Stock Market क्या है
Stock Market क्या है आपने लोगों को इसके बारे में अक्सर बात करते देखा होगा. और अक्सर इससे जुडी पोस्ट आपने इंटरनेट पर बहुत सी देखी होंगी पर क्या आपको पता है की ज्यादातर पोस्ट आपको इस चीज़ की सही जानकारी नहीं देती बल्कि वहां पर मौजूद आधी अधूरी जानकारी से यह आपको उल्टा असमंजश में और डाल देती है.
Stock Market क्या है, What is Stock Market in Hindi
जैसा की हम जानते है की लोग शेयर मार्केट या Stock Market को अलग अलग नाम से जानते है और ये मैंने पहले ही बताया की शेयर का सीधा अर्थ होता होता है “हिस्सा” शेयर बाजार में किसी कंपनी में हिस्से को शेयर कह सकते है.
उदहारण के लिए मान लीजिये की एक कंपनी ने एक लाख शेयर जारी किये है. अब अगर कोई व्यक्ति उस कंपनी में जितने शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिक हो जाता है. जैसे किसी व्यक्ति ने कंपनी में 1 लाख में से 50,000 शेयर खरीद लिए तो उसका हिस्सा उस कंपनी में 50% हो जायेगा. और वो उस 50% हिस्से का मालिक हो जाएगा.
Stocks किसी भी कंपनी में व्यक्ति की हिस्सेदारी को दिखाता है. और वो व्यक्ति जब चाहे तब अपने शेयर दूसरो को बेच सकता है या फिर दुसरे व्यक्ति के शेयर खरीद सकता है
कंपनियों के शेयरों या Stocks का मूल्य BSE में दर्ज होता है. सभी कंपनियों के stocks का मूल्य कंपनी की लाभदायक क्षमता के अनुसार कम या फिर ज्यादा होता रहता है. पूरे बाजार में नियंत्रण बनाये रखने का काम भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के द्वारा किया जाता है।
जब SEBI किसी कंपनी को अनुमति देती है तब ही कोई कंपनी अपना Initial public offering जारी कर सकती है बिना SEBI की अनुमति के कोई भी कंपनी IPO जारी नहीं कर सकती.
शेयर/स्टॉक कितने प्रकार के होते है?
शेयर कई प्रकार के हो सकते है और अलग अलग लोग इन्हें अलग अलग रूप से परिभाषित करते है. पर शेयर को हम मुख्यत 3 रूप में बाँट सकते है. आइये जानते है share के प्रकार :-
1.) Common Shares – इन्हें कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है. तथा जरुरत पढ़ने पर बेच सकता है. यह सबसे आम तरीके के शेयर होते है.
2.) Bonus Shares – जब कोई कंपनी अच्छा मुनाफा करती है और वह कंपनी अपने शेयर धारकों को उसका कुछ हिस्सा देना चाहती है. इसके बदले वो पैसा नहीं देना चाहती और अगर शेयर देती है इसे बोनस शेयर कहते है.
3.) Preferred Shares – यह शेयर कंपनी द्वारा कुछ ख़ास लोगों के लिए ही लाया जाता है. जब कोई कंपनी को पैसे की जरुरत होती है और वह मार्किट से कुछ पैसा जुटाना चाहती है तो वह जो शेयर जारी करेगी वह उन्हें खरीदने का पहला अधिकार कुछ खास लोगो को ही देगी. जैसे की किसी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी. इस तरह के शेयर बहुत सुरक्षित माने जाते है.
शेयर बाजार गिरने से क्या होता है?
शेयर बाजार गिरने से बहुत से कम्पनी के शेयर की मूल्य भी कम हो जाते हैं।
Stock Market क्या है
Stocks कैसे खरीदे
भारत में 2 ही स्टॉक एक्सचेंज है. NSE और दूसरा BSE . जो कंपनियां इनमे लिस्टेड होती है सिर्फ उन्ही में स्टॉक खरीदे या बेचे जा सकते है.
