पीएम मोदी की 'मन की बात'

डा. वेद प्रताप वैदिक

मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों को बधाई कि उन्होंने अपने किसानों की सुध ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने तो किसी आंदोलन का इंतजार किए बिना ही किसानों को बिना ब्याज के 32 हजार करोड़ रु. के कर्ज की माफी की घोषणा कर दी। उत्तरप्रदेश सरकार ने तो पहले ही 30000 करोड़ रु. का किसानी कर्ज माफ कर दिया है। यदि भाजपा के ये चार मुख्यमंत्री ऐसा किसानपरस्त कदम उठा सकते हैं तो दूसरे भाजपाई मुख्यमंत्री किसके इशारे का इंतजार कर रहे हैं ? क्या उनके प्रांतों में किसान नहीं रहते हैं या क्या उनके सभी किसान मालदार हैं ? यह ठीक है कि इस तरह की कर्ज माफी बैंकों के लिए बहुत बोझिल हो जाएगी और यदि सभी किसानों का कर्ज माफ होगा तो वह लाखों-करोड़ रुपयों में जाएगा। इसके अलावा यह उन किसानों को गलत रास्तों पर चलने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा, इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? जो कर्ज तो खेती के नाम पर लेते हैं लेकिन उसे खर्च खाने-पीने, विवाह-शादी और एशो-आराम में करते हैं। कर्ज माफी का एक नुकसान यह भी है कि कहीं यह किसानों की एक लत ही न बन जाए लेकिन फिर भी कम से कम एक बार तो किसानों को यह तात्कालिक राहत मिलनी ही चाहिए। किसानों को स्थायी राहत मिले, इस दिशा में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कुछ अच्छे कदमों की घोषणा की है। जैसे हर गांव और शहर में किसान बाजार बनाए जाएंगे, जहां किसान सीधे स्वयं अपनी चीजें बेच सकेंगे। अगर बिचौलिए नहीं होंगे तो जो प्याज़ उसे 5 रु. किलो बेचनी पड़ती है, उसके उसे 15 से 20 रु. किलो तक मिलेंगे। फिर समर्थन मूल्य से कम पर किसी चीज़ का क्रय-विक्रय अपराध माना जाएगा। दूध के दाम बांधे जाएंगे। हर गांव में खेती सलाहकार केंद्र स्थापित किए जाएंगे। किसानों की बची हुई फसलों को सरकार खरीदेगी। उनकी जमीनें उनकी मर्जी के बिना नहीं ली जाएंगी। उनकी कर्जमाफी के लिए कोई उचित राह खोजी जाएगी। फसल-बीमे पर भी राज्य सरकारों को कोई ठोस पहल करनी चाहिए। किसानों के लिए उत्तम बीज, उचित खाद और उत्कृष्ट सिंचाई की व्यवस्था भी जरुरी है। उसके बिना किसानों का सिरदर्द दूर नहीं होगा।

डा. वेद प्रताप वैदिक

मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों को बधाई कि उन्होंने अपने किसानों की सुध ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने तो किसी आंदोलन का इंतजार किए बिना ही किसानों को बिना ब्याज के 32 हजार करोड़ रु. के कर्ज की माफी की घोषणा कर दी। उत्तरप्रदेश सरकार ने तो पहले ही 30000 करोड़ रु. का किसानी कर्ज माफ कर दिया है। यदि भाजपा के ये चार मुख्यमंत्री ऐसा किसानपरस्त कदम उठा सकते हैं तो दूसरे भाजपाई मुख्यमंत्री किसके इशारे का इंतजार कर रहे हैं ? क्या उनके प्रांतों में किसान नहीं रहते हैं या क्या उनके सभी किसान मालदार हैं ? यह ठीक है कि इस तरह की कर्ज माफी बैंकों के लिए बहुत बोझिल हो जाएगी और यदि सभी किसानों का कर्ज माफ होगा तो वह लाखों-करोड़ रुपयों में जाएगा। इसके अलावा यह उन किसानों को गलत रास्तों पर चलने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा, जो कर्ज तो खेती के नाम पर लेते हैं लेकिन उसे खर्च खाने-पीने, विवाह-शादी और एशो-आराम में करते हैं। कर्ज माफी का एक नुकसान यह भी है कि कहीं यह किसानों की एक लत ही न बन जाए लेकिन फिर भी कम से कम एक बार तो किसानों को यह तात्कालिक राहत मिलनी ही चाहिए। किसानों को स्थायी राहत मिले, इस दिशा में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कुछ अच्छे कदमों की घोषणा की है। जैसे हर गांव और शहर में किसान बाजार बनाए जाएंगे, जहां किसान सीधे स्वयं अपनी चीजें बेच सकेंगे। इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? अगर बिचौलिए नहीं होंगे तो जो प्याज़ उसे 5 रु. किलो बेचनी पड़ती है, उसके उसे 15 से 20 रु. किलो तक मिलेंगे। फिर समर्थन मूल्य से कम पर किसी चीज़ का क्रय-विक्रय अपराध माना जाएगा। दूध के दाम बांधे जाएंगे। हर गांव में खेती सलाहकार केंद्र स्थापित किए जाएंगे। किसानों की बची हुई फसलों को सरकार खरीदेगी। उनकी जमीनें उनकी मर्जी के बिना नहीं ली जाएंगी। उनकी कर्जमाफी के लिए कोई उचित राह खोजी जाएगी। फसल-बीमे पर भी राज्य सरकारों को कोई ठोस पहल करनी चाहिए। किसानों के लिए उत्तम बीज, उचित खाद और उत्कृष्ट सिंचाई की व्यवस्था भी जरुरी है। इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? उसके बिना किसानों का सिरदर्द दूर नहीं होगा।

