Best 5 Stocks for 2022: नए साल में अच्छी कमाई के लिए इन 5 शेयरों पर लगा सकते हैं दांव, एक्सपर्ट ने जताया बेहतर रिटर्न का भरोसा
Top Stock Picks of 2022: एक्सपर्ट की राय में साल 2022 में बेहतर मुनाफे के लिए इन 5 शेयरों में निवेश किया जा सकता है.
नए साल 2022 में निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक की बात करें तो ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं.
Top 5 Stock Picks for 2022: इस साल स्टॉक मार्केट में निवेशकों को इक्विटी मार्केट से शानदार रिटर्न मिला लेकिन अगला साल अधिक चुनौती भरा रहने वाला है. महंगाई की बढ़ती आशंका को देखते हुए इसके आसार दिख रहे हैं कि अधिकतर केंद्रीय बैंक लिक्विडिटी को कम करने के लिए ब्याज दरें बढ़ा सकती है. इसके अलावा अगले साल 2022 में कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते अनिश्चितता का भी मार्केट पर असर दिख सकता है. हालांकि नए साल 2022 में निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक की बात करें तो ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं.
सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस के भाव में 62 फीसदी की बढ़ोतरी के फैसले से कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोतरी होगी. महंगे कच्चे तेल और ओएनजीसी के प्रोडक्शन वॉल्यू में 5-7 फीसदी की ग्रोथ के चलते कंपनी के ईबीआईटीडीए में अगले साल बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में कंपनी का डेट-टू-ईबीआईटीडीए रेशियो अगले साल मजबूत होकर 1.6x-1.9x के बीच रह सकता है. तकनीकी तौर पर मूविंग एवरेजेज (MAs), रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), मूविंग एवरेज कंवर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD) और स्टॉकेस्टिक भी डेली चार्ट पर मजबूत रूझान दिखा रहे हैं. ऐसे में वर्ष 2022 में ओएनजीसी 170 रुपये के भाव पर पहुंच सकता है.
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GAIL (INDIA)
मार्केटिंग प्रॉफिट में उछाल के दम पर गेल इंडिया की बिक्री बढ़ी है और इसकी आय बढ़ी है. कंपनी की आय को गैस की ऊंची कीमतों का सहारा मिला है और यह अगले साल भी जारी रह सकता है. गैस खपत में बढ़ोतरी से भी गेल इंडिया के मुनाफे में बढ़ोतरी की संभावना है. डेली चार्ट पर इसके भाव को 140 रुपये के लेवल पर सपोर्ट मिल रहा है और 200 दिनों के मूविंग एवरेज पर खरीदारी के रूझान को सपोर्ट मिल रहा है. इसके अलावा आरएसआई भी लोअर जोन में है जिससे नियर टर्म में गेल के भाव 165 रुपये तक पहुंचने के आसार दिख रहे हैं.
HDFC Bank
मजबूत कैपिटलाइजेशन, बढ़ी लिक्विडिटी, घटे एनपीए और आय में बढ़ोतरी के चलते एचडीएफसी बैंक निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प है. अभी इसके भाव डेली चार्ट पर 100-200 DEMA (डबल एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर हैं. इसके अलावा साप्ताहिक चार्ट पर इसके भाव पैराबोलिक एसएआर से ऊपर है जिससे सकारात्मक रूझान दिख रहा है. अगले साल एचडीएफसी बैंक के भाव 1750 रुपये के लेवल तक पहुंच सकते हैं.
मजबूत डॉलर, डिजिटाइजेशन और कारोबारी सुधार के चलते तकनीकी सेक्टर मजबूत है और इसकी मजबूती अगले साल 2022 में बनी रहने वाली है. टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के भाव मीन से ऊपर हैं जिसका अपर बैंड नॉर्थ-वार्ड डायरेक्शन में है जिससे इसके भाव में तेजी के संकेत मिल रहे हैं. अधिकतर ऑस्किलेटर्स भी इसमें बुलिश रूझान के संकेत दिखा रहे हैं. अगले साल इसके भाव 3600 रुपये के लेवल तक पहुंच सकते हैं.
SBI (State Bank of India)
अभी यह स्टॉक सभी मूविंग एवरेज से ऊपर है जिससे इसमें आगे भी तेजी के आसार दिख रहे हैं. इसके अलावा आरएसआई, एमएसीडी, एडीएक्स (एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स) भी कंफर्ट जोन में है जिससे इसमें बुलिश रूझान दिख रहा है. आने वाले महीनों में यह शेयर 600 रुपये के लेवल तक पहुंच सकता है.
