक निवेश के हैं विकल्प
Ujjivan Bank FD Interest Rate: उज्जीवन बैंक ने बढ़ाई एफडी दरें, 560 दिनों की FD पर मिलेगा 8.75% ब्याज
Best SIP for 5 Years Investment 2022: इस साल चुनें ये बेहतरीन एसआईपी, पांच साल में कमा सकते हैं बैंक एफडी से भी अधिक रिटर्न
5 साल का रिटर्न: 25%
5 साल में 5000 मंथली SIP की वैल्यू: 11 लाख रुपये
(कुल निवेश: 3 लाख रुपये)
मिनिमम SIP: 1000 रुपये
एसेट्स: 713 करोड़ (31 जनवरी, 2021)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.64% (31 जनवरी, 2021)
SIP के फायदे
- एसआईपी इक्विटी या डेट फंड में निवेश शुरु करने वाले उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो बाजार की जोखिम को कम करना चाहते हैं.
- इसके जरिए कैपिटल मार्केट में छोटी राशि के साथ और आसान किस्तों में भी निवेश कर सकते हैं.
- एसआईपी में निवेशकों को कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न की संभावना होती है.
- हर महीने किस्त जमा करने का फायदा है कि जब बाजार में रिटर्न बढ़ रहा हो तो टॉप अप एसआईपी के जरिए किस्त बढ़ा सकते हैं.
- बाजार में गिरावट आने और डर बढ़ने पर एसआईपी पॉज करने की भी सुविधा है, फिर बाजार सही होने पर इसे जारी रख सकते हैं.
- इसके तहत फंड हाउस को स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन देकर बैंक अकाउंट से ऑटो डेबिट की सुविधा भी ले सकते हैं, जिससे हर महीने आपके बैंक अकाउंट से अपने आप किश्त की राशि कट जाएगी.
ELSS Vs Gold Mutual Fund: सिर्फ ₹500 के निवेश से करोड़ों बनाने का सौदा, ऐसे कमाल करती हैं ये 2 शानदार स्कीम
ELSS Vs Gold Mutual Fund: कम इनवेस्टेमेंट में अच्छे रिटर्न वाली स्कीम ढूंढ रहे हैं तो ये दो स्कीम आपके काम की हैं. सिर्फ 500 रुपए से दोनों स्कीम में निवेश हो सकता है.
ELSS Vs Gold Mutual Fund: निवेश की शुरुआत कर रहे हों या फिर पहले के निवेश को बढ़ाना चाहते हैं. आपके लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) सही है. लेकिन, फायदे का सौदा वही, जहां निवेश बढ़ने के साथ आपकी वेल्थ भी बढ़े. बंपर रिटर्न के लिए कुछ ही ऑप्शन ऐसे हैं, जहां निवेश किया जा सकता है. आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) या गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual fund) में निवेश कर सकते हैं. ये दोनों ही ऑप्शन लॉन्ग टर्म निवेश (Long term Investment) के लिए सही माने जाते हैं.
ELSS- निवेश का क्या है फायदा?
3 साल का लॉक-इन पीरियड: ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड (Lock in period) होता है, मतलब जो पैसा आपने निवेश किया है वो 3 साल से पहले नहीं निकाल सकते. यह इस स्कीम का बढ़िया फीचर है. दूसरी स्कीम्स की तुलना में इसका लॉक-इन पीरियड काफी कम है.
500 रुपए से करें शुरुआत: ELSS में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए सिर्फ 500 रुपए से शुरुआत की जा सकती है. अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. निवेश करने वालों को इसमें दो तरह के ऑप्शन मिलते हैं. इनमें पहला है ग्रोथ और दूसरा है डिविडेंड पे आउट. ग्रोथ ऑप्शन में पैसा लगातार स्कीम में रहता है.
कैसे ले सकते हैं फायदा: डिविडेंड ऑप्शन में कंपनियां समय-समय पर फायदा देती हैं. डिविडेंड ऑप्शन (Dividend option) वाली योजनाओं में साल में एक बार डिविडेंड मिल सकता है. हालांकि, कुछ योजनाओं ने तो साल में एक बार से ज्यादा डिविडेंड दिया है.
गोल्ड म्यूचुअल फंड में कैसे करें शुरुआत?
गोल्ड ETF में ही होता है निवेश: गोल्ड म्यूचुअल फंड, गोल्ड ETF का ही एक हिस्सा है. ये ऐसी योजनाएं हैं जो गोल्ड ETF में निवेश करती हैं. गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे फिजिकल सोने में निवेश नहीं करते. गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है, जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है.
500 रुपए से शुरुआत: मंथली SIP के जरिए 500 रुपए के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं. इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है. आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के जरिए इसमें निवेश कर सकते हैं.
लॉन्ग टर्म गेन पर 20% टैक्स: गोल्ड क्या प्लस 500 लंबी अवधि के निवेश के लिए है म्युचुअल फंड में 3 साल से ज्यादा के निवेश को लॉन्ग-टर्म माना जाता है. इसके मुनाफे को लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) कहा जाता है. सोने पर LTCG पर इंडेक्सेशन बेनिफिट (प्लस सरचार्ज, अगर कोई हो और सेस) के साथ 20% की दर से टैक्स लगता है. वहीं, शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) पर निवेशक को लागू स्लैब दर के मुताबिक टैक्स चुकाना होता है.
निवेश के लिए कैसा है फ्रेंकलिन इंडिया प्राइमा प्लस फंड?
कैसा रहा है प्रदर्शन
इस फंड ने पिछले 10 सालों में 10.89 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो बेंचमार्क (5.86 फीसदी) और कैटेगरी (8.9 फीसदी) से काफी बेहतर नजर आता है.
10 साल पहले इस फंड में लगाए गए 10,000 रुपये की क्या प्लस 500 लंबी अवधि के निवेश के लिए है वैल्यू आज 28,106 रुपये हो जाती. कैटेगरी के औसत के हिसाब से यह 23,447 रुपये और इंडेक्स के लिहाज से 17,675 रुपये ही रहते.
साल-दर-साल का प्रदर्शन
Mutual Fund SIP: इन 7 फंड ने 5 साल में दिया 30% तक रिटर्न, 500 रुपये से कर सकते हैं SIP
अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहते हैं. लेकिन शेयर बाजार के बारे में आपको पूरी जानकारी नहीं है तो फिर म्यूचुअल फंड के जरिये शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. नए निवेशकों के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड (SIP) बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. पिछले 5 वर्षों में तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को 30 फीसदी तक सालाना रिटर्न दिया है.
दरअसल, SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में एकमुश्त पैसे लगाने के बजाय हर महीने एक छोटी सी राशि निवेश की सुविधा मिल जाती है. आप म्यूचुअल फंड निवेश की समीक्षा भी कर सकते हैं, और उस आधार पर निवेश बढ़ाने या घटाने का फैसला ले सकते हैं. आज हम आपको पिछले 7 ऐसे म्यूचुअल फंड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने शानदार रिटर्न दिया है.
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