वायुसेना ने किया अग्निवीर की नई भर्ती का ऐलान, जानिए कब से शुरू होंगे आवेदन
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने नई अग्निवीरवायु भर्ती की तारीख़ों की घोषणा कर दी है. वायु सेना ने ट्वीट कर जानकारी दी की नई भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस नवम्बर माह के पहले हफ़्ते में शुरू किया जाएगा. वहीं भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन जनवरी 2023 में किया जाएगा.
वायु सेना ने 12 अक्टूबर को इस संबंध में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया. जिसमें बताया गया है कि भर्ती को लेकर जल्द ही पूरा नोटिफिकेशन आधिकारिक वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर रिलीज़ किया जाएगा. ग़ौरतलब है कि वायु सेना की ओर से अग्निवीरवायु 2022 की भर्ती की जा चुकी है. अब 2023 के लिए नई भर्ती प्रक्रिया शुरू होनी है. जिसके लिए रजिस्ट्रेशन नवंबर माह में शुरू कर दिए जाएंगे.
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बताते चलें कि पिछली भर्ती की तरह आगामी भर्ती में भी मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं इंग्लिश के साथ न्यूनतम 50 फ़ीसदी अंक 12वीं में हासिल करने वाले अथवा तीन वर्ष इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने वाले उम्मीदवारों को शामिल होने का मौक़ा दिया जा सकता है.
वहीं साइंस के अलावा अन्य विषयों के लिए 50 फ़ीसदी अंकों के साथ 12 वीं पास एवं अंग्रेज़ी में न्यूनतम 50 फ़ीसदी अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार इसके लिए आवेदन कर सकेंगे. साथ ही पिछली भर्तियों के आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि पदों पर उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन टेस्ट, मेडिकल टेस्ट, शारीरिक परीक्षण के आधार पर किया जाएगा.
अमेरिका ने भारत को अपनी मुद्रा नगरानी सूची से हटाया, आखिर क्यों, यहां पढ़ें
विभाग ने गुरुवार को कांग्रेस को एक रिपोर्ट में निर्णय से अवगत कराया जिसमें कहा गया था कि भारत सूची में बने रहने की कसौटी पर खरा नहीं उतरा। सूची जो निगरानी करती है कि क्या देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने या भुगतान संतुलन समायोजन का फायदा उठाने के लिए अपनी मुद्रा और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर में हेरफेर करते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इटली, मैक्सिको, थाईलैंड और वियतनाम को भी निगरानी सूची से हटा दिया गया है, जबकि चीन, जापान, कोरिया, जर्मनी, मलेशिया, सिंगापुर और ताइवान इस पर बने हुए हैं। भारत ने दो रिपोटिर्ंग अवधियों में तीन मानदंडों में से एक को पूरा किया, जिससे यह हटाने के योग्य हो गया, जैसा कि चार अन्य देशों ने किया था।
रिपोर्ट का विमोचन येलन की भारत यात्रा के दौरान व्यापार बंधनों को मजबूत करने के लिए किया गया था क्योंकि चीन पर अधिक निर्भरता से समस्याओं का सामना करने के बाद अमेरिका वैश्विक आर्थिक और विनिर्माण पुनर्गठन चाहता है। येलेन ने फ्रेंडशोरिंग की अवधारणा की बात की - मित्र देशों में आपूर्ति श्रृंखला लाना।
उन्होंने कहा- ऐसी दुनिया में जहां आपूर्ति श्रृंखला कमजोरियां भारी लागत लगा सकती हैं, हमारा मानना है कि भारत के साथ अपने व्यापार संबंधों को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। भारत हमारे भरोसेमंद व्यापारिक साझेदारों में से एक है। किसी देश को निगरानी सूची में रखने के लिए जिन तीन कारकों पर विचार किया गया है, वह हैं अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार अधिशेष का आकार, चालू खाता अधिशेष और विदेशी मुद्रा बाजार में लगातार एकतरफा हस्तक्षेप। इसके अलावा, यह मुद्रा विकास, विनिमय दर प्रथाओं, विदेशी मुद्रा आरक्षित कवरेज, पूंजी नियंत्रण और मौद्रिक नीति पर भी विचार करता है।
रिपोर्ट में विशेष रूप से यह नहीं बताया गया है कि भारत किन मानदंडों को पूरा करता या नहीं करता है, लेकिन इसमें संबंधित क्षेत्रों में नई दिल्ली के प्रदर्शन का उल्लेख है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जून के अंत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 526.5 अरब डॉलर था, विदेशी मुद्रा व्यापार पटियाला जो सकल घरेलू उत्पाद का 16 फीसदी है। भारत, रिपोर्ट में शामिल अन्य देशों की तरह, मानक पर्याप्तता बेंचमार्क के आधार पर पर्याप्त - या पर्याप्त से अधिक - विदेशी मुद्रा भंडार को बनाए रखना जारी रखता है।
