Golden Trading Strategies

बाजार में पैसा बनाने के लिए पेशेवर व्यापारियों द्वारा उपयोग की जाने वाली व्यापारिक रणनीतियाँ।

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यह ऐप आपको सिखाएगा कि चार्ट पैटर्न का उपयोग करके व्यापार कैसे करें, मूल्य कार्रवाई, संकेतकों के संगम को कैसे पढ़ा जाए, और बहुत कुछ। इसमें प्रवेश और निकास रणनीतियाँ, संकेतक सेटिंग्स, समय सीमा, समर्थक युक्तियाँ, चित्र और वास्तविक उदाहरण शामिल हैं।

शामिल हैं:
✔ विकल्प ट्रेडिंग रणनीतियाँ
✔ विचलन व्यापार
✔ ओपनिंग रेंज ब्रेकआउट
✔ ट्रेंडलाइन
✔ मूविंग एवरेज
✔ एमएसीडी
✔ कैंडलस्टिक पैटर्न
✔ समर्थन और प्रतिरोध
✔ सुपरट्रेंड
✔ सापेक्ष शक्ति सूचकांक
✔ बोलिंगर बैंड
✔ बहुत बढ़िया थरथरानवाला
✔ स्टोकेस्टिक रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स
✔ PSAR VWAP गैप अप गैप डाउन पुलबैक
✔ लाइन चार्ट
✔ मूल्य क्रियाएं और बहुत कुछ

ऐप में विभिन्न समय-सीमाओं में वास्तविक चार्ट के उदाहरण शामिल हैं। इसमें प्रो टिप्स शामिल हैं जो रणनीति की सटीकता बढ़ाने के तरीके हैं।

अस्वीकरण: ट्रेडिंग जोखिम भरा है। आप अपनी पूंजी खो सकते हैं। यह ऐप केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है न कि निवेश सलाह के लिए।

यहां चर्चा की गई अवधारणाओं का उपयोग अन्य वित्तीय बाजारों जैसे शेयर बाजार, वस्तुओं और ट्रेडिंग निकास रणनीतियाँ वायदा कारोबार में किया जा सकता है। ऐप का फोकस तकनीकी और मौलिक विश्लेषण है। आज ही गोल्डन ट्रेडिंग रणनीतियाँ डाउनलोड करें, मुफ़्त!

राकेश झुनझुनवाला से ये चीजें सीख लें तो आप भी शेयरों से बना सकते हैं मोटा पैसा

दिग्गज शेयर निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) के आज शेयर बाजार (Share market) में हर कदम पर निवेशकों की करीबी नजर होती है। कई निवेशक तो निवेश के मामले में उनकी नकल करने की भी कोशिश करते हैं। झुनझुनवाला ने शेयरों में निवेश से करोड़ों रुपये कमाए हैं।

rakeshjhunjhunwala

हाइलाइट्स

  • राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने 1980 के दशक में शेयर बाजार में शुरुआत ट्रेडिंग से की थी।
  • मार्च की तीसरी तिमाही में झुनझुनवाला (Jhunjhunwala) का नेटवर्थ 18000 करोड़ रुपये से ज्यादा था।
  • आज टाइटन (Titan), टाटा मोटर्स (Tata motors), ल्यूपिन (Lupin) जैसे शेयरों में उनका बड़ा निवेश है।

झुनझुनवाला का नेटवर्थ 18000 करोड़ रुपये से ज्यादा
इस साल मार्च तिमाही के अंत में राकेश झुनझनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का नेटवर्थ 18,432 करोड़ रुपये था। उनका निवेश करीब तीन दर्जन कंपनियों में था। उनके पोर्टफोलियो में टाटा मोटर्स (Tata Motors), ल्यूपिन (Lupin), टाइटन (Titan), क्रिसिल (Crisil), रैलीज इंडिया (Rallis India), नजारा टेक्नोलॉजीज (ट्रेडिंग निकास रणनीतियाँ Nazara Technologies) और फेडरल बैंक के शेयर शामिल थे। नजार का आईपीओ इसी साल आया था। यह सबसे ज्यादा सब्सक्राइब होने वाले आईपीओ में से एक था।

