सल्तनत काल में उद्योग एवं व्यापार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
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Maharastra News : राज्यपाल की टिप्पणी पर ‘‘पुणे व्यापारी टिप्पणी बंद’’ का समर्थन करेगा व्यापारी संघ
Maharastra News : 13 दिसंबर को किया गया है बंद का आह्वाहन
Maharastra News : पुणे। महाराष्ट्र के पुणे शहर में व्यापारियों के एक संगठन ने मराठा योद्धा छत्रपति पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की व्यापारी टिप्पणी टिप्पणी के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा आहूत 13 दिसंबर के बंद का समर्थन करने का फैसला किया है।
Maharastra News :
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे नीत), संभाजी ब्रिगेड और कुछ अन्य संगठनों ने बंद का आह्वान किया है।
‘फेडरेशन ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन ऑफ पुणे’ (एफएटीपी) के अध्यक्ष फतेहचंद रांका ने बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा कि तीनों दलों के पदाधिकारियों और संभाजी ब्रिगेड ने राज्यपाल के बयानों की निंदा करने के लिए बुलाए गए बंद का समर्थन करने के लिए व्यापारी संघ से अपील की थी।
रांका ने कहा, दलों की अपील के बाद संघ के सदस्यों ने एक बैठक की, जिसमें बंद का समर्थन करते हुए मंगलवार दोपहर तीन बजे तक दुकानें बंद रखने का फैसला किया गया है।
राज्यपाल कोश्यारी ने औरंगाबाद में पिछले महीने एक कार्यक्रम में कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज ‘‘पुराने जमाने’’ के आदर्श थे।
.मारी नगर का व्यापारिक महत्व क्या था ? संक्षेप में बताइए।
➲ मारी नगर मेसोपोटामिया की सभ्यता का एक प्रमुख नगर था। इसका व्यापारिक दृष्टि से बेहद महत्व था। मारी नगर व्यापार की दृष्टि सम्पन्न एवं समृद्ध नगर था। मारी नगर से तांबा, रांगा, तेल, लकड़ी, शराब आदि चीजों का व्यापार होता था। इन वस्तुओं को फरात नदी के माध्यम से तुर्की, लेबनान, सीरिया आदि जैसे देशों तक भेजा जाता था। मारी नगर में दक्षिणी नगरों को जाने वाले जलपोत, जो पत्थर, चक्की, तेल के पीपे, लकड़ी आदि से भरे होते थे, वे मारीनगर में ही रुकते थे। इन पोतों पर लदे माल पर 10% कर वसूला जाता था। मारी नगर में तांबा और टिन का व्यापार अधिक प्रचलित था।
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जब आपको किसी काम के करने व्यापारी टिप्पणी में कोई सहायक नह मिलता तो आप काम कैसे करते ? आत्मत्राण कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए । ?
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मुंबई के एक व्यापारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया
मुंबई. भारत में धर्म के चढ़ावे के लिए दानदताओं की कमी नहीं है। उनकी आस्था मंदिर में विराजमान भगवान से इस कदर जुड़ी हुई है कि वो अपनी श्रद्धा और भक्ति के लिए लाखों रुपए, सोना, चांदी आदि दान करते हैं। अब मुंबई के एक कारोबारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया है। इसी सोने से श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर की दीवार अब सोने की बनाई जाएगी।
दरअसल, दीवाली के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ मंदिर में गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परतें चढ़ाई गई। इतना ही नहीं इस दीवार पर गोल्ड प्लेट से भगवान शंकर के प्रतीक रहे शंख, त्रिशूल, डमरू जैसे चिन्ह उकेरे गए हैं। इसके साथ ही सोने से ही जय केदारनाथ धम और हर हर महादेव भी लिखवाया गया है। अब यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह आकर्षण का केंद्र होगा। इससे पहले केदारनाथ धाम व्यापारी टिप्पणी के गर्भगृह की यह दीवार चांदी की थी।
मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान करने वाले मुंबई के कारोबारी ने बताया कि वे जब भी भगवान केदरानाथ के दर्शन के लिए आते थे तो यही सोचते थे कि ये गर्भगृह की चांदी की दीवारें क्यों ना सोने की हो व्यापारी टिप्पणी जाएं। इसके लिए मैंने यह सोना दान करने का मन बनाया। फिर करोड़ों रुपए खर्च कर यह सोने की दीवार तैयार की गईं। इसके बाद मंदिर समीति ने दिवाली के मुहूर्त पर यह सोने परत दीवार पर चढ़वाई। वहीं सरकार और मंदिर समिति ने मुंबई के व्यापारी का आभार व्यक्त किया।
