What is Cryptocurrency Wallet in Hindi |Crypto wallet को सुरक्षित कैसे रखें? 2022

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ समय में निवेश के तौर पर लोगों के बीच लोकप्रियता का विकल्प बनकर सामने आया है, 13 अप्रैल 2021 से 13 अप्रैल 2022 के अभी तक क्रिप्टो करेंसी के निवेशकों में एक करोड़ से अधिक ग्राहकों की बढ़ोतरी हुई है पर क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने से पहले यह जानना आवश्यक है

कि What is Cryptocurrency Wallet? और इसका कैसे इस्तेमाल किया जाता है आज की क्रिप्टो सीरीज में हम इसी पर विस्तार से चर्चा करेंगे तो आइए जान लेते हैं.

Table of Contents

What is Cryptocurrency Wallet in Hindi

Cryptocurrency Wallet एक तरीका है, जिसमें आप अपनी क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित इकट्ठा कर सकते हैं, इन क्रिप्टो करेंसी में एथेरियम , बिटकॉइन, डॉग कॉइन, शीबा इनु आदि दूसरे टोकन भी हो सकते हैं

आसान भाषा में कहें तो एक वर्चुअल करंसी वायलेट या क्रिप्टो वॉलेट जो आपके मोबाइल फोन पर मौजूद सॉफ्टवेयर या ऐप है

जहां आप अपनी डिजिटल एसेट्स जैसे Bitcoin, Shiba INU, Ethereum को स्टोर करते हैं, केवल यही नहीं आप क्रिप्टोकरेंसी में डिजिटली लेनदेन के लिए इन एप्स में साइन इन करके इनका इस्तेमाल करते हैं।

इनकी सुरक्षा के लिए इनमें पासवर्ड सेट करने का तरीका दिया रहता है साथ ही गूगल ऑथेंटिकेटर पावरफुल टूल के साथ भी साइन अप करने की सुविधा दी जाती है।

Cryptocurrency Wallet एवं उनके प्रकार

Cryptocurrency wallet कितने प्रकार के होते हैं

Crypto wallet मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं, इनके अपने अलग-अलग फायदे एवं नुकसान हैं तो आइए जान लेते हैं

  1. Hot Wallet
  2. क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार
  3. Cold Wallet

Hot and Cold Crypto Wallet क्या होते हैं?

1. Hot Wallet इंटरनेट पर होते हैं जिसे आप ज्यादा आसानी के साथ उन्हें उपयोग कर सकते हैं। आप इनकी मदद से क्रिप्टोकरेंसी को आसानी से खरीद और बेंच तथा भेज सकते हैं परंतु

ऐसे सिस्टम की सुरक्षा के बारे में कुछ चिंताजनक हो सकता है क्योंकि यह साइबर अपराधियों के लिए, पहुंच के ज्यादा आसान होता है. और दूसरी तरफ

2. Cold Wallet ऑफलाइन होते हैं इनमें आप अपने डेटा को क्लाउड पर रख सकते हैं और आप इसे USB डिवाइस हार्ड ड्राइव पर डाउनलोड कर सकते हैं और अपने कॉइंस को सुरक्षित रख सकते हैं

तथा जब आप ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हों तो आप इनका उपयोग कर सकते हैं परंतु इसके साथ भी एक मुश्किल हो सकती है,

अगर आपके वॉलेट को नुकसान पहुंचता है या कहें कि आपके हार्ड ड्राइव में कोई दिक्कत आ जाती है तो आपकी कीज एक्सेस गुम हो जाएगा इससे आपके Coins हमेशा के लिए चले जाएंगे इसलिए आप दोनों तरह के वायलेट के फायदे एवं नुकसान जान लें. इसके अलावा

3. Paper Wallet भी होते हैं जो कोल्ड वॉलेट का ही एक तरीका है, इसमें Private Key पेपर पर लिखी होती है जिसकी वजह से इन्हें हैक करना नामुमकिन हो जाता है हालांकि यह गुम या बर्बाद हो सकते हैं इसलिए आप जो भी अपने पैसों के साथ करें उससे पहले जोखिम को जरूर देख लें।

Hot And Cold Crypto Wallet में अंतर एवं उनके फायदे

Digital Wallet में अकाउंट कैसे बनाएं?

