पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के अलावा आप ही इकलौती पार्टी है जो भाजपा प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर के सामने खड़ी नजर आ रही है। यही वजह है कि अगर वह गुजरात में दूसरे स्थान पर आती है तो यह लंबी अवधि में भाजपा की हार होगी। अगर आप तीसरे स्थान पर भी आती है तो भी 15 फीसदी से अधिक की मत हिस्सेदारी भाजपा को 2024 के लिए चिंतित करेगी। अगर आप दिल्ली नगर निगम के चुनाव जीत जाती है तो दिक्कतें और बढ़ जाएंगी। इसकी संभावना गुजरात की तुलना में अधिक है। यही प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर कारण है कि 2002 के बाद के गुजरात में यह काफी अधिक महत्त्वपूर्ण है।

Finance-Commission

गुजरात के चुनाव नतीजों में नंबर दो पर नजर अटकी

नरेंद्र मोदी ने 2002 में जब पहली बार गुजरात में बहुमत हासिल किया था तब से लेकर अब तक दो दशक के दौरान गुजरात में शायद ही ऐसा कोई चुनाव हुआ हो जिसने राष्ट्रीय राजनीति पर असर नहीं डाला। 2022 के मौजूदा चुनाव भी इसका अपवाद नहीं हैं। इस चुनाव के नतीजे यह तय करेंगे कि 2024 में मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वास्तविक चुनौती कौन सा दल देगा। अगर उनके खिलाफ किसी तरह का गठबंधन तैयार होता है तो उसका नेतृत्व करने की स्थिति में कौन होगा।

नतीजे आने में अभी एक सप्ताह का समय लगेगा। चुनावी राजनीति में चमत्कार होते रहते हैं और राजनीति विज्ञान तथा चुनाव सर्वेक्षण के मामले में अच्छी समझ रखने वाले योगेंद्र यादव ने 2007 में कहा था कि गुजरात में चमत्कार संभव है। उस समय या 2012 अथवा 2017 में भी कोई चमत्कार नहीं हुआ। लगता तो यही है कि 2022 में भी कोई चमत्कार नहीं होगा। बीते दो दशक में 2017 के चुनावों में कांग्रेस भाजपा को हराने के सबसे करीब पहुंची थी। लेकिन तब से मोदी का कद बढ़ा है और कांग्रेस लगातार कमजोर पड़ी है। तो इसमें खबर क्या है? दरअसल गुजरात के अलावा अगले 12 महीनों में जिन राज्यों में चुनाव होना है, मसलन कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश या छत्तीसगढ़, उनमें से कोई भी 2024 की गर्मियों में होने वाले आम चुनाव का माहौल नहीं तैयार करेगा।

Government Jobs 2022-23: सरकारी नौकरियों की बहार, अलग-अलग विभागों में निकली हैं 15,000 से अधिक वैकेंसी

MP Government Jobs 2022: मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में बंपर भर्तियां शुरू हैं.

MP Government Jobs 2022: मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में बंपर भर्तियां शुरू हैं.

Government Jobs 2022-23: मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में बंपर भर्तियां शुरू हैं. जिसके लिए अलग-अलग नोटिफिकेशन . अधिक पढ़ें

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : December 06, 2022, 12:41 IST

Government Jobs 2022-23 Notification: मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए भर्तियों की बहार है. मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में बंपर भर्तियां शुरू हैं. जिसके लिए अलग-अलग नोटिफिकेशन भी जारी किए जा चुके हैं. इसके तहत शिक्षा, राजस्व, वन विभाग समेत कई जगह वैकेंसी निकली हुई हैं. ऐसे में अगर आपको भी सरकारी नौकरी चाहिए तो आज ही नीचे दी जा रही इन भर्तियों की डिटेल चेक कर लें और दिए गए तारीख़ों के अनुसार पदों के लिए आवेदन भी जमा कर लें.

