दोस्तों, आपने इस लेख के माध्यम से ETF meaning in Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक जाना है।
ETF का मतलब क्या होता है ? – ETF Meaning In Hindi
ETF का पुरा नाम exchange traded funds होता है। यह एक प्रकार के mutual fund होते हैं। यह अलग अलग investors से पैसा जोड़कर फंड के टारगेट के अनुसार अलग-अलग investment option में invest करते हैं। इनको shares की तरह स्टॉक एक्सचेंज में sell और buy किया जा सकता है।
मान लीजिए, टाटा कंपनी के शेयर NSE और BSE पर listed है, तो उन्हें स्टॉक एक्सचेंज खुलने पर कभी भी खरीद सकते हैं या फिर बेच सकते हैं।
इसी प्रकार से ETF को भी स्टॉक एक्सचेंज पर बेचा जा सकता है और खरीदा जा सकता है, इसी कारण से इन फंड्स को exchange traded funds कहते हैं।
जिस प्रकार से किसी भी शेयर का मूल्य उसकी डिमांड या फिर सप्लाई की वजह से बढ़ता घटता रहता है, उसी प्रकार से ETF का दाम भी स्टॉक एक्सचेंज में डिमांड और सप्लाई के अनुसार घटता और बढ़ता रहता है। ETF के दाम को NAV के नाम से जाना जाता है।
ETF funds के बारे में अन्य जानकारी
ETF funds passively managed funds होते हैं। ETF funds अपने लिए set किये गये index को follow करते है। इन funds को manage करने वाले मैनेजर का काम यही होता है, कि जिस प्रकार से fund के इंडेक्स में shares का हिस्सा है, बिल्कुल उतने ही प्रतिशत part ईटीएफ में जुटाए हुए कुल funds का भी करें।
मान लीजिए कि 8 December को आईटीसी का हिस्सा 4.60% प्रतिशत था। इसलिए निफ्टी के सभी ETFs के फंड के पैसों का 4.60% हिस्सा ITC में इन्वेस्ट किया होगा।
उसी प्रकार से निफ्टी में reliance का हिस्सा 4.87% का है तो सभी EFTS फंड का 4.87% part reliance में invest किया होगा।
ETF के fund को manage करने वाले मैनेजर समय-समय पर यह देखते हैं कि यदि index में से किसी शेयर में percentage में कोई बदलाव हो रहा है, ETF क्या होता है तो वह वैसा ही बदलाव ETF के अंदर भी करते हैं।
ETF का rate कैसे पता करें ?
ETF के दामों का पता आप किसी भी कंपनी के शेयर का दाम जानकर लगा सकते हैं। आप किसी भी trading site या nse और BSE की वेबसाइट पर जाकर या फिर आप जिस भी ट्रेडिंग एप्लीकेशन का प्रयोग करते हैं, उसे लॉगिन करके इस के दाम के बारे में पता कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, kite जोकि डिस्काउंट ब्रोकर Zerodha की ट्रेडिंग एप्लीकेशन है, यह निवेशकों को बाजार में trade करने की सुविधा देती है।
यदि आपका डिमैट अकाउंट इस Zerodha काईट एप्लीकेशन पर है, तो आप उसे अपने मोबाइल में लॉगिन करके आसानी से ETFs के प्राइस का पता लगा सकते हैं।
इसके लिए आप उसके symbol को सर्च करके अपनी वॉच लिस्ट में ऐड कर सकते हैं, जिससे आपको उसका प्राइस दिखाई दे जाएगा।
ETF क्या है इन्वेस्ट कैसे करे | etf meaning in hindi
ETF (Exchange Traded Fund) होता क्या है (etf meaning in hindi) और क्या आपको इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए। तो आज हम जानेंगे ETF के बारे में बहुत ही सरल भाषा में सब कुछ। बहुत लोगो को शेयर मार्केट में रिस्क नहीं लेना चाहते है उसके लिए है ये फण्ड।
ETF (Exchange Traded Fund) क्या है (etf meaning in hindi):-
Mutual Fund में कंपनी को लोग पैसा देता है और उसका फंड मैनेजर अलग अलग शेयर में निवेश करता है। लेकिन Index Fund में लोगों का पैसा Direct Nifty और Sensex पर पैसा लगा देते हैं, इसमें फंड मैनेजर अलग अलग करके शेयर में निबेश की जरुरत नहीं पड़ती। एक ही index पर निवेश करते है। Nifty यानी देश का टॉप 50 शेयर्स का बास्केट और Sensex 30 कंपनी का टोकरी होता हैं। Index fund आप म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी से खरीद सकते है।
ETF में कैसे इन्वेस्ट करे:-
