Cryptocurrency Prices Today: बिटकॉइन, ईथर में आई मामूली तेजी, ये रहा क्रिप्टो बाजार का हाल

बिटकॉइन मामूली बढ़त के साथ 21,120 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। साल 2022 की शुरुआत से अब तक बिटकॉइन में 55 फीसदी की गिरावट आ चुकी है

Cryptocurrency Prices Today: कल एक हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद बिटकॉइन में आज मामूली तेजी नजर आई। फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने और क्रिप्टो सेक्टर की जांच को और बढ़ाने की खबरों ने क्रिप्टो बाजार पर असर डाला है। यही, कारण है कि बिटकॉइन 19,000 से 22000 डॉलर की रेन्ज में कारोबार कर रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी और मशहूर क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन मामूली बढ़त के साथ 21,120 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। साल 2022 की शुरुआत से अब तक बिटकॉइन में 55 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।

ईथर में आई मामूली तेजी

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में ईथर (Ether) बीते 24 घंटों में एक फीसदी चढ़ा और 1,427 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। ईथर दुनिया की दूसरी बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। ईथर में इस साल 55 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। Ether का उच्चतम स्तर 4,878 डॉलर रहा बिटकॉइन की शुरुआत? है और अभी वह अपने उच्चतम स्तर से काफी पीछे है।

Bitcoin kya hai बिटकॉइन क्या है ? इसे कैसे खरीदे ?

Bitcoin kya hai (What is Bitcoin in hindi) : बिटकॉइन इस समय निवेश की दुनिया का बादशाह बना हुआ है। इस समय ये दुनिया की सबसे महँगी करेंसी है। आइये जानते हैं कि Bitcoin kya hai (What is Bitcoin in hindi). Bitcoin kaise kaam karta hai. निवेश की दुनिया में इसकी कीमत लगातार क्यों बढ़ रही ? आइये जानते है कि Bitcoin kya hota hai इस बारे में और अधिक विस्तार से जानते हैं।

Bitcoin ही एक ऐसी करेंसी हो ज्यादातर लोगों को Cryptocurrency की दुनिया में खींच रही है। Bitcoin कई देशों में पूर्ण रूप से मान्य है लेकिन कुछ देशों में ये अभी गैर कानूनी है। जापान ने इसे ‘वैध’ दर्जा दिया हुआ है।

Bitcoin Kya hai

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बिटकॉइन क्या होता है ? What is Bitcoin in hindi

Bitcoin kya hai : Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है। ये भी अन्य currencies जैसे Rupees, Dollar, Euro आदि की तरह है। लेकिन फिर भी ये उन currencies के मुक़ाबले अलग है। क्यूंकि Rupees, Dollar, Euro आदि को हम online और Offline दोनों तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन Bitcoin के साथ ऐसा नहीं है। इसे आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है। क्यूंकि Bitcoin को ना तो हम देख सकते हैं, ना ही हम उसे अन्य currencies जैसे की तरह छू सकते हैं। इसलिए ये सिर्फ डिजिटल करेंसी की श्रेणी में आता है। जो Cryptocurrency कहलाती है।

बिटकॉइन की शुरुआत कब हुई थी ? Bitcoin invetion

बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सतोषी नाकामोटो द्वारा किया गया था। और फिर 2009 में उन्होंने इसे ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर के रूप में जारी किया था। पहला बिटकॉइन लेनदेन जनवरी 2009 में शुरू हुआ था। शुरुआती वर्षों में बिटकॉइन में तेजी बहुत धीरे-धीरे हुई थी। 2015 से बिटकॉइन में बड़ी तेजी देखने को मिली। फिर बहुत जल्द ही ये दुनिया की नजरों में आने लगा। इस समय बिटकॉइन की कीमत 34,23,652 रुपये है।

कैसे होता है लेन-देन Bitcoin me transaction kaise hota hai

बिटकॉइन एक प्रकार की आभासी मुद्रा है। जिसका इस्तेमाल आप केवल online लेन-देन में ही कर सकते हैं। इस प्रकार होने वाले भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होने वाले भुगतान से बिलकुल अलग है।