MP Patwari Bharti 2023: एमपी पटवारी भर्ती 2023
मध्य प्रदेश में पटवारी की बंपर भर्तियां निकली हैं. मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर पटवारी, ट्रांसलेटर, असिस्टेंट हेडमास्टर, असिस्टेंट ऑडिटर, स्टेनो, टाइपिस्ट समेत कुल 3555 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए हैं. पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 5 जनवरी 2023 से शुरू होगी.
यहां देखें डिटेल

प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर

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IDBI Bank में 51 फीसद से अधिक विदेशी फंड की अनुमति दे सकता है केंद्र, आईडीबीआई बैंक बना रहेगा प्राथमिक डीलर

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बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - केंद्र सरकार विदेशी धन और निवेश कंपनियों को राज्य -आईडीबीआई बैंक लिमिटेड में 51 प्रतिशत से अधिक निवेश करने की अनुमति दे सकती है। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के वर्तमान नियम नए निजी बैंकों में विदेशी स्वामित्व को प्रतिबंधित करते हैं। इच्छुक बोलीदाताओं के सवालों के जवाब में, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग ने कहा कि प्रमोटरों के लिए आरबीआई निवास मानदंड केवल नए बैंकों पर लागू होते हैं, आईडीबीआई बैंक जैसी मौजूदा इकाइयां इससे परे हैं। यदि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी को IDBI बैंक के साथ विलय कर दिया जाता है, तो सरकार और केंद्रीय बैंक शेयरों के लिए पांच साल के लॉक-इन अवधि में आराम करने पर भी विचार करेंगे। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि आईडीबीआई बैंक एक प्राथमिक डीलर के रूप में अपना व्यवसाय जारी रखेगा, भले ही एक विदेशी बैंक प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर निजी क्षेत्र के बैंक में हिस्सेदारी और प्रबंधन नियंत्रण प्राप्त करे। IDBI बैंक प्राथमिक डीलर गतिविधि के रूप में टी-बिल के संबंध में बाजार गतिविधियों में शामिल होगा।

हाल ही में WMO (विश्व मौसम विज्ञान संगठन) ने अपनी पहली वार्षिक स्टेट ऑफ ग्लोबल वाटर रिसोर्सेज रिपोर्ट 2021 जारी की है।

  • इस वार्षिक रिपोर्ट का उद्देश्य बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति के युग में वैश्विक ताजे जल के संसाधनों की निगरानी और प्रबंधन का समर्थन करना है।
  • रिपोर्ट तीन प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है:
    • धारा प्रवाह, किसी भी समय नदी धारा के माध्यम से बहने वाले जल की मात्रा।
    • स्थलीय जल भंडारण (TWS) - भूमि की सतह पर और उप-सतह में के सभी जल की मात्रा।
    • हिममंडल
    • परिचय:
      • 2001 और 2018 के बीच, UN-WATER ने बताया कि सभी प्राकृतिक आपदाओं का 74% जल से संबंधित था।
      • मिस्र में हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, COP27 ने सरकारों से अनुकूलन प्रयासों में जल को एकीकृत करने का आग्रह किया, पहली बार COP में जल के महत्त्व के परिणामों को दस्तावेज़ों में संदर्भित किया गया है।
      • 6 अरब लोगों को प्रति वर्ष कम से कम एक महीने जल तक अपर्याप्त पहुँच है और वर्ष2050 तक यह बढ़कर पाँच अरब से अधिक होने की उम्मीद है।
      • वर्ष 2021 में विश्व के बड़े क्षेत्रों में सामान्य से अधिक शुष्क स्थिति दर्ज की गई, जो एक ऐसा वर्ष था जिसमें जलवायु परिवर्तनऔरला नीना घटनासे वर्षा के प्रतिरूप प्रभावित हुए थे।
      • 30 साल के हाइड्रोलॉजिकल औसत की तुलना में प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर औसत प्रवाह से कम वाला क्षेत्र औसत प्रवाह से अधिक वाले क्षेत्र की तुलना में लगभग प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर दो गुना बड़ा था।

      भारतीय परिदृश्य:

      • पूर्वी पाकिस्तान, उत्तरी भारत, दक्षिणी नेपाल और पूरे बांग्लादेश में फैले सिंधु-गंगा के मैदान (Indo-Gangetic Plain- IGP) पर ग्लोबल वार्मिंग के कुप्रभाव देखे जा सकते हैं।
      • वर्ष 2021 में कुल जल भंडारण में गिरावट आने के बावजूद गंगा-ब्रह्मपुत्र और सिंधु घाटियों में हिमनदों के पिघलने के कारण इनकी नदी धाराओं में अधिक जल का प्रवाह दर्ज किया गया।
      • यह बेहद चिंताजनक खबर है क्योंकि IGP चार देशों के लगभग आधे अरब लोगों के जीवन यापन हेतु सहायक है।
      • मीठे जल के संसाधनों के वितरण, प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर प्राथमिक बाजारों और माध्यमिक बाजारों के बीच अंतर मात्रा और गुणवत्ता में हुए परिवर्तन संबंधी समझ पर्याप्त नहीं है, इस अंतर को समाप्त करने और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जल की उपलब्धता का संक्षिप्त विवरण प्रदान करने की आवश्यकता है।
      • सूखे और बाढ़ की पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिये एंड-टू-एंड विकास की आवश्यकता है।
      • ग्लेशियर के पिघलने और उच्च जल उपलब्धता के समय का दीर्घकालिक अनुमान अनुकूलन निर्णयों के लिये महत्त्वपूर्ण इनपुट होना चाहिये।
      • जल विज्ञान डेटा की उपलब्धता और साझाकरण में तेज़ी लाने की आवश्यकता है, जिसमें नदी के निर्वहन और सीमा पार नदी बेसिन की जानकारी शामिल है।

      विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO):

      • विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) 192 देशों की सदस्यता वाला एक अंतर-सरकारी संगठन है।
        • भारत विश्व मौसम विज्ञान संगठन का सदस्य देश है।

        शासन व्यवस्था

        विश्व एड्स दिवस

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        विश्व स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर एड्स की स्थिति, एड्स, HIV, संबंधित पहल

        विश्व एड्स दिवस प्रत्येक वर्ष 01 दिसंबर को पूरी दुनिया में इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन सभी लोगों को याद करने के लिये मनाया जाता है जिन्होंने इससे अपनी जान गँवाई है।

        Gujarat Election 2022: भाजपा की 'सुनामी' में भी अपनी सीट नहीं बचा सके मंत्री, छह अन्य विधायकों को भी मिली हार

        Gujarat Assembly Election 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल करते हुए राज्य की सत्ता पर लगातार सातवीं बार कब्जा जमाया। पार्टी को 156 सीटों पर जीत हासिल हुई लेकिन इस दौरान भी मंत्री और छह अन्य विधायक अपनी सीट नहीं बचा पाए।

        अहमदाबाद, पीटीआइ। Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा की प्रचंड जीत के बावजूद राज्य के एक मंत्री समेत उसके सात मौजूदा विधायक चुनाव हार गये। बनासकांठा जिले की कांकरेज सीट से विधायक और प्राथमिक, माध्यमिक और प्रौढ़ शिक्षा राज्य मंत्री कीर्तिसिंह वाघेला गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के भाई और कांग्रेस के अमृतजी ठाकोर से हार गए।

        दिलीप ठाकोर को मिली हार

        सत्ता विरोधी भावना को कम करने के लिए एक रणनीति के तहत भाजपा ने इन चुनावों में अपने लगभग 40 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया था। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पाटन जिले की चानस्मा सीट से मौजूदा विधायक दिलीप ठाकोर कांग्रेस के दिनेश ठाकोर से करीब 1,300 मतों के मामूली अंतर से हार गए।

        गुजरात चुनाव में नीतीश कुमार के उम्मीदवार को मिले सबसे कम वोट

        अमृतिया 1.14 लाख से अधिक वोट जीतने में सफल रहे-

        बाबू बोखिरिया को अर्जुन मोधवाडिया ने हराया

        एक अन्य पूर्व कैबिनेट स्तर के मंत्री बाबू बोखिरिया पोरबंदर से कांग्रेस के अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी अर्जुन मोधवाडिया से हार गए। विजापुर के विधायक रमन पटेल और खंभात के मौजूदा विधायक महेश रावल भी अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वियों से हार गए।

        आश्चर्यजनक परिणाम में, भावनगर जिले की गरियाधर सीट से छह बार के विधायक केशु नाकरानी आम आदमी पार्टी (आप) के सुधीर वघानी से हार गए। वाघोडिया सीट से बीजेपी विधायक मधु श्रीवास्तव, जो पार्टी के टिकट से वंचित होने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए थे, हार गए। वे तीसरे स्थान पर रहे।

        बिल्किस बानो के इलाके में भाजपा ने लहराया जीत का पताका। फाइल फोटो।

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