क्रिप्टो मार्केट में ऐसे कई डिजिटल वॉलेट मौजूद हैं जिनमें आप क्रिप्टो कॉइन ऑनलाइन खरीद तथा उनके मूल्य देख एवं एक दूसरे को भेज सकते हैं पर भारत की बात की जाए तो भारत में Coins witch KUBER, Coin dcx, Wazir x जैसे प्रसिद्ध हैं।
इन क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप पर सेट अप करना बेहद आसान है

और यह किसी ऑनलाइन पेमेंट एप्स की तरह ही है, इनमें अकाउंट बनाने के लिए आपको जीमेल, मोबाइल नंबर और पासवर्ड चुनकर सबमिट बटन पर क्लिक करना है।

इसके बाद आपको ऐप में पिन सेटअप करने के लिए ले जाएगा आप अपने अनुसार में से किसी एक को चुने मोबाइल नंबर पिन या गूगल ऑथेंटिकेटर में से एक को चुने साथ ही दिए गए ऑप्शन के अनुसार अपनी डिटेल भरे केवाईसी के लिए अपना कोई आईडेंटिटी कार्ड चुने और दिए गए निर्देशों का पालन करें।
विस्तार से पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक में जाकर के पढ़ें

Cryptocurrency wallet को क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार सुरक्षित कैसे रखें?

1. जो आपकी प्राइवेट की है उसे डिजिटल सेव न करें, गूगलड्राइव, एक्सएल आदि में क्योंकि वहां से वह हैक हो सकता है।

2. यदि आपके बहुत ज्यादा क्रिप्टो कॉइन में पैसे लगे हैं तो मात्र आपके पास ही प्राइवेट की होना पर्याप्त नहीं है किसी अपने के पास जैसे माता-पिता या आपका विश्वसनीय कोई दोस्त उनके पास भी प्राइवेट की दे कर रखें क्योंकि अगर आपसे खो जाए तो वह आपको आपके अपनों से दोबारा मिल जाए

3. सारे पैसे एक ही जगह ना रखें क्योंकि अगर गड़बड़ हो जाए तो कोई ज्यादा नुकसान ना हो आपको.

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Cryptocurrency Wallet से जुड़े अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

सबसे अच्छा क्रिप्टो वॉलेट कौन सा है?

भारत में सबसे अच्छा क्रिप्टो करेंसी वॉलेट वजीरएक्स है, जिसमें 200 से ज्यादा क्रिप्टो करंसी कॉइन उपलब्ध है उसके बाद कोइन्स विच कुबेर, Coin DCX इत्यादि प्रचलित क्रिप्टोकरंसी वालेट हैं।

बिटकॉइन वॉलेट क्या है?

बिटकॉइन वॉलेट एक ऐसा स्थान है जो आपके डिजिटल बिटकॉइन को स्टोर करता है और जब आप अपने बिटकॉइन का उपयोग कर रहे होते हैं तो आपके लेनदेन को मान्य करता है। एक वॉलेट गुप्त जानकारी रखता है, जिसे निजी कुंजी या बीज कहा जाता है, जिसका उपयोग लेनदेन को मान्य करने के लिए किया जाता है

हॉट वॉलेट क्या है?

यह वॉलेट इंटरनेट से 24 घंटे जुड़े होते हैं, जिसमें आप अपने दिन भर के खरीद और बेंच को आसानी से कर पाते हैं परंतु यह इंटरनेट से जुड़े होने के कारण हैक होने की संभावना अधिक रहती है

कोल्ड वॉलेट क्या है?

यह वालेट पूर्णतः ऑफलाइन होते हैं, इनमें आप अपनी जानकारी यूएसबी ड्राइव या लैपटॉप के हार्ड डिस्क में रहते रखते हैं और जब आप ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हों तो आप इनका उपयोग कर सकते.

भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट कानूनी है

भारत के सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो करेंसी वॉलेट जैसे वजीरएक्स, कॉइनडीसीएक्स, कोइन्स बीच कुबेर जैसे वालेट सरकार के नियम एवं इनकी पद्धति के अनुसार रजिस्टर हैं जिससे यह कहा जा सकता है कि यह वॉलेट क़ानूनी हैं।

Cryptocurrency : क्रिप्टो एक्सचेंज और क्रिप्टो वॉलेट में क्या फर्क होता है, यहां समझें

क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही क्रिप्टो ट्रे़डिंग होती है. एक्सचेंज पर आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी स्टोर भी कर सकते हैं. वहीं, वॉलेट ऐसा माध्यम होता है जहां आप अपना ऐसा निवेश, जिसे आप ज्यादा सक्रियता के साथ इस्तेमाल नहीं करेंगे, उसे ज्यादा सुरक्षित तरीके से रख सकते हैं.

Cryptocurrency : क्रिप्टो एक्सचेंज और क्रिप्टो वॉलेट में क्या फर्क होता है, यहां समझें

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टो के सफर में क्रिप्टो एक्सचेंज और क्रिप्टो वॉलेट अहम फैक्टर हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टो वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज (Crytptocurrency exchange and crypto wallet) में क्या फर्क होता है? ये दोनों ही टूल्स क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के लिए अहम हैं. लेकिन इन दोनों का ही काम एक दूसरे से काफी अलग-अलग होता है. ये दोनों ही क्रिप्टो इकोसिस्टम के अहम लेकिन अलग-अलग हिस्सा है. हम इस आर्टिकल में आपको बता रहे हैं कि ये दोनों चीजें क्या हैं और इनमें क्या फर्क है. और आप यह भी सीखेंगे कि क्यों आपको क्रिप्टो एक्सचेंज की जरूरत पड़ती है और क्यों क्रिप्टो के सफर में आपको क्रिप्टो वॉलेट की जरूरत पड़ेगी.

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बिटकॉइन और ईथर जैसी क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के जरिए जेनरेट किया जाता है. माइनिंग का मतलब नई डिजिटल कॉइन्स जेनरेट करने यानी पैदा करने से होता है. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इक्वेशन सॉल्व करने के बाद रिवॉर्ड के तौर पर यूजर को कॉइन्स मिलते हैं, यहां से इसे या तो किसी बायर को सीधे बेच दिया जाता है या फिर एक्स्चेंज पर इसकी ट्रेडिंग होती है. लेकिन एक निवेशक पहले से मौजूद कॉइन्स और टोकन्स को ही बस खरीदता और बेचता है.

क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही क्रिप्टो ट्रे़डिंग होती है. एक्सचेंज पर आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी स्टोर भी कर सकते हैं. वहीं, वॉलेट ऐसा माध्यम होता है जहां आप अपना ऐसा निवेश, जिसे आप ज्यादा सक्रियता के साथ इस्तेमाल नहीं करेंगे, उसे ज्यादा सुरक्षित तरीके से रख सकते हैं. यह भी बता दें कि अधिकतर बड़े एक्सचेंज अपना खुद का वॉलेट चलाते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या होता है?

क्रिप्टो एक्सचेंज ऐसा प्लेटफॉर्म होता है, जहां आप बिटकॉइन, ईथर और डॉजकॉइन सहित दूसरी क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो टोकन्स को ज्यादा स्थिर कीमतों और ज्यादा सिक्योरिटी के साथ खरीद और बेच सकते हैं. एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज किसी ब्रोकरेज फर्म की तरह काम करता है, यानी यह बायर और सेलर के बीच का माध्यम होता है. किसी एक्सचेंज के हिसाब से निवेशक पेमेंट के किसी भी माध्यम जैसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, कार्ड ट्रांजैक्शन, यूपीआई वगैरह से इसपर अपना पैसा डिपॉजिट कर सकते हैं, जिसे वहां से क्रिप्टो कॉइन या टोकन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

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एक्सचेंज पर में क्रिप्टो को दूसरे किसी असेट (यानी या तो कोई दूसरा क्रिप्टो कॉइन या टोकन, या फिर फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर वगैरह) की खरीद-बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, एक्सचेंज पर आप अपने क्रिप्टो कॉइन्स या टोकन्स को फ्लैट करेंसी में भी कन्वर्ट करा सकते हैं.