बता दें कि मंदिर के स्थानीय पुजारी गर्भगृह की दीवारों को सोने की करवाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि मंदिर की चारों ओर की दीवारों पर सोने के पतरे चढ़ाए जाने से मंदिर के गर्भगृह की पौराणिकता को आघात लग रहा है। इतना ही नहीं पुजारियों ने इसके लिए अनशन करने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन मंदिर समिती और उत्तराखंड सरकार ने सोने के जड़वाने की अनुमति दे दी।
Retail Trade Policy: DPIIT ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति पर कई विभागों और मंत्रालयों से मांगे विचार, ये है वजह
Retail Trade Policy: उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने अपनी राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति को लेकर सरकार के 16 विभागों और मंत्रालयों से विचार मांगे हैं.
By: ABP Live | Updated at : 25 Dec 2022 06:33 PM (IST)
राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति (Pic: Freepik)
National Retail Trade Policy : राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति (National Retail Trade Policy) को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. सरकार इस नई खुदरा व्यापार नीति में देश के छोटे कारोबारियों (Businessman) के सभी हितो को ध्यान में रखना चाहती है. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (Department for Promotion of Industry and Internal Trade- DPIIT) ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति के मामले पर सरकार के कुछ विभाग और मंत्रालयों से अपने-अपने विचार रखने की मांग की है.
क्या है वजह
राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति (NRTP) के मसौदे का मुख्य उद्देश्य देश के खुदरा व्यापारी टिप्पणी व्यापार को आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण के साथ-साथ सुव्यवस्थित करना है. सरकार की मंशा है कि खुदरा व्यापार क्षेत्र के सभी स्वरूपों का विकास होना चाहिए है.
विभागों से मांगे गए सुझाव
डीपीआईआईटी ने केंद्र सरकार के 16 विभागों और मंत्रालयों के अपने निजी विचार मांगे हैं. इसका मकसद खुदरा क्षेत्र के सभी प्रारूपों का समग्र विकास करना है. सभी विभागों और मंत्रालयों की टिप्पणियां मिलने के बाद ही डीपीआईआईटी इस नीति पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेगा.
दुनिया का 5वां सबसे बड़ा बाजार भारत
खुदरा क्षेत्र में दुनिया का 5वां सबसे बड़ा बाजार भारत है. नीति लक्षित प्रयासों के जरिए व्यापारी टिप्पणी खुदरा व्यापार के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी. इसके लिए वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और टिकाऊ वातावरण बनाने पर जोर दिया जाएगा. नीति का मकसद किफायती लोन आसान और आधुनिक तकनीक और बेहतर ढांचागत समर्थन मुहैया कराना, कौशल विकास को बढ़ावा देना और श्रम उत्पादकता में सुधार करना है.
जानें खबर से जुड़ी बड़ी बातें
- उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (व्यापारी टिप्पणी व्यापारी टिप्पणी डीपीआईआईटी) ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति के मसौदे पर 16 विभागों और मंत्रालयों के विचार मांगे हैं.
- एक अधिकारी ने कहा कि इसका मकसद क्षेत्र के सभी प्रारूपों का समग्र विकास करना है.
- अधिकारी ने कहा कि सभी विभागों और मंत्रालयों की टिप्पणियां मिलने के बाद डीपीआईआईटी इस नीति पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मांगेगा.
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Published at : 25 Dec 2022 06:33 PM (IST) Tags: Indian Industry retail DPIIT INDIA TRADE POLICY ECONOMY POLICY national retail trade policy NRTP retail trade policy हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
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