NCDEX में चना, क्रूड पाम ऑयल और कॉफी के भाव में नरमी, जानिए आज के स्पॉट मार्केट का रेट
भारतीय रिजर्व बैंक या आरबीआई अभी डिजिटल करेंसी- डिजिटल रुपी (होलसेल सेगमेंट) का पहला पायलट परीक्षण करने जा रहा है. इसे फिलहाल होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए लाया गया है. केंद्र सरकार जल्द डिजिटल रुपी को रिटेल सेगमेंट के लिए भी जारी करेगी.
Forex Reserve- ये हैं वो 3 कारण जिनकी वजह से देश में तेजी से बढ़ने लगा विदेशी मुद्रा भंडार
India's forex reserves : लगातार तीसरे हफ्ते देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है. 25 नवंबर को खत्म हफ्ते में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 24 हजार करोड़ रुपये बढ़े है.
विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ना देश की अर्थव्यवस्था और आम आदमी दोनों के लिए फायदेमंद है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि (1) अमेरिका में ब्याज दरें ज्यादा नहीं बढ़ने की संभावनाओं के चलते डॉलर इंडेक्स में तेज गिरावट आई है. जिसका असर घरेलू रुपये को मिला है. (2) वहीं, घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है. विदेशी निवेशकों ने बाजार में पैसा लगाना शुरू कर दिया है. (3) विदेशी बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से गिरी है. ऐसे में हमें क्रूड खरीदने पर कम खर्च करना पड़ा रहा है.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार-RBI की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 25 नवंबर को खत्म हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 289 करोड़ अमेरिकी डॉलर, अगर भारतीय करेंसी में बात करें तो 24 हजार करोड़ रुपये बढ़े है. भारत के पास कुल 45.11 लाख करोड़ रुपये है. विदेशी भंडार में ज्यादा रकम होने से विदेशी निवेशकों और क्रेडिट रेटिंग कंपनियों को यह भरोसा रहता है कि देश की आर्थिक नीतिया काफी बेहतर है. इससे करेंसी में भी मजबूती आती है. मौजूदा समय में चीन के पास सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार है, जिसके बाद जापान और स्विट्जरलैंड आते हैं.
आरबीआई की ओर से आए आकंड़ों के मुताबिक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 254 करोड़ अमेरिकी डॉलर करीब 20800 करोड़ रुपये बढ़ा है. मौजूदा समय में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 54725 करोड़ अमेरिकी डॉलर है. यह भारतीय रुपये में करीब 44,32,725 करोड़ रुपये है.
भारत का विदेशी विदेशी मुद्रा भंडार? आरबीआई एक्ट 1934 विदेशी मुद्रा भंडार को रखने का कानूनी ढांचा प्रदान करता है. देश का 64 फीसदी विदेशी मुद्रा भंडार विदेशों में ट्रेजरी बिल आदि के रूप में होता है. यह मुख्य रूप से अमेरिका में रखा होता है. मौजूदा समय में 28 फीसदी विदेशी मुद्रा भंडार दूसरे देशों के केंद्रीय बैंक और 7.4% कमर्शियल बैंक में रखा है.मार्च 2020 में विदेशी मुद्रा भंडार में 653.01 टन सोना था.
इसमें से 360.71 टन सोना विदेश में बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स की सुरक्षित निगरानी में रखा है. बचा हुआ सोना देश में ही रखा है. डॉलर की वैल्यू में विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी सितंबर 2019 के 6.14 फीसदी से बढ़कर मार्च 2020 में 6.40% पर पहुंच गई है.