Stocks खरीदने के लिए सबसे पहले आपको निर्णय लेना होगा की आप खुद stocks खरीदना चाहेंगे या किसी ब्रोकर की सहायता लेंगे. उसके बाद ही आगे बढ़ा जा सकता है.
यदि आप broker की सहायता लेते है तो सबसे पहले आपको अपना अकाउंट खुलवाना होगा.जिसे Demat अकाउंट कहते है. जो की आप अपने ब्रोकर के माध्यम से खुलवा सकते है. ब्रोकर के जरिये स्टॉल खरीदने में काफी फायदा होता है एक तो आपको अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा और दूसरा आपको स्टॉक मार्केट की पूरी जानकारी हो जायेगी. ब्रोकर आपसे मदद करने और स्टॉक की जानकारी आदि के लिए वो पैसे या फिर स्टॉक में मुनाफे का हिस्सा लेते हैं.
जब भी आप किसी शेयर की खरीदफरोख्त करते है तो उसका पैसा आपके demat अकाउंट में ही आता है आपका डिमैट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है. आप अपने डिमैट अकाउंट से आसानी से पैसा अपने बैंक अकाउंट में भेज सकते है.
यदि आप Share Market में अपने पैसे निवेश करना चाहते हैं तब ऐसे में आप Discount Broker “Zerodha” पर अपना account बना सकते हैं. इसमें आप बहुत ही जल्द और आसानी से Demat Account खोल उसमें Share भी खरीद सकते हैं.
Trading केे प्रकार
Trading के कई प्रकार हो सकते है. मगर मुख्य रूप से 3 तरह की trading ही लोगों द्वारा काफी पसंद कि जाती है
1) Intra-day Trading : यह ऐसे trades जो की एक दिन के अन्दर ही पूरे कर लिए जाये वो intra day trading कहलाती है.
2) Scalper Trading : यह ऐसे trade है जो की खरीदने के कुछ मिनटों के अंदर ही बेच दिए जाएँ उन्हें scalper trading कहा जाता है. इसमें अक्सर 5 से 10 मिनट के अंदर शेयर खरीद कर बेच दिए जाते है. इस तरह के शेयर में मुनाफा अधिक होता है. पर इसमें मुनाफा तभी ज्यादा हो सकता है जब इसमें निवेश की गयी रकम ज्यादा हो. इसमें नुकसान होने के भी ज्यादा मौके होते है क्योंकि लगायी गयी रकम भी ज्यादा होती है.
3) Swing Trading : इसमें trading की प्रक्रिया कुछ दिन , हफ़्तों या महीनों में पूरे कर ली जाते है. स्टॉक खरीदने के बाद निवेशक कुछ् समय जैसे हफ्ते या महीने तक अपने पास रखते है. उसके बाद stocks का भाव बढ़ने के बाद इंतज़ार करते है और जब सही भाव मिल जाता है. तो उसे बेच देते है.
Stock Market को लोगों द्वारा एक खतरनाक खेल माना जाता है. जिसमे आदमी सिर्फ डूबता ही है पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है. यह धारणा पूरी तरह से गलत है. अगर सही तरीके और संयम के साथ स्टॉक मार्केट में निवेश किया जाए तो व्यक्ति इस चीज़ में काफी मुनाफा भी कर सकता है.
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के फीस और शुल्क
शेयरों में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट का लाभ उठाने के लिए विशिष्ट फीस और शुल्क लागू होते हैं.
बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड (बीएफएसएल) के सब्सक्रिप्शन प्लान
बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ के साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए, आप उपलब्ध तीन सब्सक्रिप्शन पैक्स मेस से चुनकर साइन-अप कर सकते हैं, हर पैक एक अलग ब्रोकरेज दर प्रदान करता है.