शानदार रहा यह साल घरेलू इक्विटी मार्केट के लिए
घरेलू इक्विटी मार्केट के लिए यह साल 2021 बहुत शानदार रहा और सेंसेक्स ने पहली बार 61 हजार व निफ्टी 50 ने 18 हजार का लेवल पार किया. इस साल मैक्रो इंडिकेटर्स में सुधार, मजबूत वैश्विक लिक्विडिटी, आर्थिक गतिविधियों में तेजी, वैक्सीनेशन में तेजी, खपत में सुधार, मौद्रिक नीतियों में ढील और कॉरपोरेट की कमाई में तेज रिकवरी ने मार्केट को सपोर्ट किया जिसके दम पर सेंसेक्स व निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे. इस साल बैंकिंग, इंफ्रा, आईटी, ऑटो, मेटल्स और फार्मा शेयरों ने शानदार रिटर्न दिया. मैन्यूफैक्चरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर में सरकार कई स्ट्रक्टचरल रिफॉर्म सबसे अच्छा शेयर मार्केट एप्प की तैयारी में है जिसके चलते अगले साल मिड व स्माल कैप उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा आर्थिक गतिविधियां पटरी पर आ रही है व कॉरपोरेट कमाई भी बढ़ रही है जिसके चलते बाजार के अगले साल भी मजबूत रहने के आसार दिख रहे हैं.
(आर्टिकल: रवि सिंह, वाइस प्रेसिडेंट व रिसर्च प्रमुख, शेयरइंडिया सिक्योरिटीज)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
Online Payment: ऑनलाइन पेमेंट के लिए कौन-सा ऐप बेहतर, कितनी है Phone Pay की हिस्सेदारी
फोन-पे ऑनलाइन पेमेंट के मामले में सबसे आगे चल रहा है.
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन या पेमेंट करने के लिए भारत में सबसे ज्यादा फोन पे का इस्तेमाल हो रहा है. एक थर्ड पार्टी ऐप के तौर पर . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : August 17, 2022, 16:13 IST
हाइलाइट्स
भारत में UPI पेमेंट के मामले में अकेले phone pay की है 49% हिस्सेदारी है.
phone pay के सितंबर 2021 में 165 करोड़ से ज्यादा UPI ट्रांजैक्शन हुए थे.
ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए और भी कई ऐप हैं जैसे गुगल पे, यूपीआई भीम, मोबिक्विक.
नई दिल्ली. देश में डिजिटल तकनीक की वजह से काफी कुछ आसान हो गया है. बात मनी ट्रांजैक्शन की करें या पेमेंट की, नोटबंदी के बाद से अब तक 6 सालों में बहुत बदलाव आया है. शहर कैशलेस हो रहे हैं, जिसकी वजह स्मार्टफोन में यूपीआई आधारित सेवाएं, फोन-पे, गूगल-पे और पेटीएम जैसे ऐप्स हैं. गौरतलब है कि फोन-पे तकरीबन 2 साल पहले गूगल-पे को पछाड़कर टॉप पर पहुंचा था, अब इसके 100 करोड़ से भी ज्यादा ट्रांजैक्शन होते हैं.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों के अनुसार, यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ऐप के मामले में फोनपे (PhonePe) ने सभी पेमेंट ऐप्स को बहुत पीछे छोड़ दिया है. देश में ज्यादातर लोग बैंक ऐप या कार्ड पर लेनदेन करने की बजाय एक-दूसरे व्यक्ति और व्यापारियों को पेमेंट करने के लिए इस ऐप का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं.
फोनपे का सबसे ज्यादा मार्केट शेयर
थर्ड पार्टी के तौर पर ऐप में UPI ट्रांजैक्शन के मामले में सबसे बड़ी हिस्सेदारी फोनपे की ही है. इस कंपनी के प्लेटफॉर्म पर सितंबर 2021 में 165 करोड़ से ज्यादा UPI ट्रांजैक्शन हुए थे. हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब अकेले फोन-पे की 49% हिस्सेदारी है.
एक और खास बात यह है कि फोनपे को लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट को बेचने के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर (IRDAI) से अप्रूवल भी मिल चुका है. वैसे सभी डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बिल पेमेंट्स को लेकर चार्ज वसूल रहे हैं. वहीं, फोन पे यूजर्स को प्रति ट्रांजैक्शन 50 रुपए से 100 रुपए के रिचार्ज पर 1 रुपए और 100 रुपए से ज्यादा के रिचार्ज पर 2 रुपए देने पड़ेंगे.
