दीर्घकालिक वित्तीय लाभ सुरक्षित करना- कंपाउंडिंग और रुपी कॉस्ट एवरेजिंग की शक्ति से एक व्यवस्थित निवेश योजना लाभांवित होती है. यदि आप सही निवेश उत्पाद चुनते हैं और अपने निवेश लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं तो आप अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए काफी बड़ा कॉर्पस बनाने में सक्षम होंगे.

man at laptop

Investment Tips: पैसा कमाने के लिए बड़ी काम की चीज है SIP, फायदे जानकर बढ़ सकती है कमाई

SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आप 'Rupee Cost Averaging' का लाभ उठा सकते हैं. इसका मतलब है कि जब बाजार नीचे होता है तो आप ज्यादा यूनिट खरीदते हैं और जब बाजार ऊपर होता है तो कम यूनिट खरीदते हैं. यह आपकी कुल लागत का औसत है.

alt

5

alt

5

alt

सोने का वायदा कारोबार कैसे होता है?

भारत में सोने का वायदा कारोबार BSE, NSE और MCX (मल्टी कॉमोडिटी एक्सचेंज) के माध्यम से एक ग्राम से लेकर एक किलो तक के विभिन्न आकारों के ऑर्डर में किया जा सकता है। खरीदार अनुबंध में निर्दिष्ट मूल्य के लिए भविष्य की तारीख में सोना खरीदने या बेचने के लिए एक समझौते के साथ एक निश्चित अवधि के अनुबंध में प्रवेश अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें करता है। हालांकि अनुबंध में एक निश्चित मात्रा में सोने का उल्लेख हो सकता है, लेकिन आपको पूरी राशि को अग्रिम रूप से निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके बजाए, आप कुल मूल्य का एक छोटा प्रतिशत रख सकते हैं, जिसे "मार्जिन" के रूप में जाना जाता है।

अन्य निवेशों की तरह, आप सोने के वायदा अनुबंध के माध्यम से या तो लाभ प्राप्त कर सकते हैं या आपको हानि हो सकती है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि अनुबंध अवधि के दौरान सोने की कीमत बढ़ती है या घटती है। मूल्य में परिवर्तन (ऊपर और नीचे दोनों) को टिक्स में मापा जाता है, जो कि बाजारों द्वारा मापा जाने वाला सबसे छोटा मूल्य परिवर्तन होता है। उदाहरण के लिए, MCX के सोने के वायदा अनुबंध में, टिक का आकार 0.10 (या 1 रुपए प्रति 10 ग्राम) होता है। इस प्रकार, यदि आपके पास 1 किलो (1000 ग्राम) का लॉट साइज है, तो आपका लाभ या हानि 100 रुपए प्रति टिक होगा। आप अनुबंध अवधि के दौरान सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव से लाभ उठा सकते हैं या अनुबंध अवधि के अंत में भौतिक रूप से सोने की डिलीवरी का विकल्प चुन सकते हैं।

आपके लक्ष्यों के अनुरूप क्या होगा - दीर्घकालिक या अल्पकालिक अनुबंध?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने का वायदा अनुबंध मूल्य में उतार-चढ़ाव से बचाव प्रदान करते हैं और सट्टा लाभ अर्जित करने का अवसर प्रदान करते हैं। अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें सोने के आयात, निर्यात, निर्माण या व्यापार में संलग्न व्यवसाय इस जोखिम को कम करने और कम समय में संभावित नुकसान की भरपाई के लिए सोने के वायदा अनुबंध का उपयोग कर सकते हैं।

साधारण निवेशक भी लाभ कमाने के लिए टिक मूवमेंट का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि अधिकांश निवेशक सोने के वायदा को कम समय के हेजिंग के रूप में उपयोग करते हैं, भविष्य में सोने की कीमतों में वृद्धि को भुनाने के इच्छुक निवेशक अपने अनुबंध को एक वर्ष तक की लंबी अवधि के लिए भी निर्धारित कर सकते हैं।

आप किस प्रकार का विश्लेषण और निवेश करने की योजना बना रहे हैं?