बीएफएसएल से जुड़े सभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट शुल्कों के विवरण यहां दिए गए हैं:
शुल्क के प्रकार
प्रोफेशनल पैक
बजाज प्रिविलेज क्लब
वार्षिक सब्सक्रिप्शन शुल्क
दूसरे वर्ष से: रु. 431
इक्विटी/डेरिवेटिव ट्रांज़ैक्शन शुल्क (सब्सक्रिप्शन मॉडल के स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है लिए शुल्कों की सूची)
ब्रोकरेज शुल्क के अलावा, आपके शेयर मार्केट ट्रांज़ैक्शन पर कुछ अन्य शुल्क भी लगाए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं:
शुल्क के प्रकार
बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार शुल्क अलग-अलग होते हैं
बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार शुल्क अलग-अलग होते हैं
क्लियरिंग मेंबर के शुल्क
ब्रोकरेज ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
खरीदने और बेचने पर रु. 100 प्रति लाख (0.1%)
सेल साइड पर रु. 25 प्रति लाख (0.025%)
टर्नओवर का 0.00010%
टर्नओवर का 0.00010%
शुल्क के प्रकार
एनएसई - 0.053% (प्रीमियम पर)
बीएसई - शून्य या ट्रेड वैल्यू का 0.05%
बीएसई - शून्य या ट्रेडेड मूल्य का 0.05%
क्लियरिंग मेंबर के शुल्क
एनएसई और बीएसई - 0.00025%
एनएसई और बीएसई - 0.00025%
ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
सेल साइड पर रु. 10 प्रति लाख (0.01%)
₹ 50 प्रति लाख (0.05%) सेल साइड (प्रीमियम पर)
टर्नओवर का 0.00010%
टर्नओवर का 0.00010%
बीएसई ट्रांज़ैक्शन/टर्नओवर शुल्क का विवरण
बीएफएसएल के साथ डीमैट अकाउंट शुल्क और फीस
बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ डीमैट अकाउंट खोलना एक आसान ऑनलाइन प्रोसेस है. अकाउंट खोलने का शुल्क शून्य है, लेकिन डीमैट अकाउंट से जुड़ी विभिन्न स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है सेवाओं का लाभ उठाने से जुड़े शुल्क हैं. ये शुल्क डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) के लिए अलग-अलग हो सकते हैं. बीएफएसएल का डीमैट शुल्क मामूली हैं और सभी डीमैट शुल्कों की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है:
शुल्क के प्रकार
अकाउंट खोलने का शुल्क
वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क
बीएफएसएल के अंदर ऑफ-मार्केट ट्रांसफर*
₹30 या ट्रांज़ैक्शन वैल्यू का 0.02%, जो भी अधिक हो + लागू टैक्स
रु. 35 + लागू टैक्स
फिज़िकल सीएमआर/ डीआईएस
पहला सीएमआर/ डीआईएस अनुरोध मुफ्त है. उसके बाद रु. 50 + रु. 100 कूरियर शुल्क + लागू टैक्स
डीमटीरियलाइज़ेशन अनुरोध शुल्क
रु. 50 प्रति अनुरोध + रु. 50 प्रति सर्टिफिकेट
री-मटीरियलाइज़ेशन अनुरोध शुल्क
रु. 35 प्रति सर्टिफिकेट या 100 शेयर और भाग, जो भी अधिक हो और अकाउंट रिडेम्प्शन स्टेटमेंट के प्रति री-स्टेट के लिए रु. 25
प्रत्येक इंटरनेशनल सिक्योरिटीज़ आइडेंटिफिकेशन नंबर (आईएसआईएन) के लिए, *रु. 30 आपके डीमैट अकाउंट से डेबिट किए जाते हैं. अगर यह बीएफएसएल डीमैट अकाउंट है, तो लागू शुल्क रु. 30 के साथ-साथ टैक्स भी लागू होते हैं. मार्केट सेल ट्रांज़ैक्शन के मामले में, यह उस परिस्थिति में लागू होगा, जब एक्सचेंज किए गए सिक्योरिटीज़ के पे-इन दायित्वों के लिए बीएफएसएल डीमैट अकाउंट का उपयोग करके डिलीवरी की जाती है.