ETF में इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास Demat Account होना जरूरी हैं। आप डायरेक्ट शेयर मार्केट से ही ETFको खरीद सकते है। बहुत सारे ऐसे ETF है जहा पर आप खरीद सकते है। उनमे से है- Niftybees, HDFC Sensex ETF, Kotak PSU Bank ETF etc।
शेयर मार्केट में ETF कैसे आता है:-
जब भी कंपनी को शेयर मार्केट में ETF लाना होता है। तो कंपनी जिस भी सेक्टर, जितने पैसा का लाना है उस सेक्टर का उतने पैसा का शेयर खरीद लेता है। फिर मार्केट में उस सेक्टर का ETF लोगों के लिए Issue होते हैं। उसके बाद बाज़ार में उसका खरीद बेच होते रहते हैं। लेकिन ETF में जितना पैसा का Issue होता है उससे ज्यादा कंपनी और आकार बड़ा नहीं कर सकते।
Advantage क्या है ETF का:-
- किसी भी समय खरीदना:- म्यूच्यूअल फण्ड में एक दिन ETF क्या होता है का NAV पे ही आप खरीद सकते हो। लेकिन ETF शेयर मार्केट में लिस्टेड होने के कारण स्टॉक की तरह किसी भी टाइम खरीद सकते हो। जैसे जैसे नीचे ऊपर होता है आप खरीद बेच कर सकते हैं।
- सेक्टर का फ़ायदा:- ETF में आप किसी भी अलग अलग सेक्टर पर आप इन्वेस्ट कर सकते हैं। इससे आपको पोर्टफोलियो को Diversification करने में मदद मिलता हैं।
क्या ETF में इन्वेस्ट करना सही रहेगा:-
ETF में थोड़ा Index fund से शुल्क कम होती है। लेकिन अब बहुत सारे कम शुल्क Index fund आ गए हैं लगभग दोनों का बराबर होते हैं। यदि आपको किसी सेक्टर के हिसाब से खरीदना चाहते हो तो आप ETF में खरीदारी कर सकते हैं। इसमें आपको थोड़ा रिस्क कम होता हैं। आपको यदि लंबे समय के लिए इन्वेस्ट करना चाहते हो तो आप ETF के साथ जा सकते हैं।
निम्न लागत- निम्न जोखिम निवेश
जोखिम और लागत के संदर्भ में, गोल्ड ईटीएफ वास्तविक गोल्ड से बढ़कर है। गोल्ड ईटीएफ डीमैट अकाउंट के माध्यम से बेचे और खरीदे जाने वाला डिजिटल निवेश है। क्योंकि इन्हें इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर किया जाता है, वास्तविक गोल्ड की तुलना में चोरी का जोखिम बहुत कम है। इसके अलावा, वास्तविक गोल्ड में निवेश करने की लागत उच्च है क्योंकि आभूषणों पर मेकिंग चार्ज लगाए जाते हैं। गोल्ड ईटीएफ के साथ इस प्रकार का कोई चार्ज नहीं जुड़ा है, इसलिए ये कम लागत पर निवेश का साधन हैं।
क्योंकि गोल्ड ईटीएफ को ऑनलाइन खरीदा जाता है और उन्हें डीमैट अकाउंट में धारित किया जाता है, किसी भी निवेशक द्वारा कभी भी इसे खरीदा और बेचा जा सकता है। इनसे उच्च लिक्विडिटी भी मिलती है क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह इनकी भी वर्तमान गोल्ड कीमत पर ट्रेडिंग की जा सकती है।
टैक्स-अनुकूल
ईटीएफ के ज़रिए गोल्ड में निवेश पर वास्तविक गोल्ड निवेश की तरह सम्पदा कर नहीं लगाया जाता है। लेकिन, गोल्ड ईटीएफ से मिलने वाले रिटर्न, इंडेक्सेशन लाभ के साथ दीर्घकालिक पूंजी लाभ के अंतर्गत आते हैं। गोल्ड ईटीएफ के लिए दीर्घकालिक पूंजी कर होल्डिंग के 36 महीनों के बाद बेचे गए यूनिट्स पर मिलने वाले लाभ पर लगाया जाता है, और इस प्रकार ये टैक्स-अनुकूल निवेश (साधन) बन जाते हैं। अल्पकालिक पूंजी लाभ- तीन वर्ष की धारिता अवधि से पहले अर्जित लाभ पर, आपकी आय में इस लाभ को जमा करने के बाद, लागू स्लैब दर के अनुसार कर लगाया जाएगा।
गोल्ड ईटीएफ के कारण गोल्ड में निवेश करना अधिक आसान और अधिक अफॉर्डेबल बन गया है। निवेशक 1000 रूपये की निम्न राशि से एसआईपी के आधार पर गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा निवेश संचित कर सकते हैं। दूसरी तरफ, वास्तविक गोल्ड को केवल बड़े मौद्रिक निवेश के बाद ही खरीदा जा सकता है।
Bharat Bond ETF: सुरक्षित निवेश, अच्छा रिटर्न और देश निर्माण में योगदान! जानें खूबियां
- नई दिल्ली ,
- 03 दिसंबर 2021,
- (अपडेटेड 03 दिसंबर 2021, 10:13 AM IST)
- निवेश का एक और अच्छा मौका
- भारत बॉन्ड ईटीएफ आज खुलेगा
केंद्र सरकार भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तीसरे चरण को लॉन्च करने के लिए तैयार है. भारत बॉन्ड ETF का न्यू फंड ऑफर (NFO) निवेश के लिए आज यानी शुक्रवार को खुलेगा और 9 दिसंबर 2021 को बंद होगा.
भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्षित निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा सरकारी कंपनियों (PSU) के बॉन्ड में लगेगा, यानी एक तरह से उन्हें कर्ज के रूप में दिया जाएगा.
ई टी एफ क्या होता है
आजकल हर व्यक्ति ने ETF का नाम सुना होगा जो भी व्यक्ति स्टॉक मार्किट में रूचि रखता है। ETF एक प्रकार का इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट है जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते है। आज इस ब्लॉग में हम आपको Etf के प्रकार इसके लाभ तथा नुसकान के बारे में इनफार्मेशन प्रदान करे गे।
ETF का फुल फॉर्म है एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड जिसका मतलब है हम etf की यूनिट को अपने ट्रेडिंग अकाउंट द्वारा डायरेक्ट स्टॉक मार्किट से खरीद या बेच सकते है। ETF म्यूच्यूअल फण्ड क समान ही होता है।
जो व्यक्ति निफटी 50 , सेन्सेक्स या गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करना चहाता है उनके लिये यह बहुत अच्छा विकल्प है। वास्तव में ETF म्यूच्यूअल फण्ड का ही एक प्रकार है। आप म्यूच्यूअल फण्ड को म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनी से खरीद सकते है जबकि ETF को स्टॉक एक्सचेंज से ही ख़रीदा जा सकता है।
ETF के प्रकार :
भारत में ETF क्या होता है ETF के कई प्रकार देखने को मिलते है। जिनमे इक्विटी ,गोल्ड तथा डेब्ट ETF शामिल है। आइए हम इनके बारे में थोड़ा ओर जानते है।
Equity (इक्विटी) ETF
- निफ़्टी 50 ETF
- निफ़्टी आईटी ETF
- निफ़्टी फार्मा ETF
- निफ़्टी बैंक ETF
अगर आप निफ़्टी 50 में इन्वेस्टमेंट करना चाहते है तो आप निचे दिए गए ETF फण्ड में निवेश कर सकते है। निफ़्टी 50 में भारत NSE की टॉप 50 कपनी को शामिल किआ जाता है। ETF क्या होता है इतना हमेशा ध्यान रखना है की जिस भी ETF में आप निवेश कर रहे है उस ETF में वॉल्यूम अधिक होना चाइए।
निफ़्टी 50 ETF जो स्टॉक मार्किट में ट्रेड के लिए उपलब्ध है
- निफ़्टी बीस (NIFTY BEES )
- SBI ETF निफ़्टी 50
- UTI निफ़्टी 50 ETF
- ICICI PRU NIFTY ETF
- कोटक निफ़्टी ETF
- HDFC निफ़्टी 50 ETF
- MIRAE ASSET 50 ETF
- LIC निफ़्टी 50 ETF
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Good information ETF
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eMudhra Ltd IPO ईमुद्रा एक डिजिटल सिगनेचर प्रोवाइड करने वाली कंपनी. है ईमुद्रा ने नवम्बर 16 को आईपीओ लाने के लिये DHRP सेबी में फाइल कर दिए है। आईपीओ द्वारा प्राप्त राशि का इस्तमाल डेब्ट को रेतुर्न करने तथा वर्किंग कैपिटल में करने की योजना है। About eMudhra Ltd ईमुद्रा देश की सबसे बड़ी सर्टिफ़िएड अथॉरिटी कंपनी है जिसका मार्किट शेयर 37 % है। emudhra डिजिटल ट्रस्ट सर्विस का काम करती है। विभिन रिटेल व्यापारी तथा कपनी emudhra से सेवा लेती है। कपनी ने 2008 से लगभग 50 मिलियन डिजिटल सिग्नेचर बांटे है. डिजिटल सिग्नेचर का इस्तमाल इनकम टैक्स भरने में , फॉरेन ट्रेड में ,बैंकिंग सर्विस में तथा रेलवे डॉक्यूमेंट में किआ जाता है। Emudhra आईपीओ कैसे अप्लाई करे किसी भी आईपीओ को अप्लाई करने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट की आवश्कता होती है। यह डीमैट अकाउंट आप किसी भी कंपनी में खुलवा सकते ह। डीमैट अकाउंट प्रोवाइड करने वाली कुछ अच्छी कंपनी के नाम निचे दिया गए ह। 5 Paisa.com Angel broking Upstox sharekhan किसी भी आईपीओ को अप्लाई करने के लिया डीमैट अकाउंट के साथ साथ UPI आईडी की भी आवश्कता होती है। आईपीओ
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