भारत में केंद्रीय बैंक इस मुद्रा का समर्थन नहीं करता है इसलिए इस मुद्रा का विनिमय निजी तौर होता है। जिसे ‘माइनिंग’ नामक प्रक्रिया के माध्यम उत्पादित किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेष किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

बिटकॉइन का लेन-देन एक ई-वॉलेट से दूसरे ई-वॉलेट के जरिये होता है। जो आपके निजी डेटाबेस में उपलब्ध होते हैं। बिटकॉइन का लेन-देन का रिकॉर्ड एक Public Account में रहता हैं, जिसे “Blockchain” कहते। हैं

बिटकॉइन के क्या फायदे हैं ? Bitcoin ke kya fayade hai

1. Bitcoin को आप किसी भी मुद्रा में खरीद सकते हैं।

2. Bitcoin का लेन-देन आप पूरी दुनिया में कहीं भी और कभी कर सकते हैं।

3. Bitcoin भेजने में शुल्क लगता हैं वो Debit card और Credit card के मुकाबले बहुत ही कम होता हैं।

4. Bitcoin ने साल 2020 में 302% रिटर्न दिया है। इस हिसाब से ये निवेश के लिए एक अच्छा साधन हो सकता है!

5. Bitcoin का मार्किट 24×7 खुला रहता है। जिसमे आप कभी भी निवेश कर सकते हैं।

Bitcoin kya hota hai Bitcoin kaise kaam karta hai

बिटकॉइन के क्या नुकसान हैं ? Bitcoin ke kya nuksan hai

1. Bitcoin को अभी भारत में पूरी तरह से authority नहीं मिली है। अगर किसी कारणवश आपका अकाउंट हैक हो जाता है, तो आप इसकी शिकायत कहीं नहीं कर सकते।

2. Bitcoin को भारत में पूर्ण authority नहीं मिलने के कारण ये कभी बैन भी हो सकता है।

3. Bitcoin मार्किट जिस स्पीड से ऊपर जाता है तो कभी उसी स्पीड से नीचे भी गिरता है। जो आपके लिए नुकसान साबित हो सकता है।

बिटकॉइन कहाँ से और कैसे खरीदें? Bitcoin kaise khareede

आप Bitcoin बहुत ही आसानी से खरीद सकते है। इसे आप भारतीय मुद्रा (रुपए) में भी खरीद सकते हैं। इस समय भारत में कुछ websites उपलब्ध हैं, जिनके जरिये आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप को उन websites या App पर Register करना होता है। उसके बाद आपको websites या App के Wallet में रुपये Add करने होंगे। फिर आप Bitcoin की खरीददारी कर सकते हैं।

दोस्तों, आज की पोस्ट “Bitcoin Kya Hai” में आपने Bitcoin के बारे में जाना। आपने Bitcoin की समस्त जानकारी विस्तारित रूप में समझी। Bitcoin भारत में वैध है या अवैध है ये भी जाना। साथ ही ये भी जाना कि आप Bitcoin को कैसे और कहाँ से खरीद सकते है ? इसके अलावा Bitcoin kaise kaam karta hai? इसके क्या फायदे और नुकसान है ? आपको ये पोस्ट कैसी लगी हमें आपने विचार हमारे साथ अवश्य साझा करें।

क्या है Bitcoin और Cryptocurrency, कैसे होती है इसकी माइनिंग?

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो ज्यादातर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इसको लेकर कई नियम निर्धारित किए गए हैं। क्योंकि, कई देशों में इसे अवैध माना जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा नाम जो सुना जाता है वो बिटकॉइन (Bitcoin) का है और बिटकॉइन आज कल काफी ट्रैंड में चल रहा है। कई लोग तो ऐसा मानते हैं कि, सिर्फ Bitcoin ही एक क्रिप्टोकरेंसी है। जबकि मार्केट में कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल हैं। हालांकि, आज भी ज्यादातर लोग Bitcoin में ही इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं। इसलिए हम समझें कि आखिर क्या है Bitcoin? साथ ही विस्तार से इससे जुड़े तथ्य।

क्या है Bitcoin?