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download [RPSC] पुलिस एसआई सिलेबस

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download

Table of Contents

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download | Rajasthan Police SI Syllabus in Hindi | RPSC SI Syllabus 2022 | Rajasthan Police SI Syllabus 2022 PDF Download | Raj Police Exam Pattern.

Rajasthan Police SI Syllabus 2022: यदि आप Rajasthan Police SI Exam के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। फिर आपको Syllabus के बारे में विस्तार से पता होना चाहिए क्योंकि आपको परीक्षा की तैयारी शुरू करनी होगी। यदि आप Rajasthan Police SI परीक्षा को शानदार तरिके के साथ पास करना चाहते हैं, तो इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? आपको यह जानकर खुशी हो सकती है कि हमने नीचे एक विस्तृत Rajasthan Police SI Syllabus 2022 प्रदान किया है। सिलेबस को विस्तार से जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। इसके अलावा, राजस्थान पुलिस एसआई चयन प्रक्रिया के बारे में जानें ।

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download

Rajasthan Police SI Syllabus 2022

Rajasthan Police SI Syllabus 2022: Rajasthan Police SI परीक्षा पैटर्न में तीन चरण होते हैं । पहला चरण लिखित परीक्षा है। इसमें सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी और सामान्य विज्ञान जैसे खंड होते हैं। इन तीन खंडों में, विभिन्न विषय शामिल हैं जिनके बारे में आप नीचे विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

RPSC SI Recruitment 2022 Details

Rajasthan Police SI Syllabus 2021

नीचे परीक्षा पैटर्न दिया गया है, इसके माध्यम से आप अपने राजस्थान पुलिस SI की तेयरी शुरू कर सकते है।

Mann Ki Baat: जानिये साल 2022 के अंतिम 'मन की बात' में पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

पीएम मोदी की 'मन की बात'

पीएम मोदी की 'मन की बात'

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के जरिये इस साल 2022 के मन की बात कार्यक्रम के आखिरी एपिसोड को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि वर्ष 2022 कई मायनों में बहुत ही प्रेरक रहा, अद्भुत रहा। इस साल भारत ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किये और इसी वर्ष अमृतकाल का प्रारंभ हुआ। इस साल देश ने नई रफ़्तार पकड़ी> 2022 की विभिन्न सफलताओं ने आज पूरे विश्व में भारत के लिए एक विशेष स्थान बनाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये पीएम इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? मोदी के संबोधन की खास बातें।