**हर बार लागू किया जाएगा, जब आईएसआईएन आपके डीमैट अकाउंट से डेबिट किया जाता है और अगर प्राप्तकर्ता का डीमैट अकाउंट बीएफएसएल डीमैट अकाउंट नहीं होता. इसमें सीडीएसएल शुल्क शामिल है.
Broker Meaning in Hindi
Who is Broker meaning in Hindi ब्रोकर किसे कहते हैं और इनके क्या कार्य होते हैं। स्टॉक ब्रोकर कौन होते हैं और इन्हें कौन नियुक्त करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर की क्या भूमिका होती है। इनका रेगुलेटर कौन है और इनकी शिकायत कहां की जा सकती है। यह सब समझेंगे आसान भाषा में। कैसे खोज सकते हैं BSE और NSE के लिये ब्रोकर। साथ ही Broker meaning in Hindi में समझेंगे किस तरह आप भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। शेयर मार्केट के सभी पहलुओं को समझने के लिये शेयर मार्केट इन हिंदी पढ़िये हमारी साइट पर।
Broker Meaning in Hindi
Broker Meaning in Hindi
Broker यानी ब्रोकर को हिंदी में दलाल या बिचौलिया भी कहते हैं। ब्रोकर कोई व्यक्ति या फर्म हो सकती है जो निवेशक द्वारा जमा किए गए ऑर्डर को खरीदने और बेचने के लिए शुल्क या कमीशन लेता है। एक ब्रोकर एक फर्म की भूमिका को भी संदर्भित करता है जब यह किसी ग्राहक के लिए एजेंट के रूप में कार्य करती है और ग्राहक से अपनी सेवाओं के लिए कमीशन लेती है। किसी भी एक्सचेंज में व्यक्तिगत ब्रोकर और कॉर्पोरेट ब्रोकर हो सकते हैं।
Stock Broker किसे कहते हैं
Stock Broker अपने स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज का सारा व्यापार इन्हीं के जारिये होता है। स्टॉक एक्सचेंज में व्यक्तिगत सदस्यता और कॉर्पोरेट सदस्यता ली जा सकती है। बड़े और फुल सर्विस ब्रोकर मार्केट रिसर्च करते हैं और अपने क्लाईँट के लिये इन्वेस्टमेँट एडवाइजर का काम भी करते हैं।
Broker Meaning in Hindi – ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए भी चाहिए
पहले शेयर बाजार में निवेश करना केवल बड़े शहरों तक ही सीमित था। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने इसकी स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है पहुंच हर जगह बना ली है। इन ब्रोकरों के कारण लगभग कोई भी शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। ब्रोकर के पास अपना खाता खोल कर कोई भी इनके द्वारा प्रदान किये गये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद भी ट्रेडिंग कर सकता है। इसके लिये आपको डीमैट खाते की जरूरत होती है। कई ब्रोकिंग हाउस जो बैंकों से जुड़े हैं वे थ्री इन वन खाते की सुविधा देते हैं जिसमें ट्रेडिंग खाता, डीमैट खाता और सेविंग खाता एक ही जगह खोल सकते हैं। भारत में कुछ बड़े स्टॉक ब्रोकर हैं शेयरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एंजल ब्रोकिंग ओर मोतीलाल ओसवाल। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।
Broker एक्सचेंज के नियमों के अधीन होते हैं
स्टॉक Broker किसी ना किसी सटॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर आप यहां खोज सकते हैं और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य यहां खोज सकते हैं। BSE और NSE के Broker अपने एक्सचेंज के नियमों के अनुसार काम करते हैं और एक्सचेंज इन पर कड़ी निगरानी रखते हैं। इनके अलावा सेबी स्टॉक ब्रोकरों के रेगुलेटर के रूप में कार्य करती है। एक्सचेंज के ट्रेडिंग सदस्यों को एक्सचेंज के नियम, विनियम और उपनियमों और एक्सचेंज में निर्धारित अन्य आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक होता है।
महत्व
जिस प्रकार शेयर बाजार का महत्व है उसी प्रकार स्टॉक एक्सचेंज के सदस्यों का भी महत्व है स्टॉक एक्सचेंज को सुचारू रूप से चलाने के लिये। Broker यहां के स्तंभ के रुप में कार्य करते हैं और अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाते हैं। This was information about Broker and his work in Hindi. आशा है कि में आपको स्पष्ट हो स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है गया होगा कि ब्रोकर किसे कहते हैं और कैसे ये किसी एक्सचेंज के महत्वपूर्ण प्रतिभागी होते हैं।
