इंटरनेशनल फंड में निवेश करना कितना सही? जानिए क्या है इसका नफा-नुकसान
अमेरिकी इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंटरनेशनल फंड्स पर डॉलर के मुकाबले रुपये में होने वाली गिरावट का असर नहीं होता.
इंटरनेशनल फंड में निवेश से आपको न सिर्फ वैश्विक बाजार में एक्सपोजर का मौका मिलेगा, बल्कि दुसरे देशों की प्रगति से भी आप लाभ कमा सकते हैं.
Why you should invest in international funds: अगर आप एक निवेशक के तौर पर अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाना चाहते हैं तो इंटरनेशनल फंड आप के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. इससे आपको न सिर्फ इंटनेशनल मार्किट में एक्सपोजर का मौका मिलेगा, बल्कि इससे आपको अच्छा रिटर्न भी मिलेगा. इंटरनेशनल फंड ऐसे म्यूचुअल फंड हैं, जिनके जरिए एक देश में रहने वाले निवेशक दूसरे देशों की कंपनियों में पैसे लगा सकते हैं. यानी भारत में रहने वाला एक निवेशक इंटरनेशनल फंड के जरिए अमेरिका या ब्रिटेन की किसी कंपनी के शेयर्स में निवेश कर सकता है. डॉलर के मुकाबले में रुपये में होने वाली गिरावट का इंटरनेशनल फंड पर असर नहीं होता है.
इंटरनेशनल फंड में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी
पिछले कुछ सालों में कम निवेश जोखिम और अच्छे रिटर्न की वजह से इंटरनेशनल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या में खासा इजाफा देखने को मिला है. टॉन्ग टर्म अवधि में निवेश करना हमेशा अच्छा विकल्प माना जाता है. क्योंकि लंबी अवधि के लिए किये गए निवेश में शॉर्ट टर्म निवेश के मुकाबल कम जोखिम होता है.
Account linked Mobile Number Change Process: घर बैठे बदल सकते हैं अपने बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर, स्टेप वाइज समझें पूरी प्रॉसेस
बैंक बाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के मुताबिक, “निवेशकों को निवेश से पहले थोड़ा बड़ा सोचना चाहिए. बेहतर रिटर्न के लिए डोमेस्टिक मार्केट के अलावा इंटरनेशनल फंड्स में निवेश के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है. हालांकि अधिकतर भारतीय निवेश के लिए डोमेस्टिक मार्केट में इंवेस्टमेंट क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है करना ही ज्यादा पसंद करते हैं.”
इंटरनेशनल फंड में निवेश से पहले निवेशकों को ये समझना होगा कि सभी देशों के बाजार एक जैसा प्रदर्शन नहीं करते. हर देश के बाजार पर उसकी आर्थिक स्थिति, सरकारी नीतियों, राजनीतिक घटनाक्रम का अलग-अलग ढंग से असर पड़ सकता है. ऐसे में कई बार कुछ देशों के बाजार अन्य देशों के मुकाबले में निवेशकों को ज्यादा आकर्षित करते हैं. इंटरनेशनल फंड के जरिए निवेशक दूसरे देश की कंपनियों के शेयर्स खरीद कर लाभ कमा सकते हैं. लेकिन इंटरनेशनल फंड्स में निवेश से पहले उनके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेना भी जरूरी है.
(Article : Sanjeev Sinha)
(डिस्क्लेमर : यहां बताई गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं देता. म्यूचुअल फंड कोई भी हो, उनमें निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता है. निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श जरूर कर लें.)