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ऑनलाइन विदेशी मुद्रा का विक्रय
विशेषकर विदेशी यात्रा का एक अलग ही रोमांच होता है। यह रोमांच चाहे भ्रमण के लिए हो या व्यापार के लिए हो, विदेशी मुद्रा का विनिमय और उससे जुड़ी परेशानियाँ एक जैसी ही होती हैं। लेकिन जब आप इस ट्रिप से वापस आ जाते हैं तब बची हुई विदेशी मुद्रा को आप बेचने का प्रयास करते हैं।
अधितर स्थितियों में विदेश यात्रा पर जाने वाले अपने साथ किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए थोड़ी एक्स्ट्रा विदेशी मुद्रा ले कर जाते हैं। क्यूंकी वे जानते हैं कि विदेशी मुद्रा को विदेशी धरती पर खरीदना महंगा और समय लगाने वाला होता है। इसलिए देर से सुरक्षा भली वाला नियम यहाँ भी लागू होता है और जरूरत से थोड़ी अधिक विदेशी करेंसी अपने साथ लेकर जाएँ और किसी भी अनदेखी परेशानी से बचें। ट्रिप से वापस आने के बाद अगर आप अपनी बची हुई विदेशी मुद्रा का विक्रय नहीं करते हैं तो वह आपके लिए मृत धन के समान है। कुछ लोग यह काम इसलिए भी नहीं कर पाते हैं कि वे ऑनलाइन विक्रय या एजेंट के माध्यम से विक्रय में से उपयुक्त माध्यम का चयन नहीं कर पाते हैं। थॉमस कुक के पास आपकी हर समस्या का हल है। फिर भी यदि आप अपनी अनुपयोगी विदेशी मुद्रा को ट्रिप कि यादगार बना कर, किसी डर के कारण या ठीक जानकारी न होने के कारण अपने पास रखना चाहते हैं तो इस्क्में कोई समझदारी नहीं है।
थॉमस कुक में विशेष क्या है ?
थॉमस कुक के माध्यम से न केवल आप अच्छे रेट पर विदेशी मुद्रा का क्रय कर सकते हैं बल्कि लाभकारी रेट पर बेच भी सकते हैं। हमें विश्व के सबसे अधिक भरोसेमंद ट्रेवल कंपनीयों के सहयोगी होने का सौभाग्य प्राप्त है और इसी कारण हम आपको विदेशी मुद्रा के लिए सबसे अच्छी कीमत प्रदान करते हैं। बात चाहे होटल की हो, या फ्लाइट की हो, हम आपकी हर जगह विदेशी मुद्रा विनिमय की ज़रूरत का ख्याल रखते हैं। हमारे विशेषज्ञ आपकी हर प्रकार की ज़रूरत को अच्छी तरह न केवल समझते हैं बल्कि उनके अनुसार सेवाएँ और सुविधाएं प्लान करके आपके ट्रिप को खुशगवार और यादगार बना देते हैं।
ऑनलाइन विदेशी मुद्रा का विक्रय कैसे हो ?
सबकी जिंदगी में घूमना-फिरना वो सपना होता है जिसे सब अपनी जिंदगी में बार-बार पूरा करना चाहते हैं। चाहे वो कोई मनोरंजक यात्रा हो या कोई बोरिंग बिजनेस ट्रिप, सफल यात्रा के लिए सफल प्लानिंग की बहुत ज़रूरत होती है। इसके लिए बहुत ज़रूरी है कि आपके पास एक अच्छा ट्रेवल पार्टनर हो वो हर काम करे जिससे आपकी किसी भी ट्रिप को सरल और खुशगवार बनाया जा सके। इसी प्रकार कि एक ज़िम्मेदारी होती है विदेशी करेंसी का खरीदना और बेचना। हो सकता है आपके लिए विदेशी मुद्रा को बेचने का काम अच्छीखासी कठिनाई का काम हो सकता है लेकिन थॉमस कुक का अनेक वर्षों का अनुभव इस परेशानी को सरलता से हल कर सकता है। तो चिंता किस बात की, अब विदेशी मुद्रा को बेचने का काम अब बीते दिनों की बात है क्यूंकी थॉमस कुक आपकी विदेशी मुद्रा संबंधी सभी परेशानियों का एक ही हल है।
