Tata Technologies:18 साल बाद Tata Group ला रहा है IPO, अप्रैल से जून के बीच कर सकता है लॉन्च

टाटा समूह 18 साल बाद किसी कंपनी का आईपीओ बाजार में लाने जा रहा है। Tata Motors ने IPO के माध्यम से अपनी सहायक कंपनी Tata Technologies के आंशिक विनिवेश को मंजूरी दे दी है। 2004 में टीसीएस के बाद टाटा समूह की किसी कंपनी ने घरेलू शेयर बाजार में प्रवेश नहीं.

टाटा समूह 18 साल बाद किसी कंपनी का आईपीओ बाजार में लाने जा रहा है। Tata Motors ने IPO के माध्यम से अपनी सहायक कंपनी Tata Technologies के आंशिक विनिवेश को मंजूरी दे दी है। 2004 में टीसीएस के बाद टाटा समूह की किसी कंपनी ने घरेलू शेयर बाजार में प्रवेश नहीं किया है। अब कई सालों के बाद Tata Group ने किसी कंपनी का IPO लाने का ऐलान किया है। टाटा मोटर्स ने कहा कि जब भी जरूरत होगी कंपनी के आईपीओ के बारे में घोषणा की जाएगी।

बता दें की टाटा के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के कार्यकाल में यह पहला आईपीओ होगा। चंद्रशेखरन ने 2017 में टाटा समूह की कमान संभाली थी। Tata Autocomp Systems ने 2011 में अपना $260 मिलियन का IPO स्थगित कर दिया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक Tata Sky (टाटा प्ले) भी लिस्टिंग प्लान पर काम कर रही है। 31 दिसंबर 2021 तक, टाटा समूह के 29 उद्यमों को सार्वजनिक रूप से बाजार में सूचीबद्ध किया गया था। उनका कुल बाजार पूंजीकरण 314 अरब डॉलर था।

2022 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, Tata Motors की Tata Technologies में 74 प्रतिशत की थोड़ी अधिक हिस्सेदारी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, कंपनी आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल टेक्नोलॉजी विस्तार के लिए करेगी। हालांकि, कंपनी ने कहा कि फिलहाल आईपीओ बाजार की स्थितियों और नियामकीय मंजूरियों पर निर्भर करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपना आईपीओ अप्रैल से ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? जून के बीच लॉन्च कर सकती है। कंपनी आईपीओ के तहत 10 फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश कर सकती है। आईपीओ जोरों पर है। उसके लिए सेबी के पास डीएचआरपी दाखिल किया जाएगा।

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देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और एयरोस्पेस इंडस्ट्री में उछाल को देखते हुए Tata Technologies अपने आईपीओ लॉन्च करने की योजना बना रही है। टाटा टेक्नोलॉजीज, एक ग्लोबल प्रोडक्ट इंजीनीयरिंग और डिजिटल सर्विस कंपनी ने अपनी IPO की प्रकिया शुरू कर दी है।

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IPO के 13 महीनों बाद 850 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदेगी PayTM, जानें क्या होगी कीमत

पेटीएम ने फाइलिंग में कहा कि कंपनी 810 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर 850 करोड़ रुपये (बायबैक टैक्स और अन्य लेनदेन लागत को छोड़कर) का बायबैक करेगी.

IPO के 13 महीनों बाद 850 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदेगी PayTM, जानें क्या होगी कीमत

Paytm Buyback Offer

PayTM Buyback Offer : पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm’s parent company One97 Communications) ने मंगलवार को 810 रुपये प्रति शेयर पर 850 करोड़ रुपये की शेयर बायबैक योजना (PayTM Buyback Offer ) का ऐलान कर दिया है. कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि कंपनी ने बायबैक कार्यक्रम के लिए खुले बाजार ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? का विकल्प चुना है और उम्मीद है कि यह प्रोसेस ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? छह महीने में पूरा हो जाएगा.

50 फीसदी प्रीमियम पर बायबैक

पेटीएम ने फाइलिंग में कहा कि कंपनी 810 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर 850 करोड़ रुपये (बायबैक टैक्स और अन्य लेनदेन लागत को छोड़कर) का बायबैक करेगी और इसके लिए कंपनी ने खुले बाजार के मार्ग का विकल्प चुना है, जिसे अधिकतम छह महीने की अवधि के भीतर पूरा किया जाना है. 810 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम बायबैक कीमत बैठक की तारीख के बंद भाव से ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? 50 फीसदी ज्यादा है जो बीएसई में 2.16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 539.5 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.

बायबैक में कुल कितना होगा खर्च

850 करोड़ रुपये के पूर्ण बायबैक और लागू बायबैक टैक्स को मानते हुए, कंपनी को उम्मीद है कि कुल खर्च लगभग 1,048 करोड़ रुपये से अधिक होगा. कंपनी ने कहा कि वह टेक्नोलॉजी, सेल्स, मार्केटिंग और दूसरे सेक्टर्स में लांग टर्म वैल्यू क्रिएशन के लिए डिसिप्लिन इंवेस्टमेंट जारी रखेगी. कंपनी ने फाइलिंग में कहा कि पेटीएम बोर्ड ने निर्धारित किया है कि सरप्लस लिक्विडिटी है जिसे शेयरों के बायबैक पर खर्च किया जा सकता है.

आईपीओ के एक साल बाद आया बायबैक

कंपनी की अंतिम आय रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के पास 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. खास बात तो ये है कि पेटीएम का बायबैक लिस्टिंग के 13 महीनों के से भी कम समय में आ रहा है. कंपनी का शेयर मौजूदा समय में आईपीओ प्राइस से 75 फीसदी नीचे आ चुका था. कंपनी का आईपीओ प्राइस 2,150 रुपये था, जिससे कंपनी ने 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे, यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ भी था.

जल्दी बायबैक क्यों?

इसके पीछे कई तर​ह के कारण बताए जा सकते हैं. वास्तव में पेटीएम का बायबैक उसके उसके शेयरों को सपोर्ट करने के लिए लाया जा रहा है, जोकि मौजूदा साल में 60 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है और आईपीओ प्राइस से 75 फीसदी नीचे है. वहीं कंपनी अपने निवेशकों को फायदा पहुंचाने के लिए भी बायबैक ला रही है. वास्तव में बायबैक ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? को शेयर परचेज ऑफर भी कहा जाता है. जिसके तहत ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें? कंपनियां अपने शेयरों को शेयरधारकों से शेयर वापस खरीद लेती है. बायबैक टेंडर ऑफर और ओपन मार्केट ऑफर दो तरह के होते हैं.

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