Bitcoin करेंसी तो है, लेकिन यह एक क्रिप्टोकरेंसी है। इसे 'सातोशी नकामोति' ने 2008 में बनाया था, लेकिन किसी को यह आज तक नहीं पता चल पाया है कि यह कोई इंसान है, या ऑर्गनाइज़ेशन है। सातोशी Bitcoin की एक कोड भी है। इसे पहली बार 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था। हम यह कह सकते हैं कि Bitcoin एक कोड है। इसे एक डिजिटल डॉक्यूमेंट भी कहा जा सकता है। इसे ख़रीदा भी जा सकता है। हालांकि रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे मान्यता नहीं दी है, लेकिन इसके बाद भी भारत में Bitcoin को ख़रीदा जा सकता है। सातोशी नकामोति ने दुनिया में टोटल 2.1 करोड़ Bitcoin बनाये हैं। Bitcoin सोने के भाव में बिकता है। इसके कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है।

क्या है क्रिप्टोकरेंसी ?

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक तरह की करेंसी है। लेकिन इसे केवल इंटरनेट की मदद से ऑनलाइन ही बनाना संभव है।

Bitcoin की ग्रोथ :

अगर हम Bitcoin की ग्रोथ देखें तो इसकी शुरुआत में कोई ग्रोथ नहीं हुई थी। 2009 में Bitcoin को लांच किया गया था तब उसकी वैल्यू 0 डॉलर थी। ना कोई उसे खरीदता था न ही बेचता। इतना ही नहीं 2010 में भी इसकी वैल्यू 1 डॉलर तक नहीं पहुंची। यह केवल लगभग 32 पैसे पर आकर रुक गया था। 2010 यह 18 से 20 रुपये तक ही पंहुचा था। ऐसे ही 2012 में इसकी कीमत 850 रुपये, 2014 में 31000 रुपयेऔर 2014 में इसकी कीमत 58000 रुपये, 2017 में 61722 रुपयेतक पहुंची, लेकिन 2012 से 2017 तक इसकी ग्रोथ देखे तो यह 87000% तक पहुंच गई थी। हालांकि, उसके बाद से Bitcoin में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहा, लेकिन अब काफी समय से इसमें गिरावट का दौर ही जारी है। बता दें, मार्केट में करीब डेढ़ करोड़ Bitcoins आ चुके हैं।

कैसे माइनिंग होता है Bitcoin ?

Bitcoin जारी करने की प्रक्रिया “माइनिंग” कहलाती है। Bitcoin को माइन करने के लिए 2 key होती हैं। एक भेजने के लिए और दूसरी प्राप्त करने के लिए। इसका सिस्टम ठीक एक लाटरी जैसा होता है। लाटरी सिस्टम से जो कोई जटिल गणित के सवाल का उत्तर दे पाएगा उसको कुछ Bitcoin इनाम में मिलेंगे। जैसे-जैसे Bitcoin बढ़ते जाते हैं वैसे-वैसे गणित के सवाल और भी जटिल होते जाते हैं। Bitcoin से जुड़ा लेनदेन बिटकॉइन से जुड़े हर इंसान को पता रहता है लेकिन किसने ख़रीदा और किससे ख़रीदा इस बात की गोपनीयता बनी रहती है। इससे धोखाधड़ी की शिकायतें कम हो जाती हैं। आप Unocoin द्वारा Bitcoin खरीद सकते हैं।

Bitcoin के लेन-देन का लेज़र:

Bitcoin के लेन-देन का एक लेज़र बनाया जाता है। यह एक ओपन लेज़र होता है। इसके लेज़र से पूरी जानकारी (पहले बिटकॉइन से लास्ट तक) प्राप्त की जा सकती है। बिटकॉइन का जो सबसे लम्बा लेज़र मेंटेन करता है उसी का लेज़र माना जाता है और उसे ही इनाम के तौर पर बिटकॉइन मिलते हैं। ऐसे बहुत लोग लेज़र मेंटेन करते हैं। बिटकॉइन का लेज़र मेंटेन करने के लिए भी आपको कुछ इनाम दिया जाता है। लेज़र मेंटेन करने से आप धोखाधड़ी के शिकार नहीं होते है। Bitcoin का कोड बहुत कठिन होता है। जिसे हैक करना बहुत मुश्किल है।

Bitcoin से लेनदेन :

कई लोग यह सोचते हैं कि यह एक न दिखने वाली करेंसी है तो क्या इससे लेन-देन संभव होगा? तो हम आपको बताते हैं कि, जी हाँ Bitcoin से लेन-देन बिलकुल संभव है। Bitcoin द्वारा सबसे पहले पिज्जा खरीदा गया था और आज लगभग 1 लाख से भी ज्यादा व्यपारी Bitcoin से लेन-देन करते हैं। Bitcoin का भुगतान किसी ऐप के द्वारा भी किया जा सकता है। Dell, PayPal, Microsoft, जैसी कंपनिया भी Bitcoin को स्वीकार करती हैं। Bitcoin के लेनदेन का एक नुकसान यह है कि इससे कहीं-कहीं ड्रग्स का भी लेनदेन किया जा रहा है। क्योंकि इससे पता नहीं चलता की कौन खरीद रहा है कौन बेच रहा है।

Bitcoin से जुड़ी कुछ बातें:

दिसम्बर 2017 में Bitcoin की वैल्यू एक लाख डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही थी।

देशभर के Bitcoin एक्सचेंजों पर IT विभाग ने दिसम्बर 2017 में छापेमारी की थी।

Bitcoin की कीमत में भारी गिरावट भी दर्ज की जाती है।

कभी-कभी Bitcoin में निवेश करना मंहगा पड़ जाता है।

Bitcoin लोगो को बहुत जल्दी आकर्षित करता है।

हम Bitcoin को पेमेंट सिस्टम भी कह सकते हैं।

Bitcoin से एक बार अमिताभ बच्चन को 100 करोड़ से ज्यादा का फायदा हुआ था लेकिन इसमें गिरावट आने से उनको करोड़ों रुपए का नुकसान भी उठाना पड़ा था।

आज तक किसी को नहीं पता चल पाया है कि Bitcoin बढ़ता कैसे है।

अगर आपके पैसे Bitcoin द्वारा डूब गए तो इसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं की जाएगी।

Charlie Munger ने कहा था कि, 'Bitcoin एक बीमारी की तरह है।'

Warren Buffet ने 2014 में कहा था कि, 'Bitcoin एक धोका साबित हो सकता है।'

Benjamin Graham ने कहा था कि, 'Bitcoin लोगों को धोखे में लेकर डूबेगी।'

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शुरुआती के लिए बिटकॉइन – पूर्ण गाइड (अपडेट 2019)

बिटकॉइन एक डिजिटल कॉइन है जिसका मूल्य है। बिटकॉइन किसी भी केंद्रीय इकाई जैसे कि किसी सर्कार या फिर किसी केंद्रीय बैंक का स्वामित्व नहीं है, दूसरे शब्दों में यह विकेंद्रीकृत है|इनको संचालित करना आसन है, और दुनिया के किसी एक कोने से दूसरे तक तेजी से और सुरक्षित रूप से भेजा जा सकता है| विकेन्द्रीकृत होने के कारण, बिटकॉइन कामूल्य एक नि: शुल्क बाजार में निर्धारित होता है, बिना किसी केंद्रीय शरीर के हेरफेर किए।मौजूदा बिटकॉइन का अमरीकी डालर दर इस पेज पर देखा जा सकता है।

बिटकॉइन का आविष्कार कब और किसके द्वारा किया गया?