अगर एक्सचेंज का इस्तेमाल किए बिना अगर आपको क्रिप्टोकॉइन खरीदनी है, तो आपको कोई सेलर ढूंढना होगा. फिर आप दोनों को एक्सचेंज रेट पर मोलभाव करना होगा, इसके बाद कॉइन खरीदकर इसे अपने क्रिप्टो वॉलेट में भेजना होगा.

क्रिप्टो वॉलेट क्या होता है?

क्रिप्टो वॉलेट बेसिकली एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है, जिसमें आप क्रिप्टो कॉइन्स स्टोर करते हैं. मान लीजिए कि आपने बिटकॉइन खरीदे, चूंकि ये ऑनलाइन करेंसी है, आप इसे हाथ में लेकर नहीं छू सकते हैं, तो इसे स्टोर करने के लिए भी आपको एक ऑनलाइन माध्यम चाहिए. क्रिप्टो वॉलेट का काम यही होता है. क्रिप्टो वॉलेट में प्राइवेट keys होती हैं, जो ट्रांजैक्शन करने के लिए इस्तेमाल होती हैं. ये कीज़ एक तरीके से सीक्रेट कोड होती हैं, जो आपको अपनी कॉइन्स खर्च करने के लिए डालनी पड़ती हैं.

ये प्राइवेट कीज़ बहुत ही ज्यादा अहम होती हैं, क्योंकि अगर किसी हैकर ने आपके फोन में मालवेयर के जरिए आपकी कीज़ हैक कर लीं तो वो आपके सारे कॉइन्स चुरा सकता है. वहीं, अगर आपने अपनी कीज़ खो दीं तो आप अपने वॉलेट का एक्सेस हमेशा के लिए खो देंगे. वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट. हमारे पास क्रिप्टो वॉलेट पर पूरा एक आर्टिकल है, जिसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट के प्रकार, इनके काम और इनकी सुरक्षा वगैरह को लेकर पूरी डिटेल मिलेंगी. आप यहां क्लिक करके यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं.

Cryptocurrency Wallet Kya Hai : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है। अपना क्रिप्टो करेंसी वालेट कैसे बनाए

Cryptocurrency Wallet Kya Hai digitcoin

पिछले एक दो वर्षों से देश मे क्रिप्टो करेंसी का मार्केट तेजी से बढ़ा है। निवेश मे रुचि रखने वाले लोगों के लिए निवेश का एक और विकल खुल गया है। अगर आप निवेश में रुचि रखते है तो आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते है।

लेकिन क्रिप्टो करेंसी मे निवेश करने से पहले आपको इससे जुड़ी हुई कुछ चीजों के बारे मे जानना आवश्यक है तभी आप इससे फायदा ले सकते है।

इस लेख मे हम आपको क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। कि क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या है। क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट का इस्तेमाल कैसे करे। इसलिए इस लेख को पूरा पढे।

क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या है Cryptocurrency Wallet क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार Kya Hai

मनी वॉलेट की तरह क्रिप्टो वॉलेट भी एक तरह का वालेट होता है जिसमे कोई भी क्रिप्टो निवेशक अपनी क्रिप्टोकरेंसी को आसानी से स्टोर करके रख सकता है। जिसमे बिटकॉइन के अलावा दूसरे क्रिप्टो करेंसी भी हो सकते है। जैसे कि ईथर, डीजईकोइन इत्यादि।

करेंसी की सुरक्षा के लिए इस वॉलेट में यूजर पासवर्ड कीज भी सेट करके रख सकते है। इस वालेट के जरिए निवेशक डायरेक्ट अपने क्रिप्टो करंसीज को बेच या उसमे जोड़ सकते है।