शेयर बाजार को लेकर दीवानगी
राकेश झुनझुनवाला में शेयरों को लेकर जबर्दस्त दीवानगी रही है। आज झुनझुनवाला करीब 61 साल के हैं। लेकिन, बचपन से ही उनका झुकाव शेयर बाजार (Share Market) की तरफ रहा है। जब वह 9 साल के थे, वह अपने पिता से शेयर बाजार को लेकर सवाल पूछा करते थे। वह शेयर बाजार के काम करने के तरीके और शेयरों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव (ups and downs) की वजह जानने की कोशिश करते थे। इस दीवानगी ने शेयरों को लेकर उनकी सोच को हमेशा समृद्ध किया है। आज भी वह शेयर बाजार पर होने वाले कॉन्फ्रेंस (Confernece) और वेबिनार (Webinar) के हिस्सा होते हैं। कंपनियों के तिमाही कॉन्फ्रेंस कॉल में अक्सर वे प्रबंधन से तीखे सवाल पूछते हैं। जिन कंपनियों में वह निवेश करते हैं, उनके प्रंबधन (management) पर वह करीबी नजर रखते हैं। टाइटन (Titan), वीआईपी इंडस्ट्रीज (VIP Industries) और ल्यूपिन (Lupin) इसके उदाहरण हैं।

गलत फैसले से हताश न हों
राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि गलती सबसे होती है। कई बार निवेश के कुछ फैसले बाद में गलत साबित होते हैं। उनका कहना है कि हमें अपना कीमती समय और ऊर्जा अपनी गलती पर अफसोस (regret) मनाने में खर्च नहीं करना चाहिए। इसकी जगह हमें हर गलती से सीखना चाहिए। हर गलती हमें कई बाते सिखाती है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि एक तरह से उनकी गलतियों ने उन्हें एक शिक्षक (Teacher) की तरह सही रास्ते पर चलने को प्रेरित किया है। इसलिए हर गलती को सीखने के मौके के रूप में देखना चाहिए।

खूब धैर्य रखें
शेयरों से पैसा बनाने के लिए धैर्य (Patience) सबसे जरूरी है। झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो और शेयरों में उनके निवेश की अवधि से आप यह बात समझ सकते हैं। ऐसे कई मौके आएं हैं जब उनके पोर्टफोलियों के ज्यादातर शेयरों का रिटर्न निगेटिव (Negative) रहा है। लेकिन, कभी उन्होंने जल्दबाजी में किसी शेयर को नहीं बेचा। झुनझुनवाला कहते हैं कि वह कंपनी के बिजनेस में निवेश करते हैं, न कि उसके शेयर में। साल 2020 कोरोना की महामारी की शुरुआत के बाद उनके पोर्टफोलियो के कई शेयरों का प्रदर्शन (performance) बहुत खराब रहा। फिर भी उन्होंने उनमें अपना निवेश बनाए रखा। एक बार तो उनके पसंदीदा शेयर टाइटन का शेयर अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से 30 फीसदी तक टूट गया था। फिर भी उन्होंने उसे नहीं बेचा। क्योंकि उन्हें टाइटन के बिजनेस और प्रबंधन पर भरोसा था।

खुद पर भरोसा बनाए रखें
अगर आपने किसी शेयर में सोच-समझकर निवेश किया है तो फिर खुद पर भरोसा (Cofidence) बनाए रखें। कई बार किसी कंपनी से जुड़ी नकारात्मक खबरों का सीधा असर निवेशकों पर पड़ता है। ऐसी खबरों से वे बेचैन हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनका निवेश का फैसला कहीं गलत तो नहीं था। फिर वे घबराहट (Panic) में शेयर बेच देते हैं। इससे वे बड़ा मुनाफा बनाने का मौका खो देते हैं। 1980 के दशक में सेसा गोवा का शेयर गिरकर 24-25 रुपये पर आ गया था। इसकी वजह यह थी कि आयरन ओर (IRon Ore) इंडस्ट्री में मंदी चल रही थी। इसके बावजूद झुनझुनवाला ने करीब एक करोड़ रुपये का निवेश सेसा गोवा के शेयर में किया। तब यह बहुत बड़ा निवेश था। कई लोगों ने उनके इस निवेश पर हैरानी दिखाई। लेकिन, 1989 में झुनझुनवाला ने इस निवेश से करीब 400-500 फीसदी मुनाफा कमाया।