गोल्डन वीज़ा निवेशकों के लिए डॉलर ए गॉडसेंड के साथ यूरो रीचिंग पैरिटी
यूरो की तेजी से गिरावट एक ऐतिहासिक बिंदु पर पहुंच गई है क्योंकि यूरोपीय संघ की मुद्रा अमेरिकी डॉलर (यूएसडी) के साथ समानता को हिट करती है, एक ऐसी स्थिति जो 2002 के बाद से नहीं हुई है, जब इसे पहली बार प्रचलन में पेश किया गया था।
गोल्डन वीज़ा निवेशकों के लिए डॉलर ए गॉडसेंड के साथ यूरो रीचिंग पैरिटी
यूरो की वर्तमान गिरावट, जबकि निश्चित रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है, एक अद्वितीय अवसर के लिए एक दरवाजा खोलता है जिसे संभावित आप्रवासी निवेशकों को विचार करना चाहिए।
दुनिया में निवेश कार्यक्रम द्वारा सबसे लोकप्रिय रेजीडेंसी पुर्तगाली गोल्डन वीजा, हमेशा, यूरो में अपनी न्यूनतम निवेश सीमा की कीमत तय क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है करता है।
जैसा कि यूरो का मूल्यांकन अब यूएसडी तक पहुंचने के लिए गिर गया है, निवेशक अब यूरोपीय संघ की मुद्रा के उतार-चढ़ाव द्वारा लाए गए स्वाभाविक रूप से रियायती मूल्य का लाभ उठा सकते हैं।
, डॉलर की तुलना में मुद्रा की साल-दर-साल (YoY) की गिरावट लगभग 17% तक पहुंच गई है, जिसका अर्थ है कि पुर्तगाली गोल्डन वीज़ा आवेदक जिनके पास USD में अपनी संपत्ति है, या कोई अन्य मुद्रा जो इसे आंकी गई है, वे प्राप्त कर सकते हैं 17% के लिए गोल्डन वीजा 2021 के जुलाई में उन्होंने जो निवेश किया होगा।
पिछले साल जिसकी कीमत 585,000 अमेरिकी डॉलर होगी; अब, हालांकि, USD के मामले में इसकी कीमत 17% है, क्योंकि दोनों मुद्रा मूल्य मेल खाते हैं।
बड़े पैमाने पर बचत एक समय के प्रति संवेदनशील और अत्यधिक लाभदायक अवसर है। विशेषज्ञ यूरो के ठीक होने की उम्मीद करते हैं, खासकर जब यूक्रेन में स्थिति अंततः कम हो जाती है। यह दीर्घकालिक वसूली भी इस मामले का एक महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि जो आवेदक यूरो के नीचे निवेश करते हैं और जब यह ठीक हो जाता है तो अपने निवेश को फिर से भरना एक बड़ा लाभ बनाने के लिए तैयार होते हैं।
यह उन निवेशकों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो अमेरिकी डॉलर के दायरे में काम करते हैं या अन्य 65 मुद्राओं में से कोई भी इसे आंका गया है। ये मुद्राएं कम से कम उतार-चढ़ाव से गुजरती हैं, यदि कोई हो, और फंड की छह साल की होल्डिंग अवधि समाप्त होने के बाद बड़े लाभ के लिए तैयार क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है हैं, खासकर अगर यूरो ठीक हो जाता है जैसे कि यह अपेक्षित है।
यदि यूरो अपनी सबसे स्थिर सीमा तक ठीक हो जाता है, जो पिछले कुछ वर्षों में फैला हुआ है, तो निवेशक फंड निवेश से प्राप्त वार्षिक आरओआई के अलावा 15-18% के बीच लाभ मार्जिन की उम्मीद कर सकते हैं।
इस अवसर ने न केवल पुर्तगाली गोल्डन वीजा को और अधिक किफायती बना दिया है, बल्कि यह इसे सबसे अधिक लाभदायक होने की क्षमता देता है इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन वेंचर जिसे दुनिया को पेश करना है।
तक कि यूएसडी-पेग क्षेत्र के बाहर मुद्राओं में काम करने वाले निवेशक भी इस गिरावट का लाभ उठा सकते हैं। जैसा कि तुर्की, मिस्र और अन्य जैसे उतार-चढ़ाव वाली मुद्राओं वाले राष्ट्र, उपयुक्त क्षण में निवेश कर सकते हैं जब उनकी मुद्राएं यूरो के मुकाबले अपने मूल्य को अधिकतम करती हैं। एक बार जब यूरो ठीक होना शुरू हो जाता है, तो यह लंबे समय में उनकी घरेलू मुद्रा में उतार-चढ़ाव के खिलाफ एक मजबूत बचाव के रूप में कार्य करता है, जो मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता के खिलाफ लाभ उठाता है।
Cryptocurrency निवेशकों पर भी यही आधार लागू होता है जो बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव से निपटने के विशेषज्ञ बन गए हैं और दिल की धड़कन में वृद्धि का लाभ उठा सकते हैं।
एक साल पहले की लागत के लगभग 80% के लिए यूरोपीय संघ का निवास प्राप्त करना एक ऐसा अवसर है जो जीवन भर में एक बार आता है, और इसने खुद को यहां और अब प्रस्तुत किया है।
पुर्तगाली गोल्डन वीजा के बारे में अधिक जानने के लिए और आप कैसे आवेदन कर सकते हैं, एक नि: शुल्क, व्यापक परामर्श बुक करने के लिए आज हमसे संपर्क करें।
पर्सनल फाइनेंस: गोल्ड में निवेश करने का बना रहे हैं प्लान तो इन तरीकों से कम पैसों के साथ कर सकते हैं शुरुआत