ये एक तरह का ऐप या सॉफ्टवेयर होता है। जिसे कोई भी यूजर अपने मोबाइल से भी इस्तेमाल कर सकता है। आसान भाषा मे कहा जाए तो क्रिप्टो वॉलेट क्रिप्टो करेंसी को स्टोर करने का एक माध्यम होता है। जिसमें निवेशक अलग अलग प्रकार से अपनी करेंसी निवेश करके रख सकते है। निवेशक चाहे तो अपने क्रिप्टो वॉलेट के जरिए डायरेक्ट peer-to-peer network मेथड से दूसरे निवेशकों को अपने करेंसी बेच सकते है।

प्राइवेट और पब्लिक Keys क्या होती हैं?

क्रिप्टो वॉलेट मे एक बात समझना एक बात सबसे अहम होता है। प्राइवेट और पब्लिक keys के बारे मे कि ये क्या होता है। क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। जिसमे कीज के कुछ कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया जाता है। पब्लिक कीज़ का इस्तेमाल क्रिप्टो टोकन की पहचान करने और प्राइवेट कीज का इस्तेमाल उन्हे एक्सेस करने के लिए किया जाता है।

इसके और आसान भाषा मे समझते है।

अगर आप पेमेंट का इस्तेमाल करते है तो उसमे एक यूजर नेम होता है । जिसमे जरिए आप अपने पेमेंट वॉलेट से ट्रांजेक्शन करते है।

क्रिप्टो वॉलेट में पब्लिक कीज भी वही काम करती है। इसके जरिए आप अपने वॉलेट मे टोकन रिसीव करते है।

पेमेंट वॉलेट में जिस प्रकार वॉलेट मे बेलेस चेक करने और अपना अकाउंट बैलेंस चेक करने के लिए 6 डिजिट का एक पासवर्ड होता है। उसी प्रकार क्रिप्टो वॉलेट मे ये काम प्राइवेट कीज के जरिए किया जाता है।

क्रिप्टो वॉलेट्स कितने प्रकार के होते है Type of Crypto Wallet

हॉट वॉलेट्स Hot Crypto Wallet

हॉट वॉलेट ऑनलाइन होते क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार है जिसे कोई भी निवेशक आसानी से एक्सेस करके करेंसी को खरीद या सेल कर सकता है। चूंकि ये ऑनलाइन होता है तो इसमें हैकिंग को लेकर सुरक्षा का भी खतरा रहता है। लेकिन अगर आप क्रिप्टो में ट्रेडिंग करते है तो आपको अपने हॉट वॉलेट मे कुछ टोकन हमेशा रखने होते है।

कोल्ड वॉलेट Cold Crypto Wallet

कोल्ड वॉलेट ऑफ़लाइन होते है। जिसमे निवेशकों को अपना डाटा किसी क्लाउड स्टोर पर नहीं रखना होता है। आप अपने एसेट को किसी हार्ड डिस्क या मेमोरी में स्टोर करके रख सकते है।

लेकिन इस वॉलेट मे एक परेशानी यह रहती है कि अगर किसी यूजर के वॉलेट मे किसी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार कोई परेशानी हो जाती है और आप अपनी कीज से इस वॉलेट मे एक्सेस नहीं कर पाए तो आप अपने कॉइन या टोकन को खो सकते है। ऐसे में आप समझ सकते है कि आपके हाथ से क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार वॉलेट और करेंसी दोनों गई।

पेपर वॉलेट्स, Paper Crypto Wallet

हॉट और कोल्ड वालेट की तरह पेपर वॉलेट्स भी होता है। जिसमे निवेशक यूजर की प्राइवेट कीज पेपर पर लिखी होती है। इस वालेट में हैकिंग की संभावना ना के बराबर है।

लेकिन इसमें पेपर खराब होने या उसके खो जाने की समस्या रहती है। ऐसे में अगर आपने कोड की कॉपी करते समय किसी प्रकार की कोई गलती कर दी तो आप अपना क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार वॉलेट और करेंसी टोकन खो सकते है।