ट्रेडिंग और इनवेस्टिंग के फर्क को समझें
कई बार लोग किसी कंपनी के शेयर को खरीद तो लेते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि उन्होंने यह निवेश कितनी अवधि के लिए किया है। अगर आप किसी शेयर को इस हफ्ते खरीदकर अगले हफ्ते बेच देते हैं तो यह ट्रेडिंग (Trading) है। अगर आप लंबी अवधि के लिए किसी शेयर में निवेश करते हैं तो यह इनवेस्टिंग (Investing) है। थोड़ी-थोड़ी कमाई के लिए ट्रेडिंग ठीक है, लेकिन इससे मोटी कमाई नहीं की जा सकती। झुनझुनवाला जब 1982 में मुंबई आए थे तो उनके पास सिर्फ 5000 रुपये थे। तब उन्होंने ट्रेडिंग शुरू की, क्योंकि उन्हें थोड़ी-थोड़ी कमाई से अपनी पूंजी बढ़ाने की जरूरत थी। उन्होंने करीब एक दशक तक ट्रेडिंग की। फिर जब पर्याप्त पैसे हो गए तो उन्होंने इनवेस्टिंग शुरू की। आज वह ज्यादा इनवेस्टिंग करते हैं।

एचजीआई ट्रेडिंग रणनीति – पूर्णता का शिखर

पिछली बार की तरह आज भी मैं आपको एक बेहद गुणकारी “हथियार” से मिलवाता हूँ। यह HGI (होली ग्रेल इंडिकेटर) ट्रेडिंग रणनीति है जिसे दुनिया भर के व्यापारिक समुदायों द्वारा गर्मजोशी से प्राप्त किया जाता है जब इसकी लगभग पूर्ण जीत दर होती है, विशेष रूप से लगभग 80%। क्या यह वास्तव में आपके लिए पवित्र कब्र है? अब आइए जानें कि यह कितना प्रभावी है।

HGI ट्रेडिंग रणनीति क्या है?

एचजीआई रणनीति एक व्यापारी द्वारा बनाई गई थी जो विदेशी मुद्रा व्यापार में माहिर थी। जोखिम को कम करने के लिए संयोजन में कई संकेतकों का उपयोग करते समय यह एक नई प्रवृत्ति को पकड़ने के लिए ब्रेकआउट के आधार पर व्यापार करने का एक तरीका है। उच्च जीत दर और वास्तविक साक्ष्य के साथ एक अत्यंत प्रतिष्ठित ट्रेडिंग वेबसाइट पर इसे पहली बार साझा किए जाने के बाद से इसकी गर्मागर्म चर्चा हुई है।

HGI ट्रेडिंग रणनीति क्या है?

रणनीति कैसे तय करें

यद्यपि चार्ट पर 3 संकेतक हैं, उनका सेटअप बेहद सरल है जिसमें प्रत्येक संकेतक का एक अलग उपयोग होता है जो सुरक्षित प्रवेश बिंदु देने के लिए एक दूसरे का पूरक होता है।

सबसे पहले, हम SMA20 इंडिकेटर सेट अप करेंगे। इसे मौजूदा ट्रेंड का रिवर्सल सिग्नल माना जाता है, जिससे आपको आने वाले ट्रेंड को आसानी से समझने में मदद मिलती है।

IQ Option में SMA20 संकेतक सेट करें

अगला Stochastic इंडिकेटर (डिफ़ॉल्ट) है जिसका उपयोग यह पुष्टि करने के लिए किया जाता है कि प्रवृत्ति निश्चित रूप से उलट गई है या नहीं।

