बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के रूप में भी जाना जाता है) और एनएसई (या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) भारत में दो सबसे महत्वपूर्ण स्टॉक एक्सचेंज हैं। हमने आये दिन न्यूज़ और न्यूज़पेपर के माध्यम से बीएसई और एनएसई के बीएसई और एनएसई क्या हैं बारे में सुना या देखा होगा। हम में से कुछ लोग यह भी जानते होंगे कि वे किसी तरह शेयर या बांड से संबंधित हैं। हालांकि, हममें से ज्यादातर लोग एनएसई और बीएसई के शेयरों में अंतर नहीं जानते होंगे। अब जब हमें एनएसई और बीएसई के बारे में थोड़ा पता चल गया है, तो हम एनएसई और बीएसई के बीच के अंतर को समझेंगे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) भारत में अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्ल्यूएफई) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जून 2018 तक इक्विटी शेयरों में ट्रेडों की संख्या।
एनएसई ने 1994 में इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग, डेरिवेटिव ट्रेडिंग (इंडेक्स फ्यूचर्स के रूप में) और 2000 में इंटरनेट ट्रेडिंग शुरू की, जो भारत में अपनी तरह की पहली थीं।
एनएसई के पास एक पूरी तरह से एकीकृत व्यापार मॉडल है जिसमें हमारी एक्सचेंज लिस्टिंग, ट्रेडिंग सेवाएं, समाशोधन और निपटान सेवाएं, सूचकांक शामिल हैं।मंडी डेटा फीड, प्रौद्योगिकी समाधान और वित्तीय शिक्षा की पेशकश। एनएसई एक्सचेंज के नियमों और विनियमों के साथ व्यापार और समाशोधन सदस्यों और सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा अनुपालन की भी देखरेख करता है।
nse or bse which is better | सबसे अच्छा शेयर बाजार कोनसा है
nse or bse which is better हम शेयर बाजार में निवेश करते हैं तब हमारे मन में ये सवाल जरूर आता है कि, आखिर शेयर बाजार में NSE और BSE मेसे कौनसा अच्छा स्टॉक एक्सचेंज है.
और हमें इन दोनों में से किस स्टॉक एक्सचेंज मे treding करनी चाहिए तो आज हम इस लेख में सबसे अच्छा शेयर बाजार कौनसा है बीएसई और एनएसई क्या हैं NSE or BSE which is better इसके बारे में विस्तार से जानेंगे,
सबसे अच्छा शेयर बाजार कोनसा है
भारत के शेयर बाजार में कुल मिलाकर 24 स्टॉक एक्सचेंज थे लेकिन आज के समय में 23 स्टॉक एक्सचेंज है उनमें से सबसे ज्यादा ट्रेडिंग BSE यानि( Bombay Stock Exchange) और NSE यानि ( National Stock Exchange) मे हि की जाति है,
BSE की स्थापना 1875 मे हुई थी जो एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है, और NSE कि स्थापना थोड़े समय बाद हुई लेकिन सबसे अच्छी हुई जिसे 1992 मैं स्थापित कीया गया था. जिसे BSE को टक्कर देने के लिए पब्लिश किया गया
क्योंकि BSE stock exchange मैं तब एक पेपर के माध्यम से शेयर की खरेदी बिक्री होती थी इसी कारण NSE को स्थापित किया गया ताकि किसी भी इन्वेस्टर के साथ किसी भी प्रकार का fraud ना हो
उदाहरण के लिए 1992 हर्षद मेहता स्कैम इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जो bombay stock exchange मे हुआ था, इसि करन् जब NSE कि स्थापना कि ग्ई तो उसे computerise मे बीएसई और एनएसई क्या हैं पब्किश् किया गया
nse or bse which is bette
BSE | NSE |
स्थापना 1875 | स्थापना 1992 |
olde stock exchange | newe stock exchange |
wold 10 largest stock exchange | wold 11 largest stock exchange |
5000 से ज्यादा कम्पनियां लिस्टेड है | 1600 से ज्यादा कम्पनिया लिस्टेड है |
index – sensex है | index – nifty है |
website/ https://www.bseindia.com/ | website/ https://www.nseindia.com/ |
टर्न ओवर कम है | टर्न ओवर ज्यादा है |
volume कम है | volume ज्यादा है |
ज्योग्राफिकल स्पीड 117 सीटी मे है | ज्योग्राफिकल स्पीड 1500 सीटी मे है |
20% market share us$3 trilin से ज्यादा है | 80% market share us800 trilin से ज्यादा है |
तुलना सारणी (Difference between NSE and BSE in Hindi)
Comparison Table between NSE and BSE) – दोनों में निम्नलिखित अंतर है –
- एनबीएफसी और बैंक में क्या अंतर होता है?
- पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर के बैंक में क्या अंतर होता है?
एनएसई क्या है? (What is NSE?)