1. मेरे प्यारे देशवासियो, अब हम धीरे-धीरे ‘मन कीबात’ के 100वें एपिसोड के अभूतपूर्व पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं। 100वें episode में हम क्या बात करें, उसे कैसे खास बनायें, इसके लिए आप मुझे अपने सुझाव भेजेंगे तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।
2. बीते वर्षों में भारत ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई बड़ी चुनौतियों पर विजय पाई है। इसका श्रेय हमारे Medical Experts, Scientists और देशवासियोँ को जाता है। हमने Smallpox, Polioऔर Guinea Worm बीमारियों को समाप्त करके दिखाया है।
3. आज श्रोताओं को, मैं एक और चुनौती के बारे में बताना चाहता हूं, जो अब समाप्त होने की कगार पर है। ये चुनौती, ये बीमारी है- ‘कालाजार।
4. सबके प्रयास की इसी भावना से, हम, भारत को 2025 तक टी.बी. मुक्त करने के लिए भी काम कर रहे हैं। आपने देखा होगा, बीते दिनों, जब टी.बी. मुक्त भारत अभियान शुरू हुआ, तो हजारों लोग, टी.बी मरीजों की मदद के लिए आगे आएं।
5. देशवासियो, हमारी परंपरा और संस्कृति का माँ गंगा से अटूट नाता है। ‘नमामि गंगे’ अभियान की सबसे बड़ी ऊर्जा, लोगों की निरंतर सहभागिता है। ‘नमामिगंगे’ अभियान में, गंगा प्रहरियों और गंगा दूतों की भी बड़ी भूमिका है।
6. हम सभी के लिए यह गौरव की बात है कि भारत की इस पहल को, आज दुनियाभर की सराहना इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? मिल रही है | UnitedNations ने नमामिगंगे मिशन को Ecosystem को Restore करने वाले दुनिया के Top Ten Initiatives में शामिल किया है।
7. जब संकल्प शक्ति मजबूत हो, तो बड़ी से बड़ी चुनौती भी आसान हो जाती है। इसकी मिसाल पेश की है -सिक्किम के थेगू गाँव के ‘संगे शेरपा जी’ ने, जो पिछले 14 साल से 12,000 फीट से भी ज्यादा की ऊचाई पर पर्यावरण संरक्षण के काम में जुटे हैं।
8. मुझे खुशी है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ भारतीयों के मन में रच-बस चुका है। साल 2014 में इस जन आंदोलन के शुरू होने के साथ ही, इसे नयी ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए लोगों ने कई अनूठे प्रयास किये हैं।
9. पिछले दिनों एमआईबी इंडिया ने भी मुंबई में,अहमदाबाद में, कोलकता में, शिलांग में अपने दफ्तरों में साफ-सफाई का इन आंदोलनों के साथ व्यापार कैसे करें? भरपूर प्रयास किया और उसके कारण आज उनको दो-दो, तीन-तीन मंजिलें, पूरी तरह से नये सिरे से काम में आ सके।
10. हमारे देश में अपनी कला-संस्कृति को लेकर एक नई जागरूकता आ रही है, एक नई चेतना जागृत हो रही है। ‘मन की बात’ में, हम अक्सर ऐसे उदाहरणों की चर्चा भी करते हैं।
11. हाल ही में दुबई से खबर आई कि वहाँ के कलारी club ने Guinness Book of World Records में नाम दर्ज किया है।
12. देशवासियो, मैं आप सभी को कर्नाटका के गडक जिले में रहने वाले ‘क्वेमश्री’ जी के बारे में बताना चाहता हूँ। ‘क्वेमश्री’ दक्षिण में कर्नाटका की कला-संस्कृति को पुनर्जीवित करने के mission में पिछले 25 वर्षों से अनवरत लगे हुए हैं।
13. साथियो, अपनी कला-संस्कृति के प्रति देशवासियों का ये उत्साह ‘अपनी विरासत पर गर्व’ की भावना का ही प्रकटीकरण है। हमारे देश के हर कोने में ऐसे कितने ही रंग बिखरे हैं।
14. देशवासियो, देश के अनेक क्षेत्र में बांस से अनेक सुन्दर और उपयोगी चीजें बनाई जाती हैं। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में बांस के कुशल कारीगर, कुशल कलाकार हैं।
15. कर्नाटक के शिवमोगा में एक दंपति श्रीमान सुरेश और उनकी पत्नी श्रीमती मैथिली सुपारी के रेशे से बने कई unique products international market तक पहुँचा रहे हैं। उनके products लंदन और यूरोप के बाज़ारों में भी बिक रहे हैं।
16. अगली बार हम वर्ष 2023 में मिलेंगे। मैं आप सभी को वर्ष 2023 की शुभकामनायें देता हूँ। ये वर्ष सभी के लिए खास रहे, देश नई ऊँचाइयों को छूता रहे। आप पर्वों का खूब आनंद लीजिये, लेकिन, थोड़ा सतर्क भी रहिए। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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