2009 में, सबसे पहले बिटकॉइन का खनन सातोशी नाकामोतो नामक किसी व्यक्ति द्वारा किया गया था। सातोशी कौन है, इसके बारे में अभी भी विवाद हैं। तब से, यह ओपन सोर्स प्रोजेक्ट कई प्रयोगकर्ताओं और सरगर्म लोगों को जमा कर रहा है, जो की अपने समय और दुनिया भर में बिटकॉइन केविकास और वितरण के प्रयासों में योगदान दे रहे हैं |

बिटकॉइन कैसे बनाया गया था ? मैं बिटकॉइन कैसे प्राप्त कर सकता हूँ?

बिटकॉइन खनन नामक एक प्रक्रिया के माध्यम से दुनिया में आता है।यह सोने के खनन के जैसा ही है, लेकिन वास्तविक खनन के बजाय, नई बिटकॉन्स कंप्यूटर शक्ति का उपयोग कर के बनाई जाती हैं| बेहतर होता के अतीत में हम बिटकॉइन का खनन करते| आज इतनी ज्यादा कम्प्यूटर शक्ति की आवश्यकता है कि बिटकॉइन का खनन आमतौर पर लाभदायक नहीं है।वर्तमान में, कुल १.६५ करोड़ बिटकॉन्स हैं, और खनन प्रक्रिया २.१ करोड़ बिटकॉन्स की अधिकतम सीमा तक पहुंचने तक जारी रहेगी।
बिटकॉइन प्राप्त करने का सरल और आसान तरीका है ऑनलाइन या बिटकॉइन एटीएम पर खरीदना जो कि दुनिया भर में स्थित हैं। हमारे पार्टनर एक्सचेंज के साथ क्रेडिट कार्ड से बिटकॉइन खरीदने के लिए यहां क्लिक करें

अपने बिटकॉइन को कैसे और कहाँ स्टोर करें?

जैसे साधारण सिक्कों को अपने वॉलेट में संग्रहीत किया जाता है, वैसे ही बिटकॉइन भी को एक समर्पित डिजिटल वॉलेट में जमा किया जाता है। प्रत्येक वॉलेट का अपना सार्वजनिक डिजिटल पता होता है, जिस पर बिटकॉइन भेजे जा सकते हैं। यह पता संक्याओं और अंग्रेजी के अक्चारों की एक स्ट्रिंग है जो लगभग 30 वर्णों की होती है|एक नया वॉलेट बनाने के लिए कोई पैसा नहीं लगता है, न ही उस वॉलेट में कितने बिटकॉइन रखे जा सकते हैं उसकी कोई सीमा है| वॉलेट कई प्रकार के होते हैं, जो मुख्य रूप से अपने सुरक्षा स्तरों में भिन्न होते हैं। वॉलेट के प्रकारों के बारे में आप हमारे विशेष रुप से प्रदर्शित लेख में पढ़ सकते हैं

बिटकॉइन का लेनदेन कैसे किया जा रहा है? बिटकॉइन को एक वॉलेट से दूसरे में भेजने में कितना समय लगता है?

बिटकॉइन का लेनदेन एक डिजिटली हस्ताक्षरित आदेश है और इसलिए यह एन्क्रिप्ट किया गया होता है।लेनदेन पर आउटगोइंग वॉलेट द्वारा हस्ताक्षर किया जाता है जो की इंटरनेट पर प्रसारित होता है, और ब्लॉक एक्सप्लोरर पर सूचीबद्ध होता है। यह लॉग सभी बिटकॉइन के लेनदेन का ट्रैक रखता है | ।लॉग को ब्लॉक में विभाजित किया गया है, प्रत्येक ब्लॉक में कई लॉग कमांड होते हैं, और ब्लॉक बंद होने के बाद, वास्तविक लेन-देन होता है। इसका मतलब है कि ब्लॉक को बंद करने में और एक बिटकोइन लेनदेन की पुष्टि करने में लगभग 10 मिनट लग सकते हैं|बिटकॉइन लेनदेन को सुनिश्चित करने के लिए ज्यादातर एक्सचेंजों को कम से कम 2-3 पुष्टिकरण की आवश्यकता होती है|

बिटकॉइन भेजने में कितना खर्च होता है?

