जब कोई शेयर अपने पुराने support को तोड़के निचे जाता हैं तब हम उसे ब्रेकडाउन कहते हैं।
अब 'मुंबई स्लम' रीडर्स चॉइस, टॉ-5 में बनी अद्भुत जगह
भोपाल। फिक्शन और नॉन फिक्शन नॉवेल में पिछले चार हफ्तों से टॉप-5 में कोई नई किताब शामिल नहीं हुई थी, लेकिन इस हफ्ते दोनों ही केटेगरी में बदलाव आया है। रीडर्स ने इस हफ्ते फिक्शन में 'द कृष्णा कीÓ को अपनी पसंद में शामिल किया है जो चार साइंटिस्ट्स की कहानी है।
वहीं, पिछले कई महीनों से 20वें पायदान से भी नीचे रही 'चाणक्य चंैटÓ अचानक टॉप-5 में शामिल हुई है। इस नॉवेल में गंगासागर मिश्रा नाम के शिक्षक चाणक्य के पुर्नजन्म की कहानी और उनकी योजनाओं को लेकर कहानी गढ़ते हैं। क्राइम और थ्रिलर से भरपूर 'द रैकिटियरÓ पिछले चार हफ्तों से अब तक टॉप-५ में शुमार है।
पहले मुंबई क्राइम अब मुंबई स्लम : पिछले पांच हफ्तों से 'डोंगरी टू दुबईÓ में सिटी रीडर्स मुंबई अंडरवल्र्ड की कहानी पढऩे में रुचि दिखा रहे थे, यह इंटरेस्ट अब भी बरकरार है। यह बुक अब पहले पायदान से खिसककर दूसरे नंबर पर पहुंच गई है, लेकिन टॉप-5 में मुंबई पर आधारित एक और नॉवेल शामिल हो गया है। पुलित्जर प्राइज विजेता पत्रकार कैथरीन बू का नॉवेल 'बिहाइंड द ब्यूटीफुल फॉरएवर्स (लाइफ, डेथ एंड होप इन ए मुंबई अंडरसिटी)Ó काफी चर्चा में हैं। भोपाल स्थित क्रॉसवर्ड बुक स्टोर की रैंकिंग के मुताबिक रीडर्स चॉइस में काफी हफ्तों बाद बदलाव आया है। अधिकांश रीडर्स टॉप लिस्ट में शामिल किताबें पढऩा पसंद करते हैं। क्रॉसवर्ड के स्टोर मैनेजर अर्पित शर्मा कहते हैं, मार्केट रिपोर्ट के मुताबिक सिटी रीडर्स किताबों का चुनाव रेंकिंग के आधार पर करते हैं।
Breakout और Breakdown Trading
शेयर मार्किट में किसी भी शेयर में Breakout और Breakdown आपको हर चार्ट में मिलेंगे चाहे Candlestick Chart हो, Renko Chart हो, Bar Chart हो, या Line Chart ।
लेकिन कई बार ऊपर दिए गए चार्ट्स में दिक़्क़त यह आती हैं की, हमें fake Breakout और Breakdown दिखाई देते हैं।
लेकिन इन चार्ट की तुलना में Point & Figure Chart में हमें fake Breakout और Breakdown कम दिखाई देते हैं।
क्योकि इस चार्ट में सिर्फ प्राइस को महत्व दिया जाता हैं और समय को नहीं, इस वजह से चार्ट पर छोटे-छोटे moves नहीं दिखाई देते और चार्ट पर नॉइज़ कम हो जाती हैं।
जब कोई शेयर अपने पुराने resistance को तोड़के ऊपर जाता हैं तब हम उसे ब्रेकआउट कहते हैं।
RSI indicator की सेटिंग।
यहाँ पे आम तौर पर जो ट्रेडर्स rsi का उपयोग करते है उसकी तुलना में हम थोड़ा अलग तरीके से इसका उपयोग करेंगे।
जहापर ट्रेडर्स मानते हैं की जब RSI 80 तक आजाये तो उसे overbought मानते हैं और RSI 20 के नजदीक आये तो उसे oversold मानते हैं।
RSI indicator की सेटिंग।
आप ऊपर दिए गए सेटिंग में देख सकते हैं की होने Upper Limit (80) और Lower Limit (20) की जगह 50-50 कर दी हैं।
Point & Figure Trading Strategy. Breakout और Breakdown – RSI के साथ।
यहाँ पे आप सिखेंगे की break out और break down RSI indicator की मदत से कैसे ट्रेडिंग करते हैं।
Point & Figure chart Breakout with RSI confirmation
ऊपर दिए गए इमेज में आप देख सकते है की चार्ट पर ब्रेकआउट हुआ हैं।
यह confirmation करने के लिए हमने rsi की मदत ली।
और RSI की फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? लाइन ने चार्ट पर breakout से पहले ही सिग्नल दे दिया।
जब ब्रेकआउट हो और rsi फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? लाइन नार्मल लाइन के ऊपर जाने का संकेत दे रही हो, तो ही हमें शेयर को खरीदना हैं।
ब्रेकआउट मूड में बाजार, निफ्टी50 में आ सकता है उछाल, रिटर्न के लिए अपनाएं ये स्ट्रैटजी
Stock Market: Nifty50 Equal weighted index 10 महीने के कंसोलिडेशन से ट्रेडिंग रेंज में फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? बदलाव का संकेत दे रही है और आने वाले दिनों में मिनिमम 14 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है.
