Fundamental Analysis

Adani Power Share Price Target 2022, 2023, 2024, 2025, 2030

Adani Power Share Price Target

Adani power company overview Do you know the leader of thermal power generation and multi-bagger return provider company? Yeah, You are right, it’s Adani power, The giant in Thermal Power Generation. Namaskar to all Investors and traders, Welcome to Maya Shares. In today’s article, we are going to talk about Adani’s power Share Price Target … Read more

Revenue Kya Hota Hai

Revenue Kya Hota Hai

Revenue Kya Hota Hai | Revenue in Hindi | रेवेन्यू किसे कहते हैं | What Is Revenue In Hindi Revenue Kya Hota Hai -कंपनियां बिजनेस करती हैं और अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज को बेचती हैं। जो प्रोडक्ट या सर्विसेज किसी विशेष वित्तीय वर्ष में बेची जाती है उसका कुछ मोनेटरी वैल्यू होता है।किसी भी … Read more

Income Statement Kya Hota Hai

Income Statement Kya Hota Hai

Income Statement Kya Hota Hai | what is income statement in Hindi | आय विवरण क्या है | Income Statement In Hindi आपका इनकम क्या है? आपके खर्च क्या है? आप अपने कुल इनकम में से अपने खर्च को घटा दें| जो रासी बचेगी वही आपका लाभ अथवा बचत है| यही एकाउंटिंग का सबसे … Read more

Price To Sales Ratio Kya Hai

A YELLOW COLOUR POSTER SHOWING STOCKS ON SALE BY PRICE TO SALES RATIO IN HINDI

Price To Sales Ratio Kya Hai | what Is Price To Sales Ratio In Hindi | P/S Ratio In Hindi | Price to sales ratio Interpretation कोई भी कंपनी जो भी बिजनेस करती है उसका एकमात्र उद्देश्य होता है प्रॉफिट। यदि कंपनी प्रॉफिट कमा रही है तो ऐसे कंपनी का रेशियो विश्लेषण करने के लिए … Read more

What Is PB Ratio In Hindi

WHAT IS PB RATIO IN HINDI

What Is PB Ratio In Hindi | PB Ratio Kya Hai | PB Ratio In Hindi Introduction (परिचय)- कोई शेयर सस्ता है या महंगा, यह कैसे ज्ञात किया जा सकता है?अदानी पावर मैं निवेश करना फायदेमंद है या टाटा पावर में? कोई कंपनी बंद हो जाती है तो हमें क्या मिलेगा, यह कैसे पता चलता … Read more

What Is PE Ratio In Hindi

What Is PE Ratio In HindiPE Ratio Kya Hai

What Is PE Ratio In Hindi/PE Ratio Kya Hai What Is PE Ratio In Hindi/PE Ratio Kya Hai, जानने से फंडामेंटल विश्लेषण क्या है पहले यह जान लेते हैं की वैल्यू क्या है। क्योंकि यह आपको PE Ratio को समझने में मदद करेगा। pe ratio kya hoti hai,share market me pe ratio kya hai,pe ratio क्या है,p/e ratio … Read more

How To Start Invest In Stock Market

How To Start Invest In Stock Market

How To Start Invest In Stock Market Stock is nothing but a type of security that indicates ownership in a corporation and represents a claim on a part of that corporation’s assets and earnings. But How To Start Invest In Stock Market? Wait a little bit and know a few things before starting investing in … Read more

Vivo Collaboration IPO Details in Hindi

VIVO IPO Details In Hindi

Vivo Collaboration IPO Details in Hindi (VIVO IPO DETAILS IN HINDI) VIVO एक क्लाउड बेस्ड टेलिफोनी कंपनी है। यह end to end voice सॉल्यूशन सर्विस प्रोवाइडर के रूप में काम करती है। Vivo Collaboration Solution Limited एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है जो कंपनी एक्ट 1956 के अनुसार बनी है| यह कंपनी 2012 में स्थापित … Read more

Large cap mid cap and small cap stocks in Hindi

Large Cap Mid Cap and Small Cap Stocks In Hindi

Large Cap Mid Cap And Small Cap Stocks In Hindi मार्केट कैप एक बहुत ही अच्छा पैमाना है किसी भी कंपनी के मूल्यांकन के लिए| किसी भी कंपनी वैल्यू का पता हम मार्केट केपीटलाइजेशन के आधार पर लगा सकते है| जब भी कंपनी शेयर बाजार में आती है तो अपने कुछ शेयर जारी … Read more

Share Market In Hindi Knowledge

share market kya hota hai in hindi

Share Market In Hindi Knowledge स्टॉक मार्केट क्या होता है?(Share Market Kya Hota In Hindi) शेयर का मतलब होता है हिस्सा, बाजार उस जगह को कहते हैं जहां आप खरीद बिक्री कर सकें|अतः शेयर बाजार वैसा जगह हुआ जहां आप हिस्सेदारी की खरीद बिक्री करते हो| जी हां हम शेयर बाजार में … Read more

Bank के