एक जगह से दूसरी जगह बिटकॉइन के लेनदेन की एकमात्र लागत (भौतिक दूरी का कोई फर्क नहीं पड़ता) खनिक का शुल्क होता है, जिसे प्रत्येक आदेश में जोड़ा जाता है और ब्लॉक को बंद करने के काम के लिए खनिक को भुगतान किया जाता है।पैसों के हस्तांतरण के माध्यम से देखा जाए तो, बिटकॉइन के लेनदेन का शुल्क काफी कम है| यह शुल्क पहले से तय नहीं होता है और अधिकांश वॉलेट स्वचालित रूप से आवश्यक शुल्क का हिसाब लगते है| शुल्क जितना अधिक होगा, उतना ही ज्यादा लेनदेन भी होगा (यानी, आपके हस्तांतरण को खनिक द्वारा नियंत्रित किया जाएगा, जोकी ज्यादा लेनदेन शुल्क लेना पसंद करते हैं|) इसे लिखने के रूप में, बिटकॉइन की लेनदेन लागत (शुल्क)लगभग 1 अमरीकी डालर है।

क्या एक बिटकॉइन से कम खरीद या भेजना संभव है?

बिटकॉइन में दशमलव के बाद 8 अंकहोते हैं|सबसे छोटी राशि 0.00000001 बिटकॉइन है और माप की इस इकाई को एक सतोशी कहा जाता है।ऐसी छोटी राशि को न भेजना ही बेहतर है क्योंकि लेनदेन शुल्क भेजे गए राशि से अधिक हो जाएगा।

मैं बिटकॉइन बिटकॉइन की शुरुआत? से क्या खरीद सकता हूं?

आज अधिक से अधिक व्यावसायिक स्थान और ऑनलाइन स्टोर बिटकोइन को एक वैध भुगतान की विधि के रूप में अपना रहे हैं। बिटकॉइन का पैसे के रूप में दैनिक उपयोग अभी भी आम बैंक खाते के समान नहीं है, लेकिन क्सापो और बिटपै जैसे कंपनियों की मदद से, क्रेडिट कार्ड सीधे बिटकॉइन वॉलेट से जोड़ा जा सकता है और किसी सामान्य क्रेडिट कार्ड के रूप में कहीं भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

बिटकॉइन के मूल्य को क्या प्रभावित करता है?

जैसा कि कहा गया है, बिटकॉइन का एक खुले बाजार में कारोबार किया जाता है।किसी भी सामान्य बाजार के जैसे ही इसकी कीमत भी आपूर्ति और मांग से प्रभावित होती है। अतीत की घटनाओं को देखे तो, दुनिया भर में अस्थिरता और संकट और बिटकॉइन के बीच एक सीधा संबंध देखा जा सकता है।उदाहरण के लिए, ब्रेक्सिट (यूके ने यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए वोट दिया), पिछले अमेरिकी चुनाव जिसमे राष्ट्रपति ट्रम्प चुने गए थे, भारत में सबसे बड़े रुपया के नोटों को रद्द करना जैसी राजनीतिक घटनाएं- जिनमें से सभी ने हाल ही में बिटकॉइन का मूल्य बढ़ाया है|बेशक, बिटकॉइन का लेनदेन के एक वैद्य रूप में स्वीकृत होना (जैसे जापान में) ने भी बिटकोइन का मूल्य बढ़ाया है , जबकि क्रिप्टो एक्सचेंजों की हैकिंग, बिटकॉइन विनियमन, बिटकॉइन के ईटीएफ के स्थगन के कारण खलबली मची है और मूल्य में तेजी से गिरावट आई है।इसलिए – हमने उस मुख्य प्रश्न के उचित उत्तर के साथ एक लेख प्रकाशित करने का निर्णय लिया है –
क्या मुझे बिटकॉइन खरीदना चाहिए ?DCA से मिलें.

