शेयर बाजार में इक्विटी की खरीद-बिक्री को लेकर किसी खास तरह की सोच में न रहे. कई ट्रेडर्स स्टॉक खरीदने या बेचने का फैसला ज्यादातर उनके जानकारों के प्रभाव में आकर करते हैं. अगर उनके आस-पास के सभी लोग किसी खास स्टॉक में निवेश कर रहे हैं, तो एक वह ट्रेडर भी उसी स्टॉक में निवेश करता है. इस तरह की स्ट्रैटजी से बचना चाहिए. लॉन्ग टर्म में यह स्ट्रैटजी सही नहीं है. दुनिया के दिग्गज निवेशक वारेन बफेट ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें ने जब दूसरे लालची हो जाएं तो डरने की जरूरत है, वहीं जब जब दूसरे डर रहे हो, तो आप लालची बन जाएं.
भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
म्यूचुअल फंड उद्योग एक प्रकार का निवेश वाहन है जो कई निवेशकों से स्टॉक, बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट आदि जैसी प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए धन एकत्र करता है। पेशेवर मनी मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करते हैं, संपत्ति आवंटित करते हैं और निवेशकों के लिए पूंजीगत लाभ का उत्पादन करने का प्रयास करते हैं। म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो संरचित और उनके प्रॉस्पेक्टस में उल्लिखित निवेश उद्देश्यों से मेल खाने के लिए प्रबंधित होते हैं। व्यक्ति और छोटे व्यवसाय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जो उन्हें स्टॉक, बॉन्ड आदि के पेशेवर रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें तक पहुंच प्रदान करते हैं। शेयरधारक फंड के लाभ या हानि को आनुपातिक रूप से साझा करते हैं। आम तौर पर, म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन फंड के कुल मार्केट कैप में बदलाव पर आधारित होता है, जो फंड के अंतर्निहित निवेश के प्रदर्शन को जोड़कर प्राप्त किया जाता है।
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शेयरों में निवेश करते वक्त इन 10 बातों का रखें ध्यान
1. जटिलता से बचें
वैलेन्टाइन का कहना है, "हम यहां कोई रॉकेट साइंस पर काम नहीं कर रहे हैं. जटिलता हमारा साथी नहीं है. चींजे जितनी जटिल होंगी, उतना ही गलती होने का आसार या संभावनाएं बनी रहेंगी."
2. सही आंकलन
वैलेन्टाइन के लिए अनुसार, सही आंकलन निकालना जरूरी है. किसी शेयर में पहले किस तरह की खबरों से उतार-चढ़ाव आया और किन कारणों से वह आगे बढ़ रहा है. इन सवालों के जबाव के लिए स्किल जरूरी है. बाजार सेंटिमेंट में बह जाना काफी सरल है.
3. मुख्य बातों पर रखें फोकस
वैलेन्टाइन के अनुसार, इससे दो प्रमुख सवालों के जवाब मिलते हैं. पहला कि किस कारण से शेयर की दिशा में बदलाव आ सकता है और दूसरा कि कहां इस तरह के कारणों की जानकारी मिल सकती है.
व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस सबसे बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस है और यह आपकी हेल्थ केयर प्लानिंग का हिस्सा होना चाहिए. इस प्लान में, इंश्योरेंस प्रीमियम और सम इंश्योर्ड, दोनों ही एक व्यक्ति के लिए होते हैं और उन्हें शेयर नहीं किया जा सकता है.
अलग-अलग व्यक्ति की मेडिकल ज़रूरतें अलग-अलग होती हैं. इसलिए अपने परिवार के हर सदस्य के लिए अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने के बारे में सोचा जा सकता है. इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के साथ हॉस्पिटलाइज़ेशन, डॉक्टर की कंसल्टेशन, एम्बुलेंस सर्विसेज़, उपचार शुल्क या हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों के लिए कवरेज प्राप्त करें.
बजाज फाइनेंस, कम्प्रीहेंसिव इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान प्रदान करता है, जो मेडिकल एमरजेंसी में आपकी और अपने परिवार की सुरक्षा करने में आपकी मदद करता है.