सोना वायदा निवेशक अपने निवेश के लिए मौलिक, तकनीकी या दोनों ही दृष्टिकोण का अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें उपयोग कर सकते हैं। मौलिक विश्लेषण सोने की मांग-आपूर्ति की गतिशीलता, वर्तमान स्थिति और बाजार की भावना के साथ-साथ आर्थिक चक्र पर भी विचार करता है। तकनीकी विश्लेषण अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर निर्भर करता है, मूल्य निर्धारण चार्ट, संकेतक और उपकरण जैसे फिबोनिकी एक्सटेंशन और मोमेंटम ऑसिलेटर्स की मदद लेता है। मौलिक दृष्टिकोण परिसंपत्ति के वास्तविक मूल्य को समझना चाहते हैं, जबकि तकनीकी विश्लेषण भविष्य के मूल्य को समझना चाहता है। सोने के वायदा निवेशकों को दोनों दृष्टिकोणों के तहत काम करने से लाभ होगा।

सोने के बाजार को समझना एक व्यापक अभिव्यक्ति है जिसमें वह सब कुछ शामिल है जो सोने की कीमत को प्रभावित करता है। एक सोने के वायदा निवेशक के रूप में, आपको अमेरिकी डॉलर के मूल्य, बॉन्ड की कीमत, सरकार की ब्याज दर नीति और सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले प्रमुख आर्थिक निर्णयों पर नजर रखनी होगी। शादी का समय और कृषि पैटर्न के शुरु होने से भी भारत में सोने की कीमत प्रभावित हो सकती है। केंद्रीय बैंक द्वारा सोने का भारी मात्रा में व्यापार एक अन्य कारक है जो सोने के बाजार को प्रभावित कर सकता है।

म्यूचुअल फंडः रिस्क ज्यादा तो रिटर्न बड़ा

नवदुनिया-रिलायंस म्यूचुअल फंड के सेमिनार में अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें विशेषज्ञों ने बेहतर निवेश के बारे में बताया भोपाल। नवदुनिया रिपोर्टर हर महीने की तारीख सात, म्यूचुअल फंड के आदत की शुरुआत. के स्लोगन के साथ इक्विटी, एसआईपी, इनफ्लेशन और रिटर्न से संबंधित पूरी जानकारी पाकर लोगों ने म्यूचुअल फंड में निवेश प्रति उत्सुकता दिखाई। यह नजारा था शनिवार को एमपीनगर

म्यूचुअल फंडः रिस्क ज्यादा तो रिटर्न बड़ा

नवदुनिया-रिलायंस म्यूचुअल फंड के सेमिनार में विशेषज्ञों ने बेहतर निवेश के बारे में बताया

भोपाल। नवदुनिया रिपोर्टर

हर महीने की तारीख सात, म्यूचुअल फंड के आदत की शुरुआत. के स्लोगन के अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें साथ इक्विटी, एसआईपी, इनफ्लेशन और रिटर्न से संबंधित पूरी जानकारी पाकर लोगों ने म्यूचुअल फंड में निवेश प्रति उत्सुकता दिखाई। यह नजारा था शनिवार को एमपीनगर नगर स्थित होटल रेसीडेंसी में आयोजित सेमिनार 'अर्थ समृद्घि' के दौरान। नवदुनिया और अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें रिलायंस म्यूचुअल फंड की ओर से आयोजित सेमिनार में मौजूद विशेषज्ञों ने लोगों को सही निवेश टूल चुनने की जानकारी दी और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। विशेषज्ञों का कहना था कि कोई भी निवेश करने से पहले अपने फाइनेंस एडवायजर की सलाह जरूर लें। विशेषज्ञों ने म्यूचुअल फंड की परिभाषा से भी निवेशकों को अवगत कराया। विशेषज्ञों ने प्रोजेक्टर के माध्यम से मार्केट और निवेश और रिटर्न मुख्य बिंदुओं को समझाया। कई निवेशकों ने विशेषज्ञों से सवाल किए और अपनी जरूरत के हिसाब से निवेश की जानकारी ली। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें

रिटायरमेंट पेंशन प्लान्स

सेवानिवृत्ति बीमा योजनाओं के साथ स्टाइल में अपनी सेवानिवृत्ति का आनंद लें

रिटायरमेंट पेंशन प्लान्स

सेवानिवृत्ति बीमा योजनाओं के साथ स्टाइल में अपनी सेवानिवृत्ति का आनंद लें

Take a step ahead to secure your life

SHARE THIS PAGE

By submitting my details, I override my NDNC registration and authorize Edelweiss Tokio Life Insurance Company Limited and its representatives to contact me through call, WhatsApp or E-mail for providing assistance with the proposal. I further consent to share my information with third parties for evaluating and processing this proposal.

रिटायरमेंट प्लान के लाभ

    युवा अवस्था की ज़िम्मेदारियाँ : युवा अवस्था में नौकरी पेशा व्यक्ति, उन दिनों की जिम्मेदारियों जैसे कि घर का किराया, बच्चों की पढाई का खर्चा आदि को निभाते निभाते अपने बुढ़ापे की आर्थिक ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ कर देता हैं और फिर एक ऐसा समय आता हैं जब उसे पैसो की ज़रूरतों को पूरा करने के अपने बच्चों या फिर रिश्तेदारों पर निर्भर होना पड़ता हैं | इसलिए यह बहुत जरूरी हो जाता हैं कि आप युवा अवस्था से ही अपनी रिटायरमेंट को बेहतर बनाने का प्रयास करे और यह आप एक सही रिटायरमेंट पॉलिसी ले के कर सकते है |

सेवानिवृत्ति योजना या पेंशन योजना एक विशिष्ट प्रकार की बीमा पॉलिसी हैं जो आपको एक आरामदायक सेवानिवृत्त जीवन जीने में मदद करती हैं। ये योजनाएं आपको सुरक्षा प्रदान करती हैं और निवेश नीतियों के रूप में भी कार्य करती हैं जो सेवानिवृत्ति के बाद की आपकी जरूरतों जैसे चिकित्सा खर्च, रहने की लागत आदि को पूरा करने के लिए एक कोष जमा करने में मदद करती हैं।

आपको एक सेवानिवृति योजना की आवश्यकता क्यों है?

हम अपनी दिन-प्रतिदिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी मेहनत की कमाई का निवेश इतना अधिक करते हैं कि हम अपने बाद के वर्षों में अपने लिए एक आरामदायक और समृद्ध जीवन हासिल करने पर बहुत कम ध्यान देते हैं।

हममें से अधिकांश लोगों के नौकरी और यहां तक कि अच्छे लाइफ स्टाइल की मांग करते हैं| हमारे तनावपूर्ण जीवन की दैनिक भागदौड़ में, क्या हम अपने सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन के बारे में भी सोचते हैं? लेकिन इस सबके जिम्मेदार हम सब स्वयं हैं गहरी सांस गहरी सांस लें और अपने भविष्य के बारे में सोचें| यदि हम अपनी सेवानिवृति के बाद के जीवन का आनंद नहीं ले पा रहे हैं तो इतनी मेहनत करने का क्या मतलब है? लाइफस्टाइल के अलावा, हमारे पास अपने परिवारों के प्रति जिम्मेदारियां हैं जो सेवानिवृत्ति के साथ दूर नहीं हो सकती हैं।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन सुचारू और शांतिपूर्ण रहे और आपके परिवार की देखभाल भी अच्छी तरह से होती रहे, अब आपके लिए सेवानिवृत्ति की योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी वर्तमान आयु, आय, लाइफ स्टाइल जीवन शैली और जीवन लक्ष्यों के आधार पर, आप एक निवेश राशि चुन सकते हैं और अपनी सेवानिवृत्ति के लिए योजना बना सकते हैं।