पिज्जा खरीदने के लिए दी गई सबसे उच्च राशि क्या है?

2010 की गर्मियों के दौरान, जब कई लोगों ने बिटकॉइन की अवधारणा पर संदेह किया था, तो लस्स्लो हेनिज़ नामित शुरुआती ग्रहणकर्ताओं में से एक ने कड़ी मेहनत के बाद पिज्जा मांगने के लिए बिटकॉइन का स्तेमाल करने में सफल हुए|उन दिनों में, बिटकॉइन को मूल्य कुछ भी(सेंट्स) नहीं था और दो बड़े पिज्जा जिनका मूल्य 30 डॉलर था मंगाया गया था, जिसके लिए उन्होंने 10000 बिटकॉन्स का भुगतान किया !पहले जो बिटकॉइन से पहली खरीद मानी जाती थी वो दुनिया के सबसे महंगे पिज़्ज़ा की खरीद में भी प्रसिद्धि hआज 10,000 बिटकॉइन की कीमत लगभग 25 मिलियन अमरीकी डालर से ज्यादा है| यह सच में सबसे महंगा पिज्जा रहा होगा|

बिटकॉइन माइनिंग का क्या मतलब है

बिटकॉइन के बारे में आपको थोड़ा बहुत तो आइडिया होगा ही। ऐसे में आप यह भी जानते होंगे कि किस प्रकार से दिनों दिन Bitcoin का रेट बढ़ता ही जा रहा है, जिसके पास बिटकॉइन है वह बहुत ही जल्द अमीर होता जा रहा है। क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है, कि आखिर यह बिटकॉइन कहां से आता है और इसका Circulation अर्थात बिटकॉइन की माइनिंग किस प्रकार से होती है, इससे जुड़ी सभी जानकारी आपको आज हमारी इस ब्लॉग पोस्ट में मिल जाएगी।

बिटकॉइन क्या है ?

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बिटकॉइन एक प्रकार से वर्चुअल करेंसी/ crypto currency है। इस मुद्रा का उपयोग इंटरनेट के माध्यम से लेन देन के लिए किया जाता है। इसकी सबसे पहले शुरुआत 2009 में हुई थी, चूंकि वर्तमान के समय में धीरे-धीरे यह बहुत अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। अतः आज एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपए के रूप मे आंकी जाने लगी है। दूसरे शब्दों में कहें तो अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी के रूप में देखा जा रहा है।

आप सभी को पता होगा की Crypto currency एक Decentralized currency होती है।इसका मतलब है कि किसी भी कंट्री/सरकार का इसपर कोई विशेषाधिकार नहीं होता है। अतः अब सवाल आता है इस करेंसी को कौन उत्पन्न करता है? बता दें बिटकॉइन के संचालन हेतु इसके डाटा को दुनिया के विभिन्न देशों में बैठे हजारों बिटकॉइन की शुरुआत? की संख्या में Miners कंट्रोल करने में जुटे होते हैं। यही वजह कि इसे Decentralized सिस्टम नाम से पुकारा जाता है।

बिटकॉइन माइनिंग क्या है ?

बिटकॉइन माइनिंग का नाम सुनते ही आप सोच में पड़ गए होगे कि क्या बिटकॉइन कोयले या हीरे की खानों से संबंध रखता है, अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बिटकॉइन माइनिंग का अर्थ सोने और हीरे की माइनिंग से कतई नहीं है। हालांकि दोनों की माइनिंग की प्रक्रिया एक दूसरे से काफी अलग है, जिस प्रकार से गोल्ड और डायमंड माइनिंग करने के लिए खुदाई की जाती है वैसे ही बड़े बड़े कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए बिटकॉइन को जेनरेट करने का कार्य करते है।

बिटकॉइन माइनिंग की प्रोसेस क्या है ?

