इस तरह करें निवेश
गोल्ड एक महत्वपूर्ण एसेट है और यह पोर्टफोलियो में होना चाहिए, क्योंकि यह स्थिर रिटर्न व इन्फ्लेशन हेज देता है और इक्विटीज के साथ कमजोर को-रिलेशन रखता है। अगर आप पांच साल या इससे अधिक के लिए निवेश कर रहे हैं, तो सॉवरेन गोल्ड बांड को चुनिए। यहां आपको अपने निवेश पर ब्याज भी मिलेगा और अगर आप आरबीआई विंडों से रिडीम करते हैं, तो आपका कैपिटल गेन टैक्स फ्री होगा। दूसरी तरफ, अगर आप शॉर्ट टर्म के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो आप गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि यहां आपको लिक्विडिटी काफी अधिक मिलेगी।
Gold में इन 3 तरीकों से करेंगे निवेश तो होगा तगड़ा मुनाफा, जानें आपके लिए कौन सा सही रहेगा?
सोने को इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है. अभी सोने में निवेश करने का अच्छा समय है क्योंकि इस समय सोने के दाम पिछले 4 महीनों के मुताबिक सबसे कम हैं. हम आपको सोने में निवेश करने के सबसे बेहतरीन उपाय बताने जा रहे हैं.
- अगले कुछ सालों में बढ़ेंगे सोने के दाम
- सोने में निवेश करने का ये है सही समय
- इन तरीकों से कर सकते हैं सोने की खरीदारी
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नई दिल्ली: निवेश के लिए गोल्ड को हमेशा से बेहतर एसेट (Gold investment) माना जाता रहा है. पिछले कुछ सालों में सोना (Gold) दुनिया भर में निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प के तौर पर उभरा है. भारतीय सोने में हर तरीके से निवेश ( Best way to gold investment) करना चाहते हैं, ऐसे में अगर आप भी सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह समय अच्छा हो सकता है. इस सोने में निवेश कैसे करें? समय सोने की कीमतें (Gold price) चार महीने के निचले स्तर पर हैं और लॉन्ग टर्म के लिए सोने में काफी सकारात्मक रुख है. मार्केट एक्सपर्ट भी सोने में निवेश की सलाह दे रहे हैं.
जानिए क्यों करना चाहिए सोने में निवेश?
बता दें कि सोने में वह सभी गुण हैं, जो एक पारंपरिक निवेशक एसेट क्लास में देखता है. गोल्ड पर मिलने वाला निवेश हमेशा से महंगाई को हराने में कामयाब रहा है. वहीं, दूसरी तरफ अगर फ्यूचर में कभी इमरजेंसी आती है और पैसों की जरूरत पड़ती है तो इस मामले में आप सोने के निवेश पर भरोसा कर सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इसे आप जल्दी से बाजार में बेच सकते हैं.
कमोडिटी विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ साल में सोना 55 हजार से 60 हजार की रेंज में पहुंच सकता है. खरीदारी के लिए 45,000 से 47,000 का स्तर काफी अच्छा है. ऐसे में सोने में निवेश आपको फायदा पहुंचा सकता है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि सोना खरीदने या निवेश करने के लिए 3 बेस्ट ऑप्शन कौन-से हैं-
1.फिजिकल गोल्ड खरीदना (Physical Gold)
ग्राहक किसी भी ज्वेलरी शॉप में जाकर फिजिकल गोल्ड खरीद सकते हैं. सोने की शुद्धता के लिए ग्राहक को सरकार द्वारा तय मानकों का ध्यान रखना चाहिए. फिजिकल गोल्ड खरीदने का एक नुकसान यह है कि इसके चोरी होने का डर लगा रहता हैं. वहीं, अगर आप इसे बैंक लॉकर में रखते हो, तो आपको इसके लिए भुगतान करना होगा. देश में अधिकांश लोग फिजिकल गोल्ड ही खरीदना पसंद करते हैं.
2. गोल्ड ETF में निवेश करना
आप गोल्ड ETF में भी निवेश कर सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) एक ऐसा निवेश है, जिसका इस्तेमाल छोटी और लंबी दोनों अवधियों के वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है. ईटीएफ जो सोने में निवेश सोने में निवेश कैसे करें? करते हैं उनमें जोखिम नहीं होता और न ही स्टोरेज की आवश्यकता होती.
3. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में करें निवेश
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) सरकार द्वारा जारी किया जाता है. इसलिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश कैसे करें? की गारंटी होती है. Sovereign Gold Bond का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह शुरुआती निवेश की राशि पर सालाना 2.50 फीसद की एक निश्चित ब्याज दर के साथ आता है. ये ब्याज निवेशक के बैंक खाते में छमाही आधार पर जमा होता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशक मैच्योरिटी के समय की सोने की बाजार कीमत मिलने और आवधिक ब्याज के बारे में आश्वस्त होते हैं. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमत 999 शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक्ड होती है और ये एक्सचेंजों पर ट्रेडेबल होते हैं.
सोने में निवेश के अन्य विकल्प
डिजिटल गोल्ड (Digital Gold)- यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये सोने में निवेश का एक तरीका है. इसे फिजिकल गोल्ड के तौर पर भुनाया जा सकता है या वेंडर को दोबारा बेचा भी जा सकता है.
गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Fund)- यह सोने में निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है. यहां ग्राहक को अधिक रिटर्न मिलता है.
Dhanteras 2022: इन तीन तरह से करें गोल्ड में निवेश, हो जाएंगे मालामाल
धनतेरस पर लोग तरह-तरह के धातु से बनी हुई चीजों को खरीदना पसंद करते हैं। सोने से बने हुए सामानों को धनतेरस पर खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। अगर बात करें सोने में निवेश की तो कई लोग सोने में निवेश करते हैं। सोने में निवेश करने के कई तरह के ऑप्शन होते हैं।
इससे आपको कई तरह के फायदे तो होते ही हैं और साथ ही आपको भविष्य में आर्थिक परेशानी का सामना करने में भी मदद मिलती है। अगर आप इस धनतेरस पर निवेश करने की सोच रहे हैं तो हम आपको बताएंगे तीन तरीकों के बारे में जिसमें आप निवेश करके लाभ उठा सकते हैं।
1)गोल्ड ईटीएफ में निवेश करें
अगर आप स्टॉक एक्सचेंज की अच्छी समझ रखते हैं तो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने का फायदा आपको बेहतर तरीके से मिल सकता है। आपको बता दें कि डी मैटेरियलिज्ड फॉर्म में सोने में निवेश करने की सुविधा इसमें मिलती है। इसका मतलब यह है कि आप इसे स्टॉक एक्सचेंज में खरीद और बेच सकते हैं।
आपको बता दें कि इसकी कीमत के बारे में आप अपडेट पा सकते हैं। आपको बता दें कि पेपर गोल्ड में निवेश करने का यह सबसे अच्छा तरीका माना जाता है क्योंकि यह कॉस्ट इफेक्टिव होता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए डिमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं।
2)सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में रखें सोना
आपको बता दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड यानी एसजीबी एक सरकारी सिक्योरिटी होती है। इसमें निवेश करने वाले को इश्यू प्राइस का भुगतान कैश में करना होता है और जब बांड मैच्योरिटी होती है तो निवेशक को रिडीम करने में आसानी होती है। अगर आप लगभग 10 सालों के लिए निवेश करना चाहते हैं तो यह सुरक्षित तरीका माना जाता है।
आपको बता दें कि फिजिकल गोल्ड रखने का यह एक बहुत अच्छा ऑप्शन होता है। आपको बता दें कि आरबीआई ने जब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की नई सीरीज शुरू की थी तो इसमें कम से कम 5147 रुपये प्रति एक ग्राम का निवेश किया जा सकता है।
साथ ही अगर आप चाहें तो डिजिटल फॉर्म में भी निवेश कर सकते हैं। आपको बता दें कि इसमें ऑनलाइन खरीदारी पर 50 रुपये की छूट भी मिलती है। इसमें अधिकतम सीमा 4 किलो सोना रखने की रखी गई है।
3)गोल्ड फंड ऑफ फंड्स में निवेश