शेयर मार्केट क्या है?, स्टॉक मार्केट क्या है? | What is Share Market In Hindi
आज हम इस पोस्ट में शेयर बाजार के बारे में जानेंगे की, Share Market क्या है, Share Market के कितने प्रकार होते है और Share Market में पैसा कैसे invest करना चाहिए। शेयर बाजार यह किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। उद्योग या व्यवसाय चलाने के लिये capital चाहिए होता है तो यह उन्हें शेयर बाजार से मिलता है। तो दोस्तों आज हम Share Market/शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट क्या है? के बारे विस्तारित रूप से जानेंगे।
What Is Share Market in Hindi? - शेयर बाज़ार क्या है?
Share का अर्थ होता है "हिस्सा" या "भाग" लेकिन शेयर बाजार या Share Market की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों में हिस्सा लेना, किसी कंपनी का Share खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।
शेयर स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है बाज़ार के माध्यम से आम आदमी भी बड़े से बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है लेकिन Share Market यह एक ऐसी जगह है की, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमा भी लेते है और पैसे गवा भी लेते है याने Share Market में किसी को बहुत फायदा होता है या फिर किसी का नुकसान भी हो जाता है।
Share Market में Share ख़रीदे और बेचे जाते है। भारत में मुख्य रूप से Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) यह दो Stock Exchange है।
Share खरीदने और बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल होते है, वो अपना कमीशन लेकर किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदने बेचने का काम करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर या दलाल स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
शेयर ब्रोकर्स या शेयर दलाल के जरिये शेयर ख़रीदे या बेचे जाते है। ग्राहक या कंपनी खुद शेयर खरीद या बेच नही सकते। कहा जाता है की, स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर या दलाल और निवेशक यानी गुंतवणूकदार यह शेयर बाजार या Share Market की तीन कडियाँ है।
Types of Share Market in Hindi - शेयर मार्केट के कितने प्रकार होते है
मुख्यतः Share Market के दो प्रकार होते है एक Primary Share Market और दूसरा Secondary Share Market इसका विश्लेषण नीचे दिया गया है।
1. Primary Share Market (प्राथमिक शेयर मार्केट)
सबसे पहले कंपनी को अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है पर उसे Initial Public Offering या IPO लाना पड़ता है और उसके बाद ही निश्चित किये हुए मूल्य पर अपने शेयर को पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किया जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर के जरिये कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचती हैं।
अगर कोई कंपनी को Initial Public Offering या IPO के लिए जाते समय उसको अपने बारे में, promoters, financials, businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत की पूरी जानकारी देनी होती है।
2. Secondary Share Market (द्वितीयक शेयर मार्केट)
जब हम शेयर मार्केट में पैसा लगाने की बात करते है तो हम Secondary Share Market की बात करते है और उनमे ही पैसा लगाते है। इस मार्केट में पहले से ही लिस्टेड कंपनी के शेयर की खरेदी बिक्री होती है।
Secondary Share Market प्रकार के शेयर बाजार में एक स्टॉक या शेयर की कीमत लगाई जाती है और उसे ख़रीदा-बेचा जाता है लेकिन उस शेयर की उसके फायदे या नुकसान के साथ ख़रीदा-बिक्री होती है।
किसी व्यक्ति के पास जो शेयर बाजार का भाव रहता उस रेट से ही किसी दूसरे व्यक्ति को रियल टाइम मे बेच देते है। दलाल या ब्रोकर के जरिये ही खरेदी-बिक्री होती है।
इस Secondary Share Market में ऐसा भी होता है की, कोई गुंतवणूकदार अपना शेयर किसी ओर को बेचकर शेयर मार्केट या बाजार से बाहर निकल जा सकता है।
शेयर बाजार में पैसा कैसे निवेश करें? How to Money Invest in Share Market?