इसलिए आप जिस भी वालेट का इस्तेमाल करना चाहते है वो बड़े ही सोच समझ कर करे। अन्यथा आपको भारी नुकसान भी हो सकता है।
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अपना क्रिप्टो वॉलेट कैसे बनाएं Crypto Wallet kaise banaye

बहुत से क्रिप्टो वॉलेट मौजूद है जिन्हे आप ऑनलाइन देख सकते है। कई ऐसे क्रिप्टो एक्सचेंज भी है जिनके खुद के वॉलेट है। जैसे कि Exodus और Mycelium

इनका इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। इन्हे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपना अकाउंट बनाकर लॉगिन करे । उसके बाद इनकी कुछ जरूरी दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड और पैन कार्ड से केवाईसी करे।

एक्सचेंज पर स्टोर करना

क्रिप्टो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर भी अपने क्रिप्टो एसेट स्टोर को स्टोर करके रख सकते है। लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्रिप्टो कॉइन या टोकन स्टोर करने की जगह सेफ नहीं है।

रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को रोजाना तकरीबन 2.7 मिलियन डॉलर यानी 20 करोड़ से अधिक का नुकसान होता है। ये आंकड़ा कम होने वाला नहीं है। अच्छे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ये समस्या नई रहती है वहा पर निवेशकों की सुरक्षा का काफी ध्यान रखा जाता है।

क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट? कैसे करते हैं इस्तेमाल, जानिए हर जरूरी बात

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार करने में मदद करते हैं

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?

बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस करेंसी में कोडिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल केंद्रीय बैंक पर निर्भर नहीं होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है.

क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या हैं?

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं. एक वॉलेट आपके फोन पर एक अलग डिवाइस या एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हो सकता है. वे ब्लॉकचैन तकनी का इस्तेमाल सेफ्टी और सिक्योरिटी के साथ आपकी क्रिप्टो एसेट्स को सुरक्षित रखने के लिए मदद करता है, साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को भेजने और रिसीव करने की सुविधा भी देता है.

वॉलेट कितने तरह के होते हैं

इन्हें खास तौर पर हॉट एंड कोल्ड वॉलेट (Hot and Cold Wallets) में कैटेगरीज किया जा सकता है. हॉट वॉलेट इंटरनेट से जुड़े होते हैं और इन्हें कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इनमें ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, most मोबाइल वॉलेट, सॉफ्टवेयर वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं.

कोल्ड वॉलेट इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होते हैं और आपको अपने क्रिप्टो ऑफ़लाइन को स्टोर करने देते हैं. कोल्ड वॉलेट में हार्डवेयर और पेपर वॉलेट शामिल हैं.

Hardware Wallets : एक हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टो स्टोर करते समय सुरक्षा और सुविधा के बीच बैलेंस बनाने में मदद करता है. हार्डवेयर वॉलेट को आपकी प्राइवेट की (Private Key) को स्टोर करने के ऑनलाइन तरीकों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे कि कंप्यूटर और फोन पर, जिसे हैकर से एक्सेस किया जा सकता है. चूंकि आपकी प्राइवेट की डिवाइस को कभी नहीं छोड़ती है, इसलिए इसे हैक नहीं किया जा सकता है. अगर आपका हार्डवेयर वॉलेट खो जाता है या टूट जाता है, तो आप अपने बिटकॉइन को एक नए डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं जब तक कि आप अपने रिकवरी सीड वर्ड्स को नहीं जानते हैं.

Paper Wallets: पेपर वॉलेट्स को पेपर की प्रिंटेड शीट पर स्टोर किया जाता है और यह सबसे सुरक्षित ऑप्शन में से एक है. क्रिप्टो को प्राइवेट की दर्ज करके या कागज पर क्यूआर कोड को स्कैन करके मूव किया जा सकता है. कंप्यूटर या मोबाइल पर सेव नहीं होने के वजह से उन्हें डिजिटल रूप से हैक या चोरी नहीं किया जा सकता है. आपको किसी थर्ड पार्टी सर्वर पर निर्भर होने की भी जरूरत नहीं है. यूजर अपने फोन का इस्तेमाल करके अपने पेपर वॉलेट या सीड वर्ड्स की तस्वीर कभी नहीं लेनी चाहिए.