  • बिटकॉइन माइनिंग एक बहुत ही बड़ा प्रोसेस है,जिसकी वजह से यह एक व्यक्ति के द्वारा कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इसलिए इस काम को करने के लिए बहुत सारे लोगों की जरूरत पड़ती है। बहुत सारे लोगों द्वारा किए जाने के कारण इसे Decentralized system भी कहते हैं।
  • अगर आपने बिटकॉइन के माध्यम से कभी किसी भी प्रकार का पेमेंट किया है। अर्थात अपने bitcoin वॉलेट के माध्यम से अपने किसी अन्य व्यक्ति के वॉलेट में बैलेंस को ट्रांसफर किया है तो बता दें इस कार्य में बिटकॉइन Miners अहम भूमिका निभाते है।
  • उन्हीं के कारण आप सफलतापूर्वक ट्रांसफर कंप्लीट कर पाते हैं,यही नहीं Miners सारी डिटेल Block chain में सेव करने का जिम्मा भी उठाते हैं।
  • बता दें लेनदेन के अलावा Bitcoin Miners बिटकॉइन जेनरेट करने का भी कार्य करते है।

बिटकॉइन माइनिंग कैसे करें?

  • पुराने समय में बिटकॉइन माइनिंग एक अच्छी रफ़्तार वाले कंप्यूटर के सी.पी.यु और वीडियो ग्राफ़िक्स कार्ड पर हो सकती थी कयोंकि उस समय बिटकॉइन माइनर्स बहुत कम थे। लेकिन आज बिटकॉइन माइनर्स की संख्या बढ़ने के साथ साथ इसकी माइनिंग करना थोड़ा कठिन हो चुका है।
  • आजकल इसकी माइनिंग कस्टम बिटकॉइन ASIC चिप की मदद से की जा रही हैं क्योंकि इससे काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अगर हम ASIC चिप से कम रफ्तार बिटकॉइन की शुरुआत? वाले किसी हार्डवेयर का इस्तेमाल करते हैं तो उससे अधिक बिजली खर्च होती है जिसकी वजह से हमारा लाभ कम और नुकसान ज़्यादा होता है।
  • बिटकॉइन की माइनिंग करने के लिए यह अधिक ज़रूरी है कि आप बिटकॉइन माइनिंग के लिए बने हार्डवेयर का ही इस्तेमाल करें। मार्किट में ऐसी कई कंपनियां है जो कि बिटकॉइन माइनिंग के लिए तैयार श्रेष्ठ हार्डवेयर की पेशकश करती हैं। Avalon इन में से एक कंपनी है।
  • इसके अलावा आप बिटकॉइन की क्लाउड माइनिंग भी कर सकते हैं जिसमें आपको अपने कंप्यूटर को क्लाउड मायननर से कनेक्ट करना होता है। क्लाउड माइनिंग करने के लिए कई तरह के प्रोग्राम उपलब्ध है लेकिन CGminer और BFGminer इनमें से अधिक प्रसिद्ध प्रोग्राम हैं। ऐसे कई सॉफ्टवेयर भी हैं जिनसे आप बिटकॉइन माइनिंग कर सकते हैं।

बिटकॉइन के फायदे क्या है?

बिटकॉइन के फायदे निम्नलिखित हैं –

  • बिटकॉइन में निवेश करके अच्छा रिटर्न पाने की संभावनाएं अपार होती है।
  • क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 24/7 खुला रहता है।
  • बिटकॉइन में निवेश करने के लिए किसी भी तरह का पेपर वर्क नहीं करना पड़ता है।
  • बिटकॉइन में निवेश करने पर पूरा कंट्रोल व्यक्ति के हाथ में होता है।
  • बिटकॉइन में निवेश करके आप ग्रो कर रही कम्युनिटी का हिस्सा बन सकते हैं।

बिटकॉइन के नुकसान क्या है?

जहां बिटकॉइन के बहुत से फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं, तो चलिए एक नजर इसके नुकसान पर डाल लेते हैं।

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