रिपोर्ट के अनुसार, इसका अमेरिका के साथ 48 बिलियन डॉलर का व्यापार अधिशेष भी था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने आर्थिक नीति में पारदर्शिता सुनिश्चित की। एकतरफा मुद्रा हस्तक्षेप के लिए विभाग का मानदंड 12 महीनों में से कम से कम आठ में विदेशी मुद्रा की शुद्ध खरीद है, जो सकल घरेलू उत्पाद का कम से कम दो प्रतिशत है। इसने कहा कि चौथी तिमाही में भारत की विदेशी मुद्रा की शुद्ध खरीद पिछली अवधि की तुलना में नकारात्मक 0.9 थी, या 30 बिलियन डॉलर कम थी।
Zubair case: 'जब फिल्म आई तब इंटरनेट और ट्विटर नहीं थे', जुबैर केस की सुनवाई में बोली पुलिस
Zubair bail hearing : जुबैर की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान उनकी वकील वृंदा ग्रोवर ने दलील दी कि दिल्ली पुलिस ने मोबाइल और हार्ड डिस्क जप्त कर लिया है लेकिन अभी दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. केवल दिल्ली पुलिस इस मामले को लंबा खींचना चाहती है. ये मामला पुलिस गलत मंशा से चला रही है.
संजय शर्मा
- नई दिल्ली,
- 02 जुलाई 2022,
- (अपडेटेड 02 जुलाई 2022, 2:46 PM IST)
- मोहम्मद जुबैर की जमानत याचिका पर पटियाला कोर्ट में हुई सुनवाई
- 27 जून को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
दिल्ली की पटियाला कोर्ट में शनिवार को फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की. उधर, जुबैर की ओर पेश वकील वृंदा ग्रोवर ने कोर्ट में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने जुबैर को गिरफ्तार कर न्यायपालिका का मजाक उड़ाया.
जुबैर की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान उनकी वकील वृंदा ग्रोवर ने दलील दी कि दिल्ली पुलिस ने मोबाइल और हार्ड डिस्क जप्त कर लिया है लेकिन अभी दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. केवल दिल्ली पुलिस इस मामले को लंबा खींचना चाहती है. ये मामला पुलिस गलत मंशा से चला रही है.
दिल्ली पुलिस ने भी इसके जवाब में कहा कि जुबैर जब पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस के दफ्तर अपना फोन लेकर आया था. जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि वह उस दिन से पहले एक और सिम इस्तेमाल कर रहा था. नोटिस मिलने पर उसने उसे निकाल कर नए मोबाइल में डाल दिया.
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पुलिस ने कहा- चतुर और शातिर हैं जुबैर
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से कहा कि आप खुद देखें कि वह व्यक्ति ( जुबैर) कितना चतुर और शातिर है. वृंदा ग्रोवर ने जुबैर की ओर से कहा कि क्या अपना मोबाइल फोन या सिम कार्ड बदलना अपराध है? क्या मेरे फोन को रिफॉर्मेट करना अपराध है? या फिर चालाक होना गुनाह है.
वृंदा ग्रोवर ने कहा, इनमें से कोई भी दंड संहिता के तहत अपराध नहीं है. यदि आप किसी को पसंद नहीं करते हैं, तो कोई बात नहीं, लेकिन आप चालाक आदमी पर इस तरह आरोप नहीं लगा सकते हैं. ये जांच के नाम पर जबरिया फंसाने वाली चाल है.
अभी मामले की जांच जारी- दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने कहा कि अभी इस मामले में जांच चल रही है. जैसे जैसे तथ्य मिल रहे हैं नई नई चीजें विदेशी मुद्रा व्यापार पटियाला जुड़ रही हैं. अभी इसमें 35 एफसीआरए की धारा भी जोड़ी गई है. क्योंकि यदि आप गुपचुप तैर पर विदेश के किसी व्यक्ति से कुछ दान आदि स्वीकार करते हैं तो यह विदेशी मुद्रा विनिमय कानून का उल्लंघन है. सीडीआर विश्लेषण के अनुसार, इसने पाकिस्तान, सीरिया आदि से रेजर गेटवे के माध्यम से फंड स्वीकार किया है इन सभी चीजों की आगे की जांच की आवश्यकता है.
दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश वकील ने कहा कि इस मामले में अभी जांच चल रही है और जरूरत पड़ने पर दिल्ली पुलिस जुबैर की दोबारा कस्टडी भी ले सकती है और कस्टडी के लिए दिल्ली पुलिस कोर्ट में एप्लीकेशन भी दाखिल कर सकती है.