निवेश क्या है

निवेश का अर्थ है अपनी अतिरिक्त पूंजी या धन को ऐसी जगह लगाना जहां से अतिरिक्त धन प्राप्ति या आय की संभावना हो। महान निवेशक वॉरेन बफेट के अनुसार भविष्य में और अधिक धन प्राप्त करने के लिए “पैसा लगाने की प्रक्रिया” को निवेश कहते है। निवेश का लक्ष्य आपके पैसे को एक या एक से अधिक प्रकार के निवेश के साधनों में लगाना है जिससे कि समय के साथ साथ आपका पैसा बढ़ सके। बचत और निवेश में अंतर को भी समझें।

हम में से अधिकांश अपने काम में कड़ी मेहनत करते अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें हैं, चाहे वह हमारा जॉब हो या हमारा खुद का बिजनेस हो। हम अक्सर कई घंटों तक काम करते हैं जिसके लिए मेहनात की आवश्यकता होती है और हम अकसर तनाव में रहते हैं। अपनी मेहनत की कमाई में से कुछ बचा लेना और उसे अपनी भविष्य की जरूरतों के लिए निवेश करना ही अपनी कमाई से सबसे अधिक लाभ उठाने का एक तरीका है। निवेश करना वास्तव में होशियारी के साथ कम मेहनत में ज्यादा कमाने का तरीका है।

आज की इच्छायें या भविष्य की जरुरतें

आप अपनी आय के पैसे को कहां और किस तरह प्रयोग करते हैं इसमें आपकी प्राथमिकता निवेश से पता चलती है। पैसे को खर्च करना आसान है और इससे एक क्षणिक सुख भी मिलता है फिर चाहे वो नए कपड़े खरीदना हो, रैस्टॉरेंट में खाना हो या छुट्टियों पर जाना। इस सब से हमें खुशियां मिल सकतीं हैं मगर जब हम निवेश करते हैं तो हम भविष्य की आवश्यक्ताओं को आज की इच्छाओं से अधिक प्राथमिकता देते हैं।

जब आप जीवन की आपाधापी में व्यस्त हों तो निवेश आपके लिये काम करता है और भविष्य की फसल तैयार करता है जिससे की जीवन के सुनहरी वर्षों में भी जिंदगी सुखद रहे। निवेश को समझना उतना कठिन भी नहीं है। यहां पढ़ें कि आप छोटे छोटे निवेश के द्वारा एक करोड़ रुपये कैसे बना सकते हैं।

निवेश के प्रमुख तरीके

प्रत्येक निवेश के साधन की अपनी विशेषताएं और सीमायें हैं। यह समझना बहुत आवश्यक है कि कौन सा निवेश का साधन आपके लिये बेहतर है। उदाहरण के लिये यदि आप म्यूचुअल फंड में निवेश अपने निवेश के लक्ष्यों को परिभाषित करें कर रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि जिस म्यूचुअल फंड योजना में आप निवेश कर रहगे हैं वह किस तरह की इक्विटी में निवेश करती है? फंड हाउस कौन सा है? चार्जेस कितने हैं? म्यूचुअल फंड निवेश में कितना रिस्क हो सकता है। निवेश करने से पहले इस तरह के सवाल जान लेना आवश्यक है। निवेश में सफलता प्राप्त करने के लिये अपने निवेश को समझना बहुत आवश्यक है। मार्केट से जुड़े निवेश में लाभ की गारंटी नहीं होती मगर अपने निवेश को समझना आपके लिये फायदेमंद हो सकता है।

कोई भी निवेश करने से पहले इन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है

  • क्या यह निवेश का साधन आपके लिए ठीक है?
  • क्या आप जहां निवेश कर रहे हैं उस साधन या उसकी योजना को समझते हैं?
  • कितने पीरियड का निवेश है?
  • निवेश करने कितना आसान है?
  • निवेश से जुड़े सभी रिस्क को समझना।
  • रिटर्न और निवेश की गई रक़म की गारंटी है या नहीं?
  • क्या य़ोजना सरकार द्वारा समर्थित या प्रमाणित है?
  • कुछ समस्या होने पर रेग्युलेटर कौन होगा?
रेटिंग: 4.27
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 696