आपको एक वॉलेट में क्रिप्टो को कब होल्ड करना चाहिए?

कोल्ड वॉलेट निस्संदेह आपकी क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने का सबसे सुरक्षित तरीका है. वे ऑनलाइन वायरस और हैकर्स से बचाने में मदद करता हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने डेटा को स्टोर करने के लिए किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर नहीं हैं.

ऑनलाइन अटैक या स्कैम के लिए ऑनलाइन या वेब वॉलेट सबसे ज्यादा रिस्क होते हैं. अगर आप क्रिप्टो एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप अपनी एसेट्स के साथ उन पर भरोसा कर सकते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कितना सुरक्षित है? कितना है प्रॉफिट और क्या हैं रिस्क? यहां पढ़ें

Cryptocurrencies एक तरह का eCash या डिजिटल करेंसी है. इसे इंटरनेट पर इस्तेमाल के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए क्रिएट किया जाता है. रुपये या डॉलर जैसी परंपरागत करेंसी की तरह आपको क्रिप्टोकरेंसी नोट या सिक्के में देखने को नहीं मिलेगी. आइए जानते हैं कि इसमें इंवेस्ट करना कितना सुरक्षित होता है.

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लीगल स्टेटस के बारे में जानिए
वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी भारत और दुनिया के अधिकतर देशों में लीगल टेंडर नहीं है. इसकी वजह ये है कि इन क्वाइन्स को प्राइवेट तरीके से क्रिएट किया जा सकता है और इस बात को लेकर अभी स्पष्ट क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार समझ विकसित नहीं हो पाई है कि इस करेंसी की वजह से किस तरह का बदलाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अवैध भी नहीं है. भारत में कई ऑनलाइन एक्सचेंज ऑपरेट कर रहे हैं, जिनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और इंवेस्टमेंट किया जा सकता है.

कितना सुरक्षित है इसमें निवेश

अभी तक के ट्रेंड को देखा जाए तो क्रिप्टोकरेंसीज एक तरह से वोलाटाइल इंस्ट्रुमेंट हैं. इसका मतलब ये है कि इसमें काफी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. अगर आप गारंटीड रिटर्न के लिए इसमें पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो फिर ये इंवेस्टमेंट विकल्प आपके लिए नहीं है. हालांकि, अगर आप जोखिम ले सकते हैं तो आप इस तथ्य को ध्यान में रख सकते हैं कि पिछले साल कुछ माह में ही एक Bitcoin की कीमत 30,000 डॉलर से 60,000 डॉलर पर पहुंच गई थी.

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के फायदे
कई क्रिप्टोकरेंसीज निवेश के पारंपरिक माध्यम की तुलना में बेहतर रिटर्न दे देती हैं. कई लोगों ने पिछले साल इससे काफी अधिक पैसे बनाए. तब इसमें Bull Run देखने को मिला था. अप्रैल, 2020 में एक Bitcoin की कीमत 6,640 डॉलर पर थी और पिछले साल अप्रैल में एक बिटक्वाइन की कीमत 65,000 डॉलर पर पहुंच गई. इस तरह एक साल में ही लोगों को जबरदस्त मुनाफा हुआ.

इसमें निवेश करने के जोखिम
इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक क्रिप्टो मार्केट में जबरदस्त करेक्शन देखने को मिला है. अगर हम Bitcoin की ही बात करें तो यह एक बार 30,455.45 डॉलर के स्तर पर आ गया है. इस तरह आप देख सकते हैं कि इस एसेट में निवेश कितना जोखिम भरा है. इसके साथ दूसरी समस्या ये है कि आज के समय में इसे अधिकतर सामानों या सर्विसेज की खरीद के लिए यूज नहीं किया जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार ने अब तक कोई रेग्युलेशन नहीं बनाया है, ऐसे में एक तरह का ट्रस्ट इश्यू भी देखने को मिलता है.

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