थॉमस कुक के माध्यम से आप विदेशी मुद्रा को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का कार्य बड़ी सरलता से कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको थॉमस कुक की वेबसाइट पर लॉगिन करें, विदेशी मुद्रा विक्रय के पेज पर सभी ज़रूरी जानकारी भरें और बस आपका काम हो गया। थॉमस कुक के विदेशी मुद्रा के रेट ऑनलाइन विधि में सबसे अच्छे रेट माने जाते हैं। आप ऑनलाइन विधि से विदेशी मुद्रा का विक्रय करेंसी, ट्रेवलर चेक या फोरेक्स कार्ड, किसी भी रूप में हो, आसानी से कर सकते हैं। आपके विदेशी मुद्रा विक्रय के काम को सुविधाजनक बनाने के लिए हमारा एक अनुभवी कर्मचारी आपके घर जाकर करेंसी ले भी सकता है। थॉमस कुक में हमारी कोशिश रहती है कि हर यात्री को हमारी सेवाओं का सबसे अच्छा अनुभव हो सके। यहाँ तक कि अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपकी एप्लिकेशन को बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ाने का काम भी करते हैं जिससे आप अपना बहुमूल्य समय और एनर्जी को दूसरे ज़रूरी कामों में लगा सकें। इसलिए जब अगली बार आप विदेशी मुद्रा को बेचने का काम करने का निर्णय लें तो बेहिचक थॉमस कुक से संपर्क करें।
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क्या विदेशी मुद्रा स्टॉक से सुरक्षित है
एक वित्तीय साधन दो या दो से अधिक पार्टियों या कुछ मौद्रिक मूल्य वाले व्यक्तियों के बीच एक अनुबंध को संदर्भित करता है। पार्टियों की जरूरतों के अनुसार उन्हें गठित, व्यवस्थित, व्यापार या संशोधित किया जा सकता है। बुनियादी शब्दों में, एक वित्तीय साधन एक परिसंपत्ति को संदर्भित करता है जो धारण करता हैराजधानी और पर भी ट्रेड किया जा सकता हैमंडी.
चेक,बांड, स्टॉक, विकल्प अनुबंध और शेयर वित्तीय साधनों के प्राथमिक उदाहरण हैं।
वित्तीय साधनों के प्रकार
दो सबसे सामान्य प्रकार के वित्तीय साधन इस प्रकार हैं:
1. नकद लिखत
नकद साधन वित्तीय उत्पादों को संदर्भित करते हैं जिनके मूल्य वर्तमान बाजार स्थितियों से तुरंत प्रभावित होते हैं। दो प्रकार के नकद साधन हैं:
प्रतिभूति: एक सुरक्षा किसी भी स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार किए जा रहे मौद्रिक-मूल्यवान वित्तीय साधन को संदर्भित करता है। सुरक्षा किसी भी निगम के एक हिस्से के स्वामित्व को भी इंगित करती है जिसे खरीदा या बेचा जाने पर स्टॉक एक्सचेंज में सार्वजनिक रूप से क्या विदेशी मुद्रा स्टॉक से सुरक्षित है कारोबार किया जाता है।
ऋण और जमा: इन्हें नकद लिखतों के रूप में वर्गीकृत किया गया है क्योंकि ये संविदात्मक व्यवस्था के अधीन वित्तीय संपदा को दर्शाते हैं।
2. व्युत्पन्न उपकरण
व्युत्पन्न उपकरण वित्तीय उत्पादों को संदर्भित करते हैं जिनके मूल्य निर्भर करते हैंआधारभूत कमोडिटीज, मुद्राएं, स्टॉक, बॉन्ड और स्टॉक इंडेक्स सहित संपत्ति। सिंथेटिक समझौते, वायदा, आगे, विकल्प और स्वैप पांच सबसे लगातार डेरिवेटिव उपकरण हैं। यह और अधिक गहराई में और नीचे आच्छादित है।
विदेशी मुद्रा के लिए सुरक्षित या सिंथेटिक समझौता: यह एक समझौते को संदर्भित करता है जो ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में एक निर्दिष्ट समय अवधि के लिए एक विशिष्ट विनिमय दर सुनिश्चित करता है।
आगे: यह दो पक्षों के बीच एक अनुबंध को क्या विदेशी मुद्रा स्टॉक से सुरक्षित है संदर्भित करता है जिसमें अनुकूलन योग्य डेरिवेटिव शामिल होते हैं और अनुबंध के अंत में एक पूर्व निर्धारित मूल्य पर एक एक्सचेंज शामिल होता है।
भविष्य: यह एक व्युत्पन्न लेनदेन को संदर्भित करता है जो आपको भविष्य की तारीख में एक पूर्व निर्धारित विनिमय दर पर डेरिवेटिव व्यापार करने की अनुमति देता है।
