Published on: November 22, 2022 13:13 IST
ट्रेडिंग क्या है इसके प्रकार और Trading से पैसे कैसे कमाए
ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी: शेयर मार्केट में Trading करना और Trading से पैसे कमाना आज के समय में एक सामान्य बात हो गयी है. मोबाइल में अनेक प्रकार के Trading App हैं जिससे यूजर आसानी से Trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते है.
लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर Trading se Paise Kaise Kamaye. बहुत सारे लोग Trading करते तो हैं लेकिन उन्हें वास्तव में पता नहीं होता है कि Trading क्या है.
Trading के विषय में आपके सारे Confusion को दूर करने के लिए हमने यह लेख आपके लिए लिखा है. इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि ट्रेडिंग किसे कहते हैं. ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग कैसे की जाती है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमायें जाते हैं. तथा कुछ Best Trading App के बारे में भी आपको इस लेख में जानने को मिलेगा.
अगर आप Trading के बारे में सही जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें, हमें पूरी उम्मीद हैं कि इस लेख को अंत तक पढने के बाद आपको Trading का ज्ञान हो जायेगा. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं ट्रेडिंग क्या होता है.
Instagram, Facebook और WhatsApp के कुछ फीचर्स नहीं होंगे मुफ्त, Twitter के बाद अब मेटा पर भी पेड फीचर्स
दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook), इंस्टाग्राम (Instagram) और वाट्सऐप (WhatsApp) पर जल्द ही कुछ ऐसे फीचर्स जुड़ने वाले हैं जिसके लिए आपको कुछ पैसे चुकाने होंगे
मेटा के प्रवक्ता के मुताबिक फेसबुक, वाट्सऐप और इंस्टाग्राम का नया पेड प्रोडक्ट कंपनी के मौजूदा ऐड बिजनेस के अतिरिक्त होगा यानी कि यह मौजूदा ऐड बिजनेस की जगह पर नहीं आएगा।
दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook), इंस्टाग्राम (Instagram) और वाट्सऐप (WhatsApp) पर जल्द ही कुछ ऐसे फीचर्स जुड़ने वाले हैं जिसके लिए आपको कुछ पैसे चुकाने होंगे। मेटा प्लेटफॉर्म (पूर्व नाम फेसबुक) एक नया ग्रुप बना रहा है जिसका मुख्य फोकस ऐसे प्रोडक्ट्स और फीचर्स तैयार करना है जिसे यूजर्स खरीद सकें।
न्यूज एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के एक प्रवक्ता ने बुधवार की क्या आप मेटा ट्रेडर से पैसा कमा सकते हैं? इसकी जानकारी दी है। प्रवक्ता के मुताबिक ऐसा कोई भी नया प्रोडक्ट कंपनी के मौजूदा ऐड बिजनेस के अतिरिक्त होगा यानी कि यह मौजूदा ऐड बिजनेस की जगह पर नहीं आएगा। इससे पहले स्नैप इंक और ट्विटर इंक पेड फीचर्स लॉन्च कर चुके हैं।
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जून में जुकरबर्ग ने किया था जिक्र
इस साल जून में मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने कहा था कि वह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ऐसे फीचर्स बढ़ाने वाले हैं जिसके जरिए क्रिएटर्स को पैसे कमाने का मौका मिले। इसके अलावा इससे क्रिएटर्स को मेटावर्स बनाने में मदद मिलेगी। जुकरबर्ग ने एक पोस्ट के जरिए कहा था कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वर्ष 2024 तक रेवेन्यू शेयरिंग को रोका गया है जिसमें पेड ऑनलाइन इवेंट्स, सब्सक्रिप्शंस, बैजेज और बुलेटिन शामिल हैं। इसके अलावा जुकरबर्ग ने एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले यानी इंटरऑपरेबल सब्सिक्रिप्शन का भी जिक्र किया था। जुकरबर्ग ने फेसबुक स्टार्स, मोनेटाइजिंग रील्स और क्रिएटर मार्केटप्लेस जैसे फीचर्स की जिक्र किया था।
क्या है इन फीचर्स का मतलब जिनका जुकरबर्ग ने किया जिक्र
फेसबुक स्टार एक ऐसा फीचर है जिससे आप अपनी स्ट्रीम को मॉनेटाइज कर सकते हैं। जब आप स्ट्रीमिंग कर रहे हों, तो दर्शक स्टार खरीद सकते हैं और उन्हें आपको भेज सकते हैं। इसे सभी एलिजिबल क्रिएटर्स के लिए खोल दिया गया है। मोनेटाइजिंग रील्स के तहत रील्स प्ले बोनस प्रोग्राम में अपने वीडियो में ऐड दे सकते हैं जिसके लिए फेसबुक आपको भुगतान करेगा। वहीं क्रिएटर मार्केटप्लेस की इंस्टाग्राम पर टेस्टिंग की जा रही है जहां क्रिएटर्स को खोजा जा सकता है और भुगतान किया जा सकता है और जहां ब्रांड नई पार्टनरशिप अपॉर्च्यूनिटीज को शेयर कर सकते हैं।