एनएसई या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 में हुई थी और अगर देखा जाये तो ये भारत का सबसे युवा स्टॉक एक्सचेंज है। इसे 1993 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में अपनी पहचान मिली। एनएसई ने ही सबसे पहले भारत में पूरी तरह से आटोमेटिक, इलेक्ट्रॉनिक और स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग की शुरुआत की थी। एनएसई ने ही साल 1995 से इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयरों और बांडों के ट्रेडिंग के लिए एक सुरक्षित प्लेटफार्म निवेशको को प्रदान किया। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम ने ट्रेडिंग से कागज-आधारित निपटान प्रणाली (paper-based settlement) को हटाने में मदद की।
एनएसई ने 1995-96 के दौरान अपना बेंचमार्क इंडेक्स-निफ्टी 50 लॉन्च किया था। निफ्टी को अप्रैल 1996 में पेश किया गया था, जो एनएसई पर सूचीबद्ध 50 सबसे अधिक लिक्विड बीएसई और एनएसई क्या हैं और निरंतर ट्रेडिंग भारतीय कंपनियों को ट्रैक करता है। यदि आप निफ्टी 50 बीएसई और एनएसई क्या हैं को ट्रैक करते हैं तो आपको शेयर बाजार और आर्थिक रुझानों का स्पष्ट अंदाजा लग जाएगा। एनएसई पूंजी जुटाने के लिए कंपनियों को सहायता भी प्रदान करते हैं ।
बीएसई क्या है? (What is BSE?)
बीएसई या बॉम्बे स्टॉक बीएसई और एनएसई क्या हैं एक्सचेंज न केवल भारत में बल्कि एशिया में सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसे वर्ष 1875 में बनाया गया था और तब से ये इक्विटी, डेट बीएसई और एनएसई क्या हैं इंस्ट्रूमेंट्स, म्यूचुअल फंड, करेंसी और डेरिवेटिव जैसे हाई-स्पीड ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स की पेशकश कर रहे हैं। संस्था की स्थापना प्रेमचंद रॉयचंद ने की थी और इसे तब द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन (Native Share & Stock Brokers Association) कहा जाता था, जो बाद में बीएसई बन गया।
BSE को 1957 में भारत की बीएसई और एनएसई क्या हैं केंद्र सरकार से एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता मिली। सेंसेक्स बीएसई और एनएसई क्या हैं या सेंसिटिव इंडेक्स बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स है और यह देश का पहला इक्विटी इंडेक्स है।
बीएसई का इंडेक्स सेंसेक्स बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष 30 बड़ी और अग्रणी कंपनियों को ट्रैक करता है। ये कंपनियां 10 से अधिक क्षेत्रों से संबंधित हैं और ये भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में समग्र रूप से बीएसई और एनएसई क्या हैं रुझानों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
सेबी की चेतावनी के बाद NSE ने डिजिटल गोल्ड की बिक्री पर रोक लगाई, जानिए क्या है मामला
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अपने बीएसई और एनएसई क्या हैं सदस्यों, जिनमें स्टॉक ब्रोकर भी शामिल हैं, को निर्देश दिया है कि वे 10 सितंबर तक अपने प्लेटफार्म के जरिए डिजिटल गोल्ड की हो रही बिक्री को बंद कर दें। NSE ने ये फैसला सेबी के ये कहने के बाद लिया है कि कुछ मेंबर अपने प्लेटफार्म के जरिए अपने ग्राहकों को डिजिटल गोल्ड खऱीदने-बेचने की सुविधा दे रहे हैं।
SEBI ने 3 अगस्त को जारी एक लेटर के जरिए एक्सचेंज को सूचित किया था कि इस तरह की गतिविधि Securities Contracts (Regulation) Rules (SCRR), 1957 का उल्लंघन है। NSE के सदस्यों को इस तरह की गतिविधि से दूर रहना चाहिए।
बता दें कि SCRR नियमों के तहत एक्सचेंज के सभी सदस्यों को सिक्युरिटीज (securities) और कमोडिटी डेरीवेटिव्स (commodity derivatives) के अलावा कोई और कारोबार नहीं करना चाहिए। अगर वे ऐसा करते हैं तो ये नियमों का उल्लंघन होगा। इस नियम के आधार पर एनएसई ने अपने सदस्यों को अपने प्लेटफार्म पर डिजिटल गोल्ड का कारोबार बंद करने के निर्देश दिए हैं।
146 साल का हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज: कैसा रहा BSE का 1875 से लेकर अब तक का सफर?, जानिए सबकुछ
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) 146 साल का गया है। 9 जुलाई 1875 में BSE की स्थापना हुई थी। यह एशिया का पहला और सबसे तेज स्टॉक एक्सचेंज है। करीब 41 साल पहले 100 के आधार अंक से शुरू हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 53,000 के पार पहुंच गया है। यानी सेंसेक्स में लगभग 530 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
शेयर मार्केट की शुरुआत एक बरगद के पेड़ के नीचे 318 लोगों ने 1 रुपये के एंट्री फीस के साथ की थी। 25 जनवरी, 2001 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने डॉलेक्स-30 लॉन्च किया था। इसे BSE का डॉलर लिंक्ड वर्जन कहा जाता है।
सेंसेक्स की शुरुआत कहानी
1986 में जब सेंसेक्स की शुरुआत हुई तो इसका बेस इयर 1978-79 को रखा गया और बेस 100 पॉइंट बनाया गया। जुलाई 1990 में ये आंकड़ा 1,000 पॉइंट बीएसई और एनएसई क्या हैं पर पहुंच गया। 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद सरकार ने FDI के दरवाजे खोले और बिजनेस करने के कानून में बदलाव किया। मार्केट वैल्यू का डिरेगुलेशन किया गया और अर्थव्यवस्था को सर्विस ओरिएंटेड कर दिया। इसने सेंसेक्स में गति बढ़ाई।
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