फोनपे के अलावा आप इन ऐप्स को इस्तेमाल कर सकते हैं-
– गूगल पे
– पेटीएम
– मोबिक्विक
– अमेजन
– जियो मनी
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ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.
Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग
जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक सबसे अच्छा शेयर मार्केट एप्प एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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FAQ
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading
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SBI YONO App से म्यूचुअल फंड में SIP कैसे करें? इन 4 स्टेप में समझें पूरी प्रक्रिया
एसआईपी के माध्यम से आप जितना अधिक निवेश करते हैं, आपका पैसा समय के साथ बढ़ता जाता है. इसमें चक्रवृद्धि के हिसाब से रिटर्न मिलता है और छोटी राशि भी बाद में बड़ी रकम बनकर उभरती है.
स्टेट बैंक के योनो ऐप (SBI YONO) से म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान है. यह काम अपने मोबाइल फोन से किया जा सकता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) एसबीआई म्यूचुअल फंड चलाता है. एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) देशभभर में लाखों निवेशकों को डेट, हाइब्रिड और इक्विटी में फंड उपलब्ध कराने का काम करता है. इस म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे लोकप्रिय तरीका सिस्टमेटिक इनवेस्टम प्लान (SIP) है. आप चाहें तो एसबीआई योनो ऐप के माध्यम से एसआईपी के जरिये एसबीआई म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. जिन लोगों के पास निवेश करने के लिए कम पैसे हैं, वे एसआईपी के जरिये लंबे समय तक निवेश कर अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं.
एसआईपी के लिए 5 सबसे फायदेमंद एसबीआई म्यूचुअल फंड की बात करें तो इनमें एसबीआई स्मॉल कैप फंड, एसबीआई ईटीएफ निफ्टी बैंक फंड, एसबीआई मैग्नम मल्टी कैप फंड, एसबीआई डायनेमिक बॉन्ड फंड और मैग्नम चिल्ड्रेन बेनिफिट प्लान शामिल हैं. इसमें कोई ऐसा फंड नहीं है जिसने 5 साल में लगभग 10 परसेंट से कम रिटर्न दिया हो. पहले स्थान पर एसबीआई स्मॉल कैप फंड है जिसने सबसे अच्छा शेयर मार्केट एप्प 22.27 परसेंट रिटर्न दिया है.
एसआईपी का फायदा
एसआईपी की मदद से फंड में तय समय सीमा के लिए निवेश कर सकते हैं. इसके लिए बहुत अधिक पैसे की जरूरत नहीं और न्यूनतम 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं. निवेशक के बैंक अकाउंट से हर महीने एक निश्चित रकम चुने गए म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है. इसके बाद निवेशक को उसके पैसे के बदले नेट एसेट वैल्यू के आधार पर म्यूचुअल फंड यूनिट की एक निश्चित संख्या दी जाती है.
आप चाहें तो बाद में एसआईपी में जमा किए जाने वाले पैसे को घटा या बढ़ा सकते हैं. अपने आर्थिक स्थिति को देखते हुए एसआईपी की राशि को कम या अधिक कर सकते हैं. एसआईपी के माध्यम से आप जितना अधिक निवेश करते हैं, आपका पैसा समय के साथ बढ़ता जाता है. इसमें चक्रवृद्धि के हिसाब से रिटर्न मिलता है और छोटी राशि भी बाद में बड़ी रकम बनकर उभरती है.
इसे एक उदाहरण से समझें. मान लें आपने पहली बार 1000 रुपये से एसआईपी में निवेश किया. उस वक्त एसबीआई म्यूचुअल फंड का नेट एसेट वैल्यू अगर 50 रुपये है तो आपको इस स्कीम में 20 यूनिट मिलेंगे. अगली बार फिर 1000 रुपये निवेश किया और उस वक्त एनएवी 60 रुपये हो गया तो आपको एसबीआई म्यूचुअल फंड का 16.6 यूनिट ही मिलेगा. अभी इक्विटी म्यूचुअल फंड में सबसे अच्छा रिटर्न देने में एसबीआई स्मॉल कैप फंड का नाम है. इस फंड ने पिछले 5 साल में 22 परसेंट से अधिक रिटर्न दिया है. एक साल, तीन साल और 5 साल फंड की श्रेणी में इसने ग्राहकों को बंपर रिटर्न दिया है.