अगर आप एफओएफ यानी गोल्ड फंड ऑफ फंड्स करते हैं तो आपको बता दें कि इसमें आपको सेफ्टी और सिक्योरिटी के सोने में निवेश कैसे करें? साथ- साथ बेस्ट रिटर्न भी मिलता है। साथ ही इसे सोने में निवेश करने के लिए काफी बेहतर ऑप्शन माना जाता है। आपको अगर ज्यादा समय के लिए निवेश करना है तो इसके अलावा आपको ईटीएफ में निवेश करना चाहिए।
इन सभी तरह से आप इस बार धनतेरस पर सोने में निवेश करके भविष्य में कई तरह के फायदे उठा सकते हैं।
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सोने में कैसे करें निवेश: ज्वेलरी नहीं है अच्छा विकल्प, जानिए सोने में निवेश के 4 बेहतरीन तरीके, कम पैसे में ऐसे करें शुरुआत
निकिता ने अपनी सेविंग्स से 20 ग्राम सोने का हार बनवाया। उसने ये सोचकर सोने में निवेश किया था कि समय के साथ ये महंगा ही होगा। जरूरत पड़ने पर इसे बेच लेगी। लेकिन निकिता इस बात से अंजान है कि सोने के हार में उसे जीएसटी, मेकिंग चार्ज देना पड़ा था। साथ ही जब वो अपना हार बेचने जाएगी तो उसकी शुद्धता पर भी सवाल उठ सकते हैं। ऐसे में शायद ये हार पहले से कम दाम पर बिके।
निकिता जैसी कई महिलाएं सोने में निवेश के लिए ज्वेलरी का विकल्प चुनती हैं। लेकिन ये फायदे का सौदा नहीं है। सोने में निवेश के अन्य कई विकल्प भी हैं जहां आपको कम लागत में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। हम यहां आपको सोना खरीदने के 4 तरीके बताने जा रहे हैं.
1. गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF)
सोने को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को गोल्ड ईटीएफ कहते हैं। यह म्यूचुअल फंड की स्कीम है। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि गोल्ड ईटीएफ का बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड की कीमतें है, आप इसे सोने की वास्तविक कीमत के करीब खरीद सकती हैं। गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग डीमैट खाता होना चाहिए। इसमें सोने की खरीद यूनिट में की जाती है। इसे बेचने पर आपको सोना नहीं बल्कि उस समय के बाजार मूल्य के बराबर राशि मिलती है।
यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कैश मार्केट में खरीदा-बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। लेकिन गोल्ड ETF में कोई अपर लिमिट नहीं है। गोल्ड ETF में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है।
2. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सोने सोने में निवेश कैसे करें? में निवेश के कई विकल्प हो सकते हैं। मसलन- गहने, सोने के सिक्के, गोल्ड बुलियंस वगैरह। लेकिन इन सबमें सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड। इस सरकारी स्कीम में निवेश से रिस्क बेहद कम हो जाता है और आप बेफिक्र होकर रिटर्न हासिल कर सकती हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को रिजर्व बैंक जारी करता है इसलिए इसकी शुद्धता को लेकर कोई झंझट नहीं होता।
गोल्ड सोने में निवेश कैसे करें? बॉन्ड पर आपको सालाना 2.50% ब्याज मिलता है। गोल्ड बॉन्ड के मैच्योर होने पर उस वक्त बाजार में सोने की जो कीमत होती है, उस पर आप बेच सकती हैं। इसकी खासियत ये है कि फिजिकल सोने की तरह इसके स्टोरेज की चिंता नहीं करनी पड़ती है।
3. गोल्ड म्यूचुअल फंड
गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ETF का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजना है जिसके जरिए मुख्य रूप से गोल्ड ETF में ही निवेश किया जाता है। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश की योजना नहीं है। हालांकि उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है, जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उसका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।
आप मासिक SIP के माध्यम से 1,000 रुपए से कम के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकती हैं। इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकती हैं।
4. पेमेंट ऐप से भी खरीद सकते हैं गोल्ड
अब आप अपने स्मार्टफोन से ही डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकती हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार जितनी कीमत का चाहें, सोना खरीद सकती हैं। यहां तक कि 1 रुपए का भी। यह सुविधा अमेजन-पे, गूगल पे, पेटीएम, फोनपे और मोबिक्विक जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
डिजिटल गोल्ड खरीदने के कई फायदे हैं। आप 1 रुपए से भी निवेश की शुरुआत कर सकती हैं। इसके जरिए आप शुद्ध सोने में निवेश करती हैं। ज्वेलरी मेकिंग का खर्च नहीं आता है। इससे भी पैसों की बचत होती है। इसे फिजिकल गोल्ड की तरह सुरक्षित रखने के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है।
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Investment in Gold : सोने को फिजिकल फॉर्मेट (Physical Gold) और इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट (e-Gold) में खरीदा जा सकता है। आप कई एप्स के माध्यम से डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) खरीद सकते हैं। इसके बाद कई गोल्ड म्यूचुअल फंड्स (Gold Mutual Fund) आते हैं। गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की बात सोने में निवेश कैसे करें? करें, तो इसके जरिए आप अपने डीमैट अकाउंट से भी सोना खरीद सकते हैं।
Investment in Gold : सोने में इस तरह करें निवेश
हाइलाइट्स
- सोने को फिजिकल फॉर्मेट और इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में खरीदा जा सकता है
- कई एप्स के माध्यम से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं
- फिजिकल गोल्ड में चोरी हो जाने, क्वालिटी के साथ छेड़छाड़ का रहता है डर
- गोल्ड एक महत्वपूर्ण एसेट है और यह पोर्टफोलियो में होना चाहिए
इस तरह भी खरीद सकते हैं सोना
सोने को फिजिकल फॉर्मेट और इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में खरीदा जा सकता है। आप कई एप्स के माध्यम से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं। इसके बाद कई गोल्ड म्यूचुअल फंड्स आते हैं। गोल्ड ईटीएफ की बात करें, तो इसके जरिए आप अपने डीमैट अकाउंट से भी सोना खरीद सकते हैं। इसके बाद आता है सॉवरेन गोल्ड बांड। सॉवरेन गोल्ड बांड कुछ अवधि के लिए ही उपलब्ध रहता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) हर एक से दो महीने में इश्यू लेकर आता है, जिसमें आप सॉवरेन गोल्ड बांड खरीद सकते हैं। इन इश्यू या buying windows की लिस्ट आपको आरबीआई की वेबसाइट पर मिल जाएगी। यह विंडो पांच दिनों के लिए खुली रहती है।
कहां कितनी रिस्क?
फिजिकल गोल्ड में चोरी हो जाने, क्वालिटी के साथ छेड़छाड़, मेकिंग प्रोसेस सोने में निवेश कैसे करें? के साथ थोड़ा कम हो जाने सहित कई छोटे-बड़े इश्यूज होते हैं। डिजिटल गोल्ड के साथ बड़ा जोखिम नियामकीय स्तर पर कमी है। यहां कोई सेबी नहीं है, कोई आरबीआई नहीं है या कोई भी अन्य रेगूलेटरी बॉडी नहीं है, जो इन कंपनियों के मामलों को देखे। रेगूलेशन की कमी डिजिटल गोल्ड के लिए एक बड़ा माइनस पॉइंट है। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेट फंड्स या गोल्ड ईटीएफ ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स हैं, जो फिजिकल गोल्ड द्वारा समर्थित हैं। ईटीएफ सीधे रूप से सोने या सोने के खनन और रिफाइनिंग कंपनियों में निवेश करता है। गोल्ड ईटीएफ के लिए यह एक बड़ा प्लस पॉइंट है, क्योंकि यह फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट वास्तविक सोने से समर्थित है। वहीं, एक गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे रूप से ईटीएफ का विस्तार है.. क्योंकि अधिकांश गोल्ड म्यूचुअल फंड्स कई सारे गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं। गोल्ड इटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स के बारे में एक अच्छा पॉइंट यह है कि ये दोनों प्रोडक्ट्स सेबी की निगरानी के साथ आते हैं। इसके अलावा सॉवरेन गोल्ड बांड के साथ रिस्क बहुत ही कम है। यहां जोखिम तब है, जब भारत सरकार सॉवरेन गारंटी में डिफॉल्ट हो जाए।
कितना लगता है टैक्स?
जब आपका इन्वेस्टमेंट मैच्योर होता है या जब आप बिक्री करते हैं, उस समय आपको टैक्स देना होता है। फिजिकल गोल्ड, डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स की बिक्री से मिले कैपिटल गेन पर टैक्स लगता है। यह टैक्स आपके होल्डिंग पीरियड पर निर्भर करता है। अगर सोने को तीन साल के अंदर मुनाफे के साथ बेचा जाता है, तो इस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। इसका मतलब है कि मुनाफा आपकी आय में जुड़ जाएगा और इस पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगेगा। अगर सोना तीन साल के बाद मुनाफे पर बेचा जाता है, तो इस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। इस मामले में आपका लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स इंडेक्सेशन बेनिफिट्स के साथ 20 फीसदी होगा। सॉवरेन गोल्ड बांड से प्राप्त हुआ सारा ब्याज आपकी आय में जुड़ता है, और इस पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगता है। वहीं, अगर सॉवरेन गोल्ड बांड आठ साल बाद रिडीम किया जाता है, तो सारा कैपिटल गेन पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
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इस तरह करें निवेश
गोल्ड एक महत्वपूर्ण एसेट है और यह पोर्टफोलियो में होना चाहिए, क्योंकि यह स्थिर रिटर्न व इन्फ्लेशन हेज देता है और इक्विटीज के साथ कमजोर को-रिलेशन रखता है। अगर आप पांच साल या इससे अधिक के लिए निवेश कर रहे हैं, तो सॉवरेन गोल्ड बांड को चुनिए। यहां आपको अपने निवेश पर ब्याज भी मिलेगा और अगर आप आरबीआई विंडों से रिडीम करते हैं, तो आपका कैपिटल गेन टैक्स फ्री होगा। दूसरी तरफ, अगर आप शॉर्ट टर्म के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो आप गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि यहां आपको लिक्विडिटी काफी अधिक मिलेगी।
पर्सनल फाइनेंस: गोल्ड में निवेश करने का बना रहे हैं प्लान तो इन तरीकों से कम पैसों के साथ कर सकते हैं शुरुआत
पिछले 1 साल में सोने ने शानदार रिटर्न दिया है। इसी का नतीजा है कि सोना निवेश के नजरिए से पसंदीदा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन रहा है। डिजिटली सोने में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा हैं कि इसमें आपको शुद्ध सोना तो मिलता ही है साथ ही इसमें आप कम रुपयों से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। आज हम आपको 4 माध्यमों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF)
सोने को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को गोल्ड ईटीएफ कहते हैं। यह म्यूचुअल फंड की स्कीम है। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि गोल्ड ईटीएफ का बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड की कीमतें है, आप इसे सोने की वास्तविक कीमत के करीब खरीद सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग डीमैट खाता होना चाहिए। इसमें सोने की खरीद यूनिट में की जाती है। इसे बेचने पर आपको सोना नहीं बल्कि उस समय के बाजार मूल्य के बराबर राशि मिलती है।
यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कैश मार्केट में खरीदा-बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। लेकिन गोल्ड ETF में कोई अपर लिमिट नहीं है। गोल्ड ETF में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। इसमें 3 साल का होल्डिंग पीरियड पूरा करने के बाद बेचने पर इंडेक्सेशन बेनीफिट के साथ 20 फीसदी LTCG टैक्स लगता है। वहीं 3 साल से पहले बेचने पर एप्लीकेबल स्लैब रेट से टैक्स लगता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
ये बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा भारत सरकार की ओर से जारी किए जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड किए जाते हैं। आप एक ग्राम भी सोना खरीद सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बांड एक सरकारी बांड होता है। इसे डीमैट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है। इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है। यदि बांड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बांड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बांड को भुनाते वक्त पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है। यह बांड भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड
गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ETF का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करती हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।
आप मासिक SIP के माध्यम से 1,000 रुपए से कम के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
पेमेंट ऐप से भी खरीद सकते हैं गोल्ड
अब आप अपने स्मार्टफोन से ही डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार जितनी कीमत का चाहें सोना खरीद सकते हैं, यहां तक कि 1 रुपए का भी। यह सुविधा अमेजन-पे, गूगल पे, पेटीएम, फोनपे और मोबिक्विक जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
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