सारी कहानी मनगढ़ंत- जुबैर के वकील
जुबैर की वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि दिल्ली पुलिस कि यह सारी कहानी मनगढ़ंत है. यह पूरी कहानी साल 2018 की है. वह भी एक पुराने ट्वीट का मामला है और दिल्ली पुलिस उस मामले को लेकर कहीं और ले जा रही है. दिल्ली पुलिस ने जिस तरह जुबैर को गिरफ्तार किया है. ऐसे में कोर्ट द्वारा किसी भी अपराधी को गिरफ्तार करने के दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया है. दिल्ली पुलिस ने जुबैर को गिरफ्तार करके न्यायपालिका के नियमों का भी मजाक उड़ाया है.
ग्रोवर ने दिल्ली पुलिस द्वारा जब्त किए गए सामान की जानकारी कोर्ट को देते हुए कहा कि पुलिस मेरे (जुबैर) द्वारा जनवरी 2022 में मेरे द्वारा खरीदे गए फोन का टैक्स इनवॉयस लेते हैं. जहां तक मुझे पता है, मोबाइल फोन खरीदने पर कोई अपराध नहीं है. यह कैसे संदेहास्पद है कम से कम मेरे लिए चौंकाने वाला है.
जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जुबैर
दिल्ली पुलिस ने कहा, जुबैर जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. इसलिए विदेशी मुद्रा व्यापार पटियाला उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया. यह सीआरपीसी की धारा 41 के तहत जांच अधिकारी का विवेक है. फिर आया फिल्म का मुद्दा! पुलिस ने कहा कि जब फिल्म रिलीज हुई तब इंटरनेट और ट्वीटर नहीं था. तब फोन भी नहीं होते थे. ये eco सिस्टम नहीं था. 2018 में इस मामले में ट्वीट किया गया था और यह ट्वीट अभी भी लगातार है. सभी लोग इस को फॉलो कर रहे हैं. यानी कि यह कहा जा सकता है कि लगातार इस मामले में अपराध का अनुसरण किया गया है.
दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया, हमने जांच पूरी या खत्म नहीं की है. जांच की आवश्यकता क्यों है, ये हम पहले ही बता चुके हैं. जांच की प्रक्रिया के दौरान हम कुछ अपराधों को फौरी तौर पर छोड़ सकते हैं या कुछ अपराधों को अंतिम चरण में जोड़ सकते हैं. इसलिए इस स्तर पर यह तर्क देना कि कुछ भी नहीं बनाया गया है, यह सच नहीं है.
दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा, अब सवाल आया कि क्या हम ऐसी चीजों के वीडियो डाल सकते हैं और अपलोड कर सकते हैं? खासकर जब आप एक युवा पत्रकार हों. जिम्मेदारी ज्यादा होनी चाहिए. आपको इसे हटा देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बहुत सी वल्गर अश्लील फिल्में है ..क्या आप अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या प्रेस की आजादी की आड़ लेकर उसे भी अपलोड कर देंगे? आप पढ़े लिखे जर्नलिस्ट हैं! जहा तक लैपटॉप के सीज करने की बात है वो इसलिए किया कि आप सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते थे.
चंडीगढ़ अंचल के अंतर्गत पटियाला (पंजाब) में किराए पर परिसर कि आवश्यकता
बैंक ऑफ महाराष्ट्र कभी भी फोन कॉल/ई-मेल/एसएमएस के माध्यम से किसी भी उद्देश्य हेतु बैंक खाते के ब्यौरे नहीं मांगता।
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केनरा बैंक
केनरा बैंक भारत की एक प्रमुख वाणिज्यिक बैंक है। भारत में इसकी स्थापना 1906 में, श्री अम्मेम्बल सुब्बा राव पई, एक महान दूरदर्शी और परोपकारी द्वारा की गयी थी [1] इस नाते यह भारत के सबसे पुराने भारतीय बैंकों में से एक है। 2013 तक केनरा बैंक की भारत और अन्य देशों में 3600 से अधिक शाखायें थीं, बैंगलोर में अधिकतम शाखाओं के साथ। [2] इसका मुख्य कार्यालय बंगलूरू में स्थित है। केनरा बैंक, विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए आवश्यक बल देने के विशेष रूप से निर्यात और अनिवासी भारतीयों की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके विभिन्न विदेशी विभागों के कामकाज की निगरानी के लिए, 1976 में अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रभाग की स्थापना की। [3] बैंक की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लंदन, हांगकांग, मास्को, शंघाई, दोहा और दुबई जैसे केन्द्रों मे है। व्यापार के संदर्भ में यह एक भारत के सबसे बडे़ राष्ट्रीयकृत बैंको में से एक है, जिसका कुल कारोबार 598,033 करोड़ रुपयों का है। [4]
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