विकल्प: यह दो पक्षों के बीच एक अनुबंध है जिसमें विक्रेता खरीदार को एक निश्चित समय अवधि के लिए पूर्व निर्धारित मूल्य पर एक विशेष संख्या में डेरिवेटिव खरीदने या बेचने का अधिकार प्रदान करता है।
ब्याज दर पलटें: यह दो पक्षों के बीच एक व्युत्पन्न व्यवस्था को संदर्भित करता है जिसमें प्रत्येक पार्टी विभिन्न मुद्राओं में अपने ऋणों पर विभिन्न ब्याज दरों का भुगतान करने का वादा करती है।
विदेशी मुद्रा लिखत
विदेशी मुद्रा उपकरण किसी भी विदेशी मुद्रा बाजार में कारोबार किए जाने वाले वित्तीय साधनों को संदर्भित करते हैं। इसमें मुख्य रूप से डेरिवेटिव और मुद्रा समझौते शामिल हैं। मौद्रिक अनुबंधों के संदर्भ में, उन्हें निम्नानुसार तीन प्रमुख समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
एक मुद्रा व्यवस्था जिसमें वास्तविक मुद्रा विनिमय समझौते की मूल तिथि के बाद दूसरे कार्य दिवस के तुरंत बाद होता है। मुद्रा विनिमय "मौके पर" किया जाता है, इसलिए शब्द "स्पॉट" (सीमित समय सीमा)।
एकमुश्त आगे
एक मौद्रिक सौदा जिसमें वास्तविक मुद्रा विनिमय "समय से पहले" और सहमत-समय सीमा से पहले होता है। यह उन स्थितियों में फायदेमंद होता है जहां मुद्रा दरों में अक्सर उतार-चढ़ाव होता है।
मुद्राओं की अदला बदली
एक मुद्रा स्वैप एक ही समय में विविध मूल्य अवधि के साथ मुद्राओं की खरीद और बिक्री की गतिविधियां है।
वित्तीय साधन संपत्ति वर्ग
वित्तीय साधनों को दो परिसंपत्ति समूहों और ऊपर सूचीबद्ध वित्तीय साधनों के प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है। ऋण-आधारित वित्तीय साधन और इक्विटी-आधारित वित्तीय साधन वित्तीय साधनों के दो परिसंपत्ति वर्ग हैं।
1. ऋण आधारित वित्तीय साधन
ऋण-आधारित वित्तीय साधन ऐसी तकनीकें हैं जिन्हें एक कंपनी अपनी पूंजी बढ़ाने के लिए नियोजित कर सकती है। बांड, बंधक, डिबेंचर,क्रेडिट कार्ड, और ऋण रेखाएं इसके कुछ उदाहरण हैं। वे कारोबारी माहौल का एक अनिवार्य पहलू हैं क्योंकि वे व्यवसायों क्या विदेशी मुद्रा स्टॉक से सुरक्षित है को पूंजी बढ़ाकर मुनाफे में सुधार करने की अनुमति देते हैं।
2. इक्विटी आधारित वित्तीय लिखत
इक्विटी-आधारित वित्तीय साधन ऐसी संरचनाएं हैं जो किसी व्यवसाय के कानूनी स्वामित्व के रूप में कार्य करती हैं। सामान्य स्टॉक, पसंदीदा शेयर, परिवर्तनीय डिबेंचर और हस्तांतरणीय सदस्यता अधिकार सभी उदाहरण हैं। वे ऋण-आधारित वित्तपोषण की तुलना में फर्मों को लंबे समय तक पूंजी बनाने में मदद करते हैं, लेकिन उन्हें मालिक को किसी भी ऋण को चुकाने की आवश्यकता नहीं होने का लाभ होता है। एक कंपनी जो एक इक्विटी-आधारित वित्तीय साधन का मालिक है, वह या तो इसमें अधिक निवेश कर सकती है या जब भी उपयुक्त हो इसे बेच सकती है।
लगातार तीसरे हफ्ते बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 406.66 अरब डॉलर पर पहुंचा
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि में विदेशी मुद्रा अस्तियों (Foreign Currceny Assets) में बढ़ोतरी का बड़ा योगदान है
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि में विदेशी मुद्रा अस्तियों (Foreign Currceny Assets) में बढ़ोतरी का बड़ा योगदान है
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि में विदेशी मुद्रा अस्तियों (Foreign Currceny Assets) में बढ़ोतरी का बड़ा हाथ है. 15 मार्च को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.6 अरब डॉलर बढ़कर 405.6 अरब डॉलर हो गया था.