Facebook की पैरेंट कंपनी मेटा ने लिया बड़ा फैसला, हजारों की नौकरियों पर लटकी तलवार
वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इस हफ्ते कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार 9 नवंबर को कंपनी अपने हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है।
दुनिया भर के बाजारों में इस समय में काफी उथल-पुथल मची हुई है। मंदी की आशंका के बीच दिग्गज कंपनियां अपने खर्च में कटौती करने को मजबूर हैं। इस बार कर्मचारियों की छंटनी को लेकर अमेरिका की सिलिकॉन वैली से बड़ी खबर आ रही है। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा इस हफ्ते कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार 9 नवंबर यानी बुधवार को कंपनी अपने हजारों कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर देगी। कंपनी ने पहले ही कर्मचारियों को इस सप्ताह गैर-जरूरी ट्रैवल कैंसिल करने के लिए कह दिया गया था। हालांकि, इस पूरे मसले पर मेटा (Meta) की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। बता दें, सितंबर तिमाही तक मेटा के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कुल मिलाकर 87,000 से अधिक लोग काम कर रहे थे।
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तिमाही नतीजों ने दी मार्क जकरबर्ग को टेंशन!
सितंबर तिमाही में मेटा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। साल 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट घटकर 4.4 अरब डॉलर पर आ गया है। पिछले साल की तुलना में इस बार सितंबर तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट में 52 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों भी गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, कंपनी का मार्केट कैप भी घटकर 600 अरब डॉलर हो गया है।
नौकरियों को लेकर क्या सोच रहे हैं मेटा के मुखिया?
अक्टूबर 2022 में जकरबर्ग ने एक बयान में कहा था, 'साल 2023 में हमारे निवेश का फोकस तेजी से ग्रोथ करने वाले एरिया पर रहेगा। ऐसे में कुछ टीम में लोगों को इजाफा देखने को मिल सकता है। वहीं, ज्यादातर टीम या तो फ्लैट रहेंगी या फिर छंटनी होगी। साल 2023 में या तो हमारी कंपनी का साइज घट जाएगा या फिर कुछ इसी तरह दिखाई देगा।' इससे साफ है कि कंपनी आने वाले समय में नई ज्वाइनिंग पर बहुत फोकस नहीं कर रही है।
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क्या निवेशकों का भरोसा खो रही है मेटा?
कुछ समय पहले मेटा के शेयरहोल्डर Altimeter Capital Management ने मार्क जकरबर्ग को एक क्या आप मेटा ट्रेडर से पैसा कमा सकते हैं? ओपन लेटर लिखते हुए कहा था कि कंपनी को कर्मचारियों की छंटनी के जरिए खर्च में कटौती करनी चाहिए। इस लेटर में कहा गया था कि मेटा अपने निवेशकों का भरोसा खो रही है। बता दें, हाल ही में मेटावर्स को बहुत ही धूमधाम के साथ जकरबर्ग ने लॉन्च किया था। लेकिन मार्केट से बहुत अच्छा रिस्पॉस नहीं मिला है।
कर्मचारियों की छंटनी के मामले क्या आप मेटा ट्रेडर से पैसा कमा सकते हैं? में मेटा अकेली कंपनी नहीं है। ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट और स्नैप इंक जैसी कंपनियां भी लोगों को कंपनी से बाहर निकाल रही हैं। यह सब बढ़ती महंगाई, यूरोप में एनर्जी संकट जैसे कारणों की वजह से हो रहा है।
दुनिया भर में क्यों अचानक आया 'छंटनी' का तूफान, कंपनियां ताबड़तोड़ निकाल रही हैं कर्मचारी
पहले मेटा ने करीब 10000 कर्मचारी निकालने की घोषणा की, उसके बाद अमेजन ने भी इतने ही कर्मचारी निकालने की घोषणा कर दी। अब गूगल भी अपने 10000 नाकारा कर्मचारियों को निकालने जा रही है।
Edited By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: November 22, 2022 13:13 IST
Photo:FILE Layoff
दुनिया में इस साल की शुरुआत तक नौकरियों का बाजार गुलजार था, लेकिन अचानक पूरी दुनिया में मौसम बदला और अचानक चारों ओर से छंटनी की आंधी शुरू क्या आप मेटा ट्रेडर से पैसा कमा सकते हैं? हो गई।शुरुआत ट्विटर ने की, ट्विटर अपने आधे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुका है। लेकिन मस्क के अफलातूनी कदम के बाद तो मानों छंटनी की बाढ़ आ गई। पहले मेटा ने करीब 10000 कर्मचारी निकालने की घोषणा की, उसके बाद अमेजन ने भी इतने ही कर्मचारी निकालने की घोषणा कर दी। अब गूगल भी अपने 10000 नाकारा कर्मचारियों को निकालने जा रही है।
ये तो बस शुरुआत है?
उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि वे पिछले सप्ताह में सिर्फ सुर्खियां हैं - और यह केवल शुरुआत है। तकनीक की दुनिया में कोरोना खत्म होने के बाद से कमाई तेजी से घट रही है। ऐसे में जब कंपनियां आने वाले वर्ष के लिए योजना बनाना शुरू कर रही हैं तो वे अपने वर्कफोर्स में भी कमी ला रही हैं। आर्थिक पूर्वानुमान गंभीर दिखने के साथ, टेक फर्मों ने इसकी शुरुआत भी कर दी है। कंपनियां वेतन लागत को कम करने के लिए अपने कार्यबल में कटौती के साथ शुरू कर रही हैं।
अगले कुछ हफ्तों में होगी ताबड़तोड़ छंटनी
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में हजारों तकनीकी कर्मचारी नौकरी से बाहर हो सकते हैं। गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के बाद छोटी टेक कंपनियां भी अपने कारोबार को सिमटता देख अपने कर्मचारियों की संख्या को और कम करने पर काम कर रही हैं। ऐसे में नवंबर दिसंबर में छंटनी की यह महामारी वैश्विक रूप अख्तियार कर सकती है।
क्यों इतने बिगड़ गए हालात
बड़ी टेक कंपनियों ने पिछले कुछ हफ्तों में कम-से-कम कमाई की अशंका व्यक्त की है। कंपनियों ने आने वाले महीनों के बारे में चेतावनी के संकेत भी दिए हैं। कंपनियों ने कहा कि मंदी का मंडराता खतरा ग्राहकों को खर्च कम करने के लिए मजबूर कर रहा है। इसका मतलब है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में, कंपनियां लागत कम करने की के लिए और भी बड़े छंटनी कार्यक्रम की घोषणा कर सकती हैं।
सबसे पहले वर्कफोर्स पर पड़ती है मार
विशेषज्ञों के अनुसार कोई भी कंपनी जब लागत में कटौती करती है, तो आमतौर पर सबसे पहली मार श्रम लागत और विज्ञापन और मार्केटिंग पर पड़ती है। टेक कंपनियां महामारी के बाद के दौर से गुजर रही हैं। वहीं वैश्विक मंदी के खतरे के बीच वे अपनी लागत को कम करने पर जोर दे रही हैं। बड़ी टेक कंपनियों के बाद अब स्टार्टअप्स में भी छंटनी का दौर शुरू हो सकता है।
क्या कंपनियों की प्लानिंग का हिस्सा है छंटनियां
कुछ कंपनियों के लिए, ये आर्थिक चुनौतियाँ उसी समय आ रही हैं जब वे अगले वित्तीय वर्ष के लिए योजना बना रही हैं। उदाहरण के लिए, अमेज़ॅन, मेटा और Google के पास वित्तीय वर्ष हैं जो 2022 के अंत में या 2023 की शुरुआत में समाप्त होते हैं। हो सकता है कि वे वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले अपनी बैलेंस शीट ठीक करनी चाह रहे हों। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी को अभी निकाल दिया जाता है तो इससे पहली तिमाही की लागत कम हो जाती है। यहां तक कि अगर कर्मचारियों को तीन महीने की तरह लंबा ब्रेक दिया जाता है, तो भी उनका वेतन पहली तिमाही के अंत से पहले कंपनी की बैलेंस शीट में नहीं दिखाई देगा।
क्रिसमस तक छंटनी पर रहेगा जोर
विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनियां अपनी बैलेंसशीट को ठीक करने की जुगत में क्रिसमस छंटनी के नए दौर शुरू कर सकती हैं। इसका मतलब है कि क्रिसमस की छुट्टियों से पहले और साल की शुरुआत से पहले बड़ी संख्या में लोग अपनी नौकरी खो देंगे।" हालांकि इसका दूसरा असर यह भी है कि साल की दूसरी तिमाही तक एक बार फिर नौकरियों में बहार आ सकती है।
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