पिछले 1 साल में सोने ने शानदार रिटर्न दिया है। इसी का नतीजा है कि सोना निवेश के क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है नजरिए से पसंदीदा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन रहा है। डिजिटली सोने में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा हैं कि इसमें आपको शुद्ध सोना तो मिलता ही है साथ ही इसमें आप कम रुपयों से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। आज हम आपको 4 माध्यमों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF)
सोने को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को गोल्ड ईटीएफ कहते हैं। यह म्यूचुअल फंड की स्कीम है। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि गोल्ड ईटीएफ का बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड की कीमतें है, आप इसे सोने की वास्तविक कीमत के करीब खरीद सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग डीमैट खाता होना चाहिए। इसमें सोने की खरीद यूनिट में की जाती है। इसे बेचने पर आपको सोना नहीं बल्कि उस समय के बाजार मूल्य के बराबर राशि मिलती है।
यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कैश मार्केट में खरीदा-बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। लेकिन गोल्ड ETF में कोई अपर लिमिट नहीं है। गोल्ड ETF में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। इसमें 3 साल का होल्डिंग पीरियड पूरा करने के बाद बेचने पर इंडेक्सेशन बेनीफिट क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है के साथ 20 फीसदी LTCG टैक्स लगता है। वहीं 3 साल से पहले बेचने पर एप्लीकेबल स्लैब रेट से टैक्स लगता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
ये बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा भारत सरकार की ओर से जारी किए जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड किए जाते हैं। आप एक ग्राम भी सोना खरीद सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बांड एक सरकारी बांड होता है। इसे डीमैट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है। इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है। यदि बांड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बांड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बांड को भुनाते वक्त पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है। यह बांड भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड
गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ETF का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करती हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।
आप मासिक SIP के माध्यम से 1,000 रुपए से कम के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इसके निवेश करने के लिए डीमैट क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है अकाउंट की जरूरत नहीं होती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
पेमेंट ऐप से भी खरीद सकते हैं गोल्ड
अब आप अपने स्मार्टफोन से ही डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार जितनी कीमत का चाहें सोना खरीद सकते हैं, यहां तक कि 1 रुपए का भी। यह सुविधा अमेजन-पे, गूगल पे, पेटीएम, फोनपे और मोबिक्विक जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
इंटरनेशनल फंड में निवेश करना कितना सही? जानिए क्या है इसका नफा-नुकसान
अमेरिकी इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंटरनेशनल फंड्स पर डॉलर के मुकाबले रुपये में होने वाली गिरावट का असर नहीं होता.
इंटरनेशनल फंड में निवेश से आपको न सिर्फ वैश्विक बाजार में एक्सपोजर का मौका मिलेगा, बल्कि दुसरे देशों की प्रगति से भी आप लाभ कमा सकते हैं.
Why you should invest in international funds: अगर आप एक निवेशक के तौर पर अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाना चाहते हैं तो इंटरनेशनल फंड आप के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. इससे आपको न सिर्फ इंटनेशनल मार्किट में एक्सपोजर का मौका मिलेगा, बल्कि इससे आपको अच्छा रिटर्न भी मिलेगा. इंटरनेशनल फंड ऐसे म्यूचुअल फंड हैं, जिनके जरिए एक देश में रहने वाले निवेशक दूसरे देशों की कंपनियों में पैसे लगा सकते हैं. यानी भारत में रहने वाला एक निवेशक इंटरनेशनल फंड के जरिए अमेरिका या ब्रिटेन की किसी कंपनी के शेयर्स में निवेश कर सकता है. डॉलर के मुकाबले में रुपये में होने वाली गिरावट का इंटरनेशनल फंड पर असर नहीं होता है.