रिजर्व बैंक ने कहा है कि समीक्षाधीन सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 1.03 अरब डॉलर बढ़कर 378.805 अरब डॉलर हो गईं. देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.02 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. इसके बाद से इसमें गिरावट आई है.
केन्द्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार 23.40 अरब डॉलर के स्तर पर अपरिवर्तित रहा. सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के पास सुरक्षित विशेष निकासी अधिकार सात लाख डॉलर घटकर 1.46 अरब डॉलर रह गया. केन्द्रीय बैंक ने कहा कि आईएमएफ में देश का आरक्षित भंडार भी 15 लाख डॉलर घटकर 2.99 अरब डॉलर रह गया.
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CBDC: रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी लांच, 275 करोड़ रुपये के 50 ट्रांजैक्शन हुए, जानिए बिटकॉइन की कैसे जगह लेगा सीबीडीसी
सीबीडीसी के पायलट परीक्षण में भाग लेने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना गया है.
नई दिल्ली: आरबीआई (RBI) की डिजिटल करेंसी सीबीडीसी (CBDC) की मंगलवार को शुरुआत हो गई. पहले दिन कई बैंकों ने सीबीडीसी वर्चुअल मनी का इस्तेमाल करते हुए सरकारी बॉन्ड से जुड़े करीब 50 ट्रांजैक्शन किए. इनकी कुल वैल्यू 275 करोड़ रुपये है. एसबीआई (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और आईडीएफसी बैंक (IDFC Bank) ने सरकारी बॉन्ड के सेटलमेंट के लिए सीबीडीसी का पहले-पहल इस्तेमाल किया. आरबीआई ने आज से अपनी डिजिटल करेंसी- डिजिटल रुपी (होलसेल सेगमेंट) का पहला पायलट परीक्षण शुरू किया, इसमें नौ बैंक हिस्सा ले रहे हैं.
NCDEX में चना, क्रूड पाम ऑयल और कॉफी के भाव में नरमी, जानिए आज के स्पॉट मार्केट का रेट
भारतीय रिजर्व बैंक या आरबीआई अभी डिजिटल करेंसी- डिजिटल रुपी (होलसेल सेगमेंट) का पहला पायलट परीक्षण करने जा रहा है. इसे फिलहाल होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए लाया गया है. केंद्र सरकार जल्द डिजिटल रुपी को रिटेल सेगमेंट के लिए भी जारी करेगी.
आरबीआई ने सोमवार को कहा था कि पायलट परीक्षण के तहत सरकारी प्रतिभूतियों में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन का निपटान किया जाएगा. सीबीडीसी के पायलट परीक्षण में भाग लेने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना गया है.
आरबीआई ने कहा कि डिजिटल रुपी (होलसेल सेगमेंट) का पहला पायलट परीक्षण स्पेशल यूजर्स ग्रुप के बीच चुनिंदा स्थानों पर किया जा सकता है. यह ई-वाउचर-आधारित डिजिटल पेमेंट सॉल्यून e-RUPI हो सकता है.
सीबीडीसी का मुख्य उद्देश्य डिजिटल पेमेंट को और आसान और सुरक्षित बनाना है. e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर बनाया है.
e-RUPI एक कैश और कॉन्टैक्ट लैस पेमेंट मोड के तौर पर पेश किया गया है. यह क्यू-आर कोड और SMS स्ट्रिंग पर आधारित है जो ई-वाउचर के रूप में काम करता है.
सीबीडीसी की सर्विस के तहत यूजर को पेमेंट करने के लिए न तो कार्ड, डिजिटल पेमेंट ऐप और न ही इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस की जरूरत होगी. इससे ज़्यादा से ज़्यादा लोग डिजिटल रुपये का इस्तेमाल कर सकते हैं.
यह पेपर करेंसी के समान है, जिसकी सॉवरेन वैल्यू होती है. डिजिटल करेंसी की वैल्यू भी मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी और यह उसी तरह स्वीकार्य भी होने वाली है. सीबीडीसी केंद्रीय बैंक की बैलेंस शीट में लाइबिलिटी के तौर पर दिखाई देने वाली है.
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