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस की मुख्य विशेषताएं और लाभइंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की कुछ प्रमुख विशेषताएं और लाभ यहां दिए गए हैं:
अस्पताल में भर्ती करने के खर्चे
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स, हॉस्पिटलाइज़ेशन के दौरान हुए मेडिकल खर्चों के लिए कवरेज प्रदान करते हैं.
हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद
हॉस्पिटल में भर्ती होने के 60 दिन पहले और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज के 90 दिन बाद तक होने वाले मेडिकल खर्चे इसमें कवर किए जाते हैं.
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
पहले से मौजूद बीमारी
बीमारियों, जैसे परिवार में किडनी, हृदय, कैंसर और अन्य बीमारी संबंधी इतिहास, डायबिटीज़ की संभावना, रोज़गार संबंधी जोखिम के कारक और अन्य बातें, पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के प्रकार को निर्धारित करने में भूमिका निभाते हैं.
प्रीमियम
एक ऐसा हेल्थ प्लान चुनें, जो आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करने वाला कम्प्रीहेंसिव कवरेज प्रदान करे और भुगतान किए गए प्रीमियम के अनुसार हो.
कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन
यह लाभ परिवार के सदस्यों को मेडिकल एमरज़ेंसी में जल्दबाज़ी में पैसे की व्यवस्था करने की बजाय इलाज पर ध्यान केंद्रित करने की सुविधा देता है. आप अपने इंश्योरेंस आइडेंटिटी कार्ड का उपयोग करके इंश्योरर के नेटवर्क हॉस्पिटल में इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
कॅम्प्रीहेंसिव कवरेज
हॉस्पिटलाइज़ेशन और हॉस्पिटल में भर्ती होने से ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें पहले और बाद के खर्चों को कम्प्रीहेंसिव पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस में कवर किया जाता है. इसमें मेडिकल टेस्ट, एम्बुलेंस की फीस, दवाएं, डॉक्टर की फीस और अन्य खर्च शामिल हैं.
घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
घर को खास बनाने में फर्नीचर सबसे अहम भूमिका निभाता है, इसलिए हमेशा सोच-समझकर और अपनी जरूरतों को ध्यान में रखकर ही फर्नीचर खरीदना चाहिए। खासकर, अगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले हैं तो आपको फर्नीचर कैसा और किस साइज का होना चाहिए समेत ऐसी कई बातें हैं, जिन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। आइए आज फर्नीचर उद्योग के विशेषज्ञों से जानते हैं कि फर्नीचर खरीदते किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
रिसर्च जरूर करें
एक प्रीमियम फर्नीचर ब्रांड के CEO और सह-संस्थापक लोकेंद्र सिंह राणावत का कहना है कि किसी भी बड़ी चीज में पैसा लगाने से पहले रिसर्च करनी जरूरी है। उन्होंने कहा, "अगर आप फर्नीचर खरीदने वाले हैं तो सबसे पहले इसके आकार, सामग्री और डिजाइन आदि ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें की अपने बजट के आधार पर अच्छी तरह से रिसर्च करें।" इसके अतिरिक्त, विभिन्न स्रोतों से एक ही फर्नीचर की कीमतों की तुलना करें और अच्छी डील पर ही निवेश करें।
अममून वेबसाइट पर दिखाई जाने वाली तस्वीरों में यह पता लगाना मुश्किल है कि फर्नीचर में कोई खराबी तो नहीं। दरअसल, इन दिनों कुछ ऑनलाइन फर्नीचर में कुछ न कुछ खराबी सामने आ रही है। ऐसे में जरूरी है कि आप जो फर्नीचर खरीदने का मन बना रहे हैं उससे जुड़े रिव्यू पर जरूर ध्यान दें क्योंकि इस तरह आप ब्लैक मार्केटिंग से खुद को काफी हद तक बचा सकते हैं।
अपनी जरूरतें समझें
अगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले है तो उसे खरीदने से पहले अपनी सभी जरूरतों को अच्छे से समझ लें। जैसे आपको किस तरह का फर्नीचर खरीदना है, या फर्नीचर किस डिजाइन का होना चाहिए, और फर्नीचर का साइज और शेप कैसी होनी चाहिए? आदि बातों को ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन फर्नीचर खरीदें। दरअसल, आजकल ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर फर्नीचर में कई तरह के विकल्प मौजूद हैं, इसलिए बेहतर होगा आप अपनी जरूरतों का ध्यान रखकर ही फर्नीचर खरीदें।
विशेषज्ञों की मानें तो हमेशा फर्नीचर खरीदते समय सिर्फ इसकी सुंदरता पर ध्यान न दें बल्कि इसकी गुणवत्ता को भी महत्व दें। ऑनलाइन ग्राहक के तौर पर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर अगले कुछ दिनों में ही फर्नीचर के साथ कोई समस्या आ जाए तो उसे ठीक करवाने के लिए आप क्या सकते हैं या फिर उसकी एक्सचेंज पॉलिसी क्या है आदि। वहीं, शिफ्टिंग चार्ज, डिलीवरी टाइम इन चीजों को भी जरूर देखें।
बाजार में कभी भी जल्दबाजी न करें
स्टॉक मार्केट में कभी भी जल्दबाजी न करें. शेयर के दाम ऑनलाइन शेयर खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें बढ़ने से पहले खरीदना और गिरने से पहले तुरंत बेचने का फैसला नुकसान करा सकता है. ज्यादातर निवेशक यह मानते हैं कि ट्राइंग टू टाइम इन मार्केट सही स्ट्रैटजी नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी स्टॉक में सटीक टॉप और बॉटम का अंदाजा लगाना मुमकिन नहीं है. अगर बाजार से पैसा कमाना है, तो इस तरह की स्ट्रैटजी से बचें.
बाजार में अनुशासन बहुत जरूरी है. बाजार के इतिहास देखें तो बुल मार्केट में भी अधिकांश निवेशकों में डर होता है. शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के चलते निवेशक अपनी कमाई डुबो देते हैं, वो भी तब जब मार्केट में बुलिश ट्रेंड रहा. यानी, तेजी का दौर रहा. इसलिए निवेशकों को निवेश को लेकर अनुशासन भरा रवैया रखना चाहिए. अगर लॉन्ग टर्म में कमाई करना चाहते हैं, तो निवेश का सिस्टमेटिक अप्रोच होना जरूरी है.
बाजार में अपना सरप्लस फंड ही लगाएं
अकसर यह सुनने में आता है कि शेयरों में निवेश के चलते कोई व्यक्ति भारी कर्ज में फंस गया. अगर आप शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत कर रहे हैं तो हमेशा सरप्लस फंड ही निवेश करें. सरप्लस फंड से मतलब कि जो आपके पास आपके खर्चों और अन्य जरूरतों को पूरा करने के बाद बचता है. अगर आपको मुनाफ होने लगता है, तो आप उस पैसे को दोबारा निवेश करेंगे. कभी भी लोन या कर्ज लेकर निवेश न करें.
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भावनाओं पर काबू रखें
बाजार में हमेशा भावनाओं में बहकर फैसला नहीं करना चाहिए. अगर आपका शेयर खरीदने-बेचने को लेकर इमोशंस पर कंट्रोल नहीं है तो आप भारी नुकसान करा सकते हैं. जब बाजार में तेजी रहती है तो ट्रेडर्स ज्यादा आकर्षित होते हैं और उस चक्कर में गलत शेयरों में पैसा लगा बैठते हैं. डर और लालच, ये दो ऐसे फैक्टर हैं, जिन पर शेयर में ट्रेडिंग के दौरान कंट्रोल होना चाहिए.
शेयर बाजार में निवेश को लेकर एक वास्तविक गोल रखें. निवेशकों को हमेशा लगता है कि उन्होंने जो निवेश किया है वह बेस्ट रिटर्न देगा. लेकिन अगर आपका फाइनेंशियल गोल रियलस्टिक नहीं है तो आप परेशानी में फंस सकते हैं. बाजार में कभी भी समान रिटर्न की उम्मीद न करें.
(नोट: स्टॉक मार्केट के ये टिप्स ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के ब्लॉग से लिया गया है.)
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