IQ Option में Stochastic ऑसिलेटर सेट करें

अंत में, फ्रैक्टल इंडिकेटर अगले कैंडल पर एंट्री सिग्नल प्रदान करता है।

IQ Option में वास्तविक संकेतक कैसे सेट करें

एचजीआई रणनीति के साथ व्यापार कैसे करें

दक्षता बढ़ाने के लिए, आपको निम्नलिखित व्यापारिक सिद्धांतों का पालन करना चाहिए:

  • समय सीमा 1 मिनट का चार्ट है
  • समाप्ति समय 5 से 10 मिनट तक है, यानी अगली 5-10 मोमबत्तियाँ।
  • EUR/USD, USD/JPY, AUD/USD जैसे प्रमुख करेंसी युग्मों में ट्रेड करें…

एक उच्च आदेश दर्ज करने के लिए , हमें निम्नलिखित 3 शर्तों को पूरा करना होगा:

इसके विपरीत, एक निचला ऑर्डर खोलने के लिए , हमें निम्नलिखित 3 शर्तों को पूरा करना होगा:

बस इतना ही सरल। 5 या 10 मिनट का ट्रेडिंग समय चुनना प्रत्येक व्यक्ति की प्रवृत्ति की धारणा पर निर्भर करता है। मैं दोहराता हूं कि हर रणनीति की अपनी ताकत और कमजोरियां होती हैं। IQ Option में मुनाफा कमाने वाले ट्रेडर्स जानते हैं कि उन्हें रणनीति की ताकत को बढ़ावा देने और इसकी कमजोरियों को सीमित करने की आवश्यकता है। ऐसा करने के लिए, अनुभव करने में समय लगता है और धीरे-धीरे इसे बेहतर बनाने के लिए सुधार होता है।

Swing Trading क्या है ? और कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग यहाँ जाने पूरी जानकारी

Swing Trading शेयर बाजार मे मुनाफा कमाने का एक और बढ़िया विकल्प है। लेकिन स्विंग ट्रेडिंग को बुनियादी तौर पर समझे बिना इसका प्रयोग करने से आपको कभी लाभ नहीं मिल सकता। अगर आप शेयर बाजार मे नए है और निवेश की शुरवात कर रहे है तो आपको इसे अपनाने के पहले ठीक से जानना जरुरी है।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?(What Is Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग को आप इंट्राडे ट्रेडिंग भी नहीं कह सकते और डिलीवरी ट्रेडिंग भी नहीं कहा जा सकता।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे ख़रीदे हुए शेयर 1 दिन से ज्यादा और उसके बाद 2 से 3 दिन या फिर 1 सप्ताह कर होल्ड किये जाते है।
  • इंट्राडे मे होल्ड की गयी शेयर पोजीशन उसी दिन सेल की जाती है और डिलीवरी ट्रेडिंग शेयर खरीदने के बाद उन्हें लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के जरिये छोटे समय मे मुनाफा कामबे का उद्देश्य होता है।
  • ऐसे समय शेयर के छोटे से कीमत के बदलाव पर मुनाफा कमाया जाता है।
  • स्वाँग ट्रेडिंग मे लाभ कमाने के लिए रणनीति के आधार पर ट्रेड किया जाता है।
  • इसे आप डिलीवरी ट्रेडिंग का एक उप प्रकार भी कह सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करने वाले निवेशक शेयर की कीमतों का अंदाज़ा लगाने के लिए तकनिकी विश्लेषण करते है
  • इसी समय निवेशक उस शेयर के बारे मे बारीकी से अभ्यास करते है जैसे की कंपनी का प्रोडक्ट और छोटे समय मे कंपनी मे होने वाले बदलाव जो शेयर पर असर डालते है।
  • बिना विश्लेषण किये स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा है विश्लेषण के जरिये स्टॉप लॉस लगाकर जोखिम को कम किया जा सकता है।

कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग :(How To Start Swing Trading)