अगर आप एसबीआई म्यूचुअल फंड के एसआईपी में निवेश करना चाहते हैं तो एसबीआई योनो ऐप की मदद ले सकते हैं. महज 4 स्टेप में एसबीआई योनो से एसआईपी कर सकते हैं.
Investment: हर महीने 1000 रुपये का निवेश करके बनाएं लाखों, जानिए क्या हैं विकल्प
पैसे से हर किसी की जिंदगी खुशहाल बनी रहती है. पैसा नहीं होने पर लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं. ऐसे में पैसे कमाने के साथ-साथ निवेश भी करते रहना चाहिए. ताकि भविष्य की जरूरतें आसानी से पूरी की जा सकें.
Published: October 29, 2020 5:08 PM IST
आज के आधुनकि जीवन में हर किसी की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ कोई भी व्यक्ति जीवन भर काम नहीं करना चाहता है. ऐसे में अपने भविष्य को सुरक्षित करने और सभी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए निवेश करना बहुत आवश्यक हो जाता है.
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लेकिन निवेश करने से पहले अपनी आय का आकलन करना पड़ता है. साथ ही यह भी तय करना पड़ता है कि किस जरूरत को पूरा करने के लिए आप निवेश करना चाह रहे हैं. यह भी तय करना होगा कि कितना पैसा निवेश करना चाहते हैं और कहां पर निवेश करना चाहते हैं.
पहले तो आपको निवेश और बचत के अंतर को समझना जरूरी है. अक्सर लोग बचत तो करते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. जब आप निवेश करते हैं तो आप इसे केवल सुरक्षित नहीं रखते, बल्कि इसे बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं. निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेर सारे पैसे हों. आप हर महीने 500 या 1000 रुपये भी निवेश करके अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं.
हम आपको यहां पर ऐसे ही पांच तरीके बता रहे हैं जहां हर महीने 1000 रुपये निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
कंपनियों के शेयरों में निवेश
शेयर बाजार में विभिन्न कंपनियों के स्टॉक में हर महीने 1000 रुपये निवेश करके आप अपना पोर्टफोलियो अच्छा बना सकते हैं. हालांकि, इतनी कम राशि में आप बड़ी कंपनियों के महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कई ऐसी कंपनियां हैं जो अच्छा ग्रोथ कर रही हैं और उनके शेयर की कीमत 1000 रुपये से कम है. ऐसी कंपनियों का शेयर खरीदकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें और शेयर इस मकसद से खरीदें कि आपको इसे 7 से 10 साल के बाद बेचना है. इसलिए ऐसी कंपनी के शेयर खरीदें जिसके फंडामेंटल्स काफी मजबूत हों.
रेकरिंग टर्म डिपॉजिट
रेकरिंग डिपॉजिट (RD) एक तरह का टर्म डिपॉजिट है जो निवेशकों की रेगुलर सेविंग की आदत को बढ़ावा देता है. RD अकाउंट में हर महीने मिनिमम 100 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसकी अधिकतम मेच्योरिटी 10 साल की है. इसमें ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक Interest मिलता है. यह भी फिक्स्ड डिपाजिट की तरह फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट आप्शन है, लेकिन यहां निवेश के लिए अधिक सहूलियत है. FD में जहां एक मुश्त पैसा लगाना पड़ता है, RD में आप SIP की तरह अलग-अलग इंस्टालमेंट में मंथली बेसिस पर निवेश कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड्स में निवेश
आप म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश भी कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और वे कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड्स निवेश का एक अच्छा विकल्प है. निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से Mutual Funds स्कीम चुन सकते हैं. Mutual Funds के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. SIP के जरिये आप इसमें निवेश कर सकते हैं. आप चाहें तो इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund), डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम (Hybrid Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) एक छोटी बचत योजना है, जिसमें आप 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इस समय इस पर 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक से खरीद सकते हैं. इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है. अगर आप पांच साल के लिए NSC में हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं तो एक साल में इसमें 12,000 रुपये जमा होते हैं, लेकिन पांच साल के बाद यही अमाउंट 16,674 रुपये हो जाती है.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने में सबसे कम जोखिम है. इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं रहता है. अभी PPF पर सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और सरकार इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत PPF में निवेश करने पर 1.5 लाख तक का टैक्स लाभ भी देती है. इसका लॉक पीरियड 15 साल है. 15 साल तक अगर आप PPF में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं तो कुल जमा राशि 1,80,000 हो जाती है, लेकिन बदले में आपको 3,25457 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा टैक्स बेनिफिट अलग से मिलेगा.
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