इंटरनेशनल फंड में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी
पिछले कुछ सालों में कम निवेश जोखिम और अच्छे रिटर्न की वजह से इंटरनेशनल फंड में निवेश करने क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है वाले निवेशकों की संख्या में खासा इजाफा देखने को मिला है. टॉन्ग टर्म अवधि में निवेश करना हमेशा अच्छा विकल्प माना जाता है. क्योंकि लंबी अवधि के लिए किये गए निवेश में शॉर्ट टर्म निवेश के मुकाबल कम जोखिम होता है.
Account linked Mobile Number Change Process: घर बैठे बदल सकते हैं अपने बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर, स्टेप वाइज समझें पूरी प्रॉसेस
बैंक बाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के मुताबिक, “निवेशकों को निवेश से पहले थोड़ा बड़ा सोचना चाहिए. बेहतर रिटर्न के लिए डोमेस्टिक मार्केट के अलावा इंटरनेशनल फंड्स में निवेश के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है. हालांकि अधिकतर भारतीय निवेश के लिए डोमेस्टिक मार्केट में इंवेस्टमेंट करना ही ज्यादा पसंद करते हैं.”
इंटरनेशनल फंड में निवेश से पहले निवेशकों को ये समझना होगा कि सभी देशों के बाजार एक जैसा प्रदर्शन नहीं करते. हर देश के बाजार पर उसकी आर्थिक स्थिति, सरकारी नीतियों, राजनीतिक घटनाक्रम का अलग-अलग ढंग से असर पड़ सकता है. ऐसे में कई बार कुछ देशों के बाजार अन्य देशों के मुकाबले में निवेशकों को ज्यादा आकर्षित करते हैं. इंटरनेशनल फंड के जरिए निवेशक दूसरे देश की कंपनियों के शेयर्स खरीद कर लाभ कमा सकते हैं. लेकिन इंटरनेशनल फंड्स में निवेश से पहले उनके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेना भी जरूरी है.
(Article : Sanjeev Sinha)
(डिस्क्लेमर : यहां बताई गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं देता. म्यूचुअल फंड कोई भी हो, उनमें निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता है. निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श जरूर कर लें.)
पर्सनल फाइनेंस: गोल्ड में निवेश करने का बना रहे हैं प्लान तो इन तरीकों से कम पैसों के साथ कर सकते हैं शुरुआत
पिछले 1 साल में सोने ने शानदार रिटर्न दिया है। इसी का नतीजा है कि सोना निवेश के नजरिए से पसंदीदा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन रहा है। डिजिटली सोने में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा हैं कि इसमें आपको शुद्ध सोना तो मिलता ही है साथ ही इसमें आप कम रुपयों से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। आज हम आपको 4 माध्यमों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF)
सोने को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को गोल्ड ईटीएफ कहते हैं। यह म्यूचुअल फंड की स्कीम है। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि गोल्ड ईटीएफ का बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड की कीमतें है, आप इसे सोने की वास्तविक कीमत के करीब खरीद सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग डीमैट खाता होना चाहिए। इसमें सोने की खरीद यूनिट में की जाती है। इसे बेचने पर आपको सोना नहीं बल्कि उस समय के बाजार मूल्य के बराबर राशि मिलती है।
यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कैश मार्केट में खरीदा-बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। लेकिन गोल्ड ETF में कोई अपर लिमिट नहीं है। गोल्ड ETF में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। इसमें 3 साल का होल्डिंग पीरियड पूरा करने के बाद बेचने पर इंडेक्सेशन बेनीफिट के साथ 20 फीसदी LTCG टैक्स लगता है। वहीं 3 साल से पहले बेचने पर एप्लीकेबल स्लैब रेट से टैक्स लगता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
ये बॉन्ड भारतीय रिजर्व क्या डॉलर में निवेश करना लाभदायक है बैंक (RBI) द्वारा भारत सरकार की ओर से जारी किए जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड किए जाते हैं। आप एक ग्राम भी सोना खरीद सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बांड एक सरकारी बांड होता है। इसे डीमैट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है। इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है। यदि बांड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बांड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बांड को भुनाते वक्त पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है। यह बांड भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड
गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ETF का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करती हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।
आप मासिक SIP के माध्यम से 1,000 रुपए से कम के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
पेमेंट ऐप से भी खरीद सकते हैं गोल्ड
अब आप अपने स्मार्टफोन से ही डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार जितनी कीमत का चाहें सोना खरीद सकते हैं, यहां तक कि 1 रुपए का भी। यह सुविधा अमेजन-पे, गूगल पे, पेटीएम, फोनपे और मोबिक्विक जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 163