  • सबसे पहले ट्रेडिंग या निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता होना चाहिए जिसे आप किसी भी ब्रोकर के जरिये खोल सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले सही शेयर को चुनना चाहिए। (जिसेक लिए स्विंग ट्रेडिंग के रणनीतियों को इस्तेमाल कर सकते है )
  • स्विंग ट्रेडिंग करते समय जब शेयर बाजार मे उतार चढाव होता है ऐसे समय ट्रेड करना चाहिए।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे कम समय मे कीमत बढ़ने पर लाभ होता है इसलिए ज्यादा लिक्विडिटी वाले शेयर चुनने चाहिए।
  • शेयर को चुनने के बाद उस शेयर का तकनिकी और कंपनी का अंतर्गत विश्लेषण काफी ज्यादा मायने रखता ट्रेडिंग निकास रणनीतियाँ है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही शेयर चुना है या नहीं ये जानने के लिए आप स्विंग ट्रेडिंग के लोकप्रिय राणिनीतिया अपना सकते है जो की तकनिकी संकेतो के जरिये शेयर के कीमत के बारे मे अंदाज़ा लगाने मे मदत करते है।
  • आप चार्टिंग के जरिये विश्लेषण के लिए इंट्राडे टूल्स का इस्तेमाल कर सकते है इसी समय सामन्य चार्टिंग से भी 1 सप्ताह के संकेतो का विश्लेषण किया जा सकता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग शेयर निवेश करने के बाद आपको आपके विश्लेषण के अनुसार स्टॉप लॉस रखना चाहिए इससे रिस्क कम होती है।
  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश समय आपके होल्डिंग पोजीशन को हर समय नजर रखनी चाहिए और हर बदलाव का असर समझाना चाहिए।
  • आखिर मे आपके स्विंग ट्रेड रणनीति के अनुसार मुनाफा आने पर होल्डिंग बेचनी चाहिए।
  • स्टॉप लॉस हिट होने के बाद होल्डिंग स्क्वायर ऑफ कर लेनी चाहिए।

कब करनी चाहिए स्विंग ट्रेडिंग :(When Is Best Time To Do Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश के लिए कोई तय समय नहीं है ये आपके ऊपर निर्भर करता है की आपने शेयर को कितनी अच्छी तरह से जांचा है।
  • जब आप शेयर का तकनिकी विश्लेषण करते है तब आपको शेयर के ट्रेंड का पता लग जाता है।
  • इसका मतलब शेयर करेक्शन करते समय अपना ट्रेडन बदल देता है ऐसे समय स्विंग ट्रेडिंग अच्छा रिजल्ट दे सकती है और लॉस होने की जोखिम भी कम होती है।
  • इस ट्रेंड और करेक्शन को जानना स्विंग ट्रेडिंग मे काफी जरुरी होता है जिसके लिए अलग अलग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है।
  • निवेशक अलग अलग संकेतो का इस्तेमाल करके स्विंग हाई लौ ,मूविंग एवरेज ,ओवरबॉट ओवरसोल्ड की जानकारी को देखकर निर्णय लेते है।

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ :(Benifits Of Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग एक छोटे समय याने 1 हफ्ते से लेकर 1 महीने तक की जाती है इसमे छोटे समय मे आप ट्रेडिंग मुनाफा कमा सकते है।
  • शेयर के लम्बे समय तक का रिसर्च करने की जरुरत नहीं पड़ती है क्यों की आपको इसमे सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही निवेश करना होता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे जोखिम है लेकिन इंट्राडे के मामले मे यह जोखिम काफी कम है।
  • अच्छी शेयर मे स्विंग ट्रेडिंग करने पर ज्यादा लॉस होने की संभावना कम होती है क्यों की इसे आप रणनीति बदलकर होल्ड भी कर सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे आपको 1 से 2 दिन मे अच्छा मुनाफा भी मिल जाता है जो की इंट्राडे ट्रेडिंग आपको नहीं देती है।

स्विंग ट्रेडिंग के ट्रेडिंग निकास रणनीतियाँ लिए लोकप्रिय रणनीति :(Best Strategies For Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग के लिए रणनीति बनाकर कम समय मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.रणनीति मे मुनाफा कमाने की कीमत तय की जाती है इसी समय स्टॉप लॉस पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे जोखिम नियंत्रित होती है।

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