शेयर मार्केट में Invest करने से पहले हमारे सामने कई सवाल होते हैं जैसे कि, How to invest in share market, कहां निवेश और कैसे निवेश करें या Invest करने में कोई धोखा तो नहीं। इन ही बातो का हमने खयाल रखा तो हम आसानी से शेयर बाजार स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है में निवेश कर सकते हैं।
- जब कभी भी Invest करना हो उससे पहले उस कंपनियों की हालातों पर नजर रखें।
- शेयर विकास दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो तो तब बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
- जब भी शेयर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखे।
- कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है, जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो आपको सबसे पहले उनके पास से दो account खोलने पड़ते है " Demat Account " और " Trading Account " यह account खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर स्टॉक ब्रोकर कितने के प्रकार होते है की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
- आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए की, वह कम फ़ीस में आपको अच्छी और बेहतरीन सेवा दे।
- शेयर बाजार में पैसे लगाना ही सबकुछ नही है बल्कि आपको financial plan की भी जरूरत होती है। इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी financial situation, cash flow और रिक्स लेने की क्षमता पर विचार करना चाहिए।
- शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है वरना आपको बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है। इसलिए आप किसी जल्दबाजी में कोई फैसला ना ले।
दोस्तों उम्मीद करते है की आपको Share Market क्या है, Share Market में पैसा कैसे इन्वेस्ट करना चाहिए और शेयर मार्केट के कितने प्रकार है इन सब के बारे में पूरी और सही जानकारी मिली होंगी।
अब आप भी "What is Share Market in Hindi - Types of share market and Tips" की पूरी जानकारी लेने के बाद ही शेयर बाजार में पैसा इन्वेस्ट करेंगे। तो दोस्तों आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों में शेअर करे और हमे comments करके बताये।
Top five stock broker accounts in India : (स्टॉक ब्रोकर ट्रेंडिंग)
नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं शेयर मार्केट से जुड़े एक बहुत ही रोचक और जरूरी विषय के बारे मे। जैसा की stock broker, meaning, stock broker india, हम सभी जानते हैं की आजकल शेयर मार्केट किस कदर चर्चे का विषय बना हुआ है।
हर कोई शेयर मार्केट मे निवेश करना चाहता है। लेकिन यदि आपको किसी बड़ी कंपनी मे निवेश (invest) करना है जैसे की apple, google, facebook, इत्यादि, तो आपको एक broker/ legal advisor की आवश्यकता होगी।
यह वोह इंसान या संस्था होती है जो की निवेशकों को राय देती है की उन्हे किस सतो आईये जानते हैं की ब्रोकर क्या है, यह आपके लिए कैसे सहायक है और top 5 broker accounts कौन कौन से हैं।
Table of Contents
क्या है ब्रोकर? (What is a broker?)
ब्रोकर किसी third party का नाम है जो आपके और आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के बीच का लिंक बनता है। यह आपके सभी trading transactions को आसान बनाता है।
एक ब्रोकर का काम होता है आपके behalf पर शेयर मार्केट मे शेयर्स खरीदना और बेचना। आपका ब्रोकर आपको यह भी suggest करता है की आपको कौनसा शेयर खरीदना चाहिए और कौनसा नही। इस काम के लिए यह ब्रोकर आपसे अपनी commission मांगता है।
एक ब्रोकर कोई इंसान भी हो सकता है और कोई financial body भी, जैसे की बैंक जो की आपके बदले मे
आपके सारे स्टॉक मार्केट के transactions करता है।
यह सारे काम हालाँकि आपकी मर्ज़ी सेही किये जाते हैं पर इनको करने वाली याही third party होती है।
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