आने वाले दिनों में FII खरीदारी दिख सकती है. (Pixabay)
Stock Market: ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल के बावजूद बीते एक महीने में भारतीय शेयर बाजारों (Stock Market) में अच्छी रिकवरी आई है. पिछले महीने जून के निचले स्तर से निफ्टी 50 में 14 फीसदी की रिकवरी आई है. उतार-चढ़ाव के बावजूद जुलाई बाजार के लिए एक रिकवरी वाला महीना रहा. मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, मार्केट ब्रेकआउट मूड में है. निफ्टी50 17250 के फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? रेजिस्टेंस लेवल से आगे निकलने पर बाजार का डायनेमिक्स अचानक बदल गया है. ब्रेकआउट का बड़ा महत्व है क्योंकि यह ब्रॉडर मार्केट इंडेक्स खासकर Nifty50 Equal Weighted Index द्वारा समर्थित है. आने वाले दिनों में निफ्टी50 में 14 फीसदी का सेफ रिटर्न मिल सकता है.
14 फीसदी आ सकता है उछाल
नक्षत्र अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड के फंड मैनेजर और इंडेक्स जीनियस इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के डायरेक्टर अमित हरचेकर का कहना है कि इस बार Nifty50 Equal Weighted Index फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? ने ब्रॉडिंग डेसेंडिंग वेज से ब्रेकआउट किया है, जिससे नियर टर्म में 14 फीसदी का उछाल आ सकता है. Nifty50 Equal Weighted Index एफआईआई के लिए निवेश के केंद्र के रूप में काम कर सकता है क्योंकि वे भारत में सर्वश्रेष्ठ 50 कंपनियां बनाते हैं और इसलिए आने वाले दिनों में FII खरीदारी दिख सकती है.
उन्होंने कहा, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के पोर्टफोलियो को निफ्टी50 पर शिफ्ट करने की सलाह होगी और आने वाले दिनों में 14 फीसदी का सेफ रिटर्न पा सकेंगे. Nifty50 Equal weighted index 10 महीने के कंसोलिडेशन से ट्रेडिंग रेंज में बदलाव का संकेत देती है और आने वाले दिनों में मिनिमम 14 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद कर सकते हैं.
क्यों टेक्निकल एनालिसिस कभी काम करता है और कभी नहीं करता ?
टेक्निकल एनालिसिस में कीमतों का अभ्यास किया जाता है , जो की बाज़ार में लोंगो के मनोदशा और भावनावो का प्रतिनिधित्व स्वरुप है | इसी वजह से टेक्निकल एनालिसिस ज्यादातर बार काम करता है , क्योकि सामान्य रूप से लोग समान परिस्थितियों में एक जैसे निर्णय या फिर गलतिया करते है | जो चार्ट पर समान प्राइस पैटर्न्स या फिर टेक्निकल पैटर्न बनाते रहते है और यह प्रक्रिया बार बार होती रहती है | कीमतों की दिशा या ट्रेंड्स चार्ट पर मूविंग अवेरेजेस और इंडीकेटर्स की मदत से खोजी जा सकती है | और उनकी हद या फिर सीमा चार्ट पर सपोर्ट और फाल्स ब्रेकआउट किसे कहते हैं? रेजिस्टेंस खीचकर निर्देशित किये जा सकते है | ये एक सीधी और साधा तरीका है मगर इसमें अनुभव जरुरी होता है | जब कीमते रेजिस्टेंस को लांघकर ट्रेड करने लगाती है तो उसे “बुलिश ब्रेकआउट” कहा जाता है , उसी तरह जब कीमते सपोर्ट क निचे टूट जाती है तो उसे “बिअरिश ब्रेकडाउन” कहा जाता है | ब्रेकआउट की घटना एक ट्रेडर के लिए बहुत महत्व पूर्ण होती है और वो ट्रेडर्स के लिए एक शक्तिशाली हत्यार की तरह काम करता है | ब्रेकआउट कीमतों और इंडीकेटर्स में भी देखा जा सकता है और उपयोगी होता है | ब्रेकआउट लगभग ८०-९०% समय काम करता है और सही दिशा में ट्रेड करने वालो को मोटा मुनाफा कमाकर देता है | ज्यादातर ब्रेकआउट और ब्रेकडाउन मुख्य दिशा परिवर्तन के समय होता है और ट्रेडर्स को एक मुनाफे वाली रैली मिल जाती है |
कभी कभी टेक्निकल एनालिसिस क्यों काम नहीं करता ?
टेक्निकल एनालिसिस कभी कभी किसी ट्रेडर के लिए कम नहीं करता और उसका मुख्य कारण होता है , अनुभव की कमी | जो लोग या ट्रेडर्स मार्केट में नए है वो ज्यादातर पकीमतों को या फिर इंडीकेटर्स को अच्छे से नहीं समज पाते और गलती कर बैठते है | इसी कहते है की लिए एक यशस्वी ट्रेडर्स के पीछे उसके अनुभव का हाथ होता है | ज्यादातर व्यावसायिक और नए ट्रेडर्स एक ही तकनीक अपनाते है मगर व्यवसायिक ट्रेडर मुनाफा कमाता है और उसी तकनीक से नए ट्रेडर्स को नुकसान होता है | यह कही बार देखा गया है | दूसरा यह की बहुत बार ट्रेडर्स चार्ट्स, प्राइस पैटर्न और इंडीकेटर्स के ऊपर इतना निर्भर हो जाते है की वो मार्केट की परिस्थितियों को जानना और समज़ना भूल जाते , और अपने इस छोटे कोष से बाहर न आने की वजह से गलत साबित होते रहते है | यही व्यवसायिक ट्रेडर्स मार्केट और उतार-चढाव के हिसाब से अपनी तकनीक और इंडीकेटर्स को ट्यून करते रहते है | जैसे की ज्यादा चढ़ उतार वाले मार्केट में चार्ट पर फाल्स ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन होने पर ट्रेडर्स को मुख्य ट्रेंड के साथ रहना चाहिए | दूसरा उदहारण में बुल मार्केट में कीमते ओवर बाउट स्थिति में हप्ते या फिर महीनो तक ट्रेंड करती है और बीच बिच में गलत सेल सिग्नल निर्माण होते है | कभी कभी कुछ तकनीक कुछ वक्त तक ही काम करते जाते है क्योकि मुख्य मार्केट मेकर्स वही टेक्निक्स उपयोग में लाते है और उनपर ही उस वक्त भरोसा बैठ होता है , इसे “सेल्फ फुल फिलिंग प्रोफेसी” भी कहा जाता है | कुछ ट्रेडर्स बहुत सामान्य तकनीक उपयोग करते है और फिर भी मुनाफा कमाते है और कुछ जटिल और महंगी ट्रेडिंग सिस्टम का उपयोग करके भी सदा नुकसान में ही बैठे होते है | ये इस लिए होता है क्योकि व्यावसायिक ट्रेडर्स जो गैर प्रचलित ट्रेडिंग की रणनीति बनाते है वो अनुभव पर आधारित होती है और उसकी मार्केट पर पूरी पकड़ होती है | ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश मुनाफा कमाना है न की वैज्ञानिक तरीकेसे सही रहना |
स्थिर विद्युत बल किसे कहते हैं , स्थिर वैद्युतिकी बल क्या है परिभाषा , सूत्र static electric force
static electric force definition in hindi स्थिर विद्युत बल किसे कहते हैं , स्थिर वैद्युतिकी बल क्या है परिभाषा , सूत्र स्थिर विद्युत बल के लिए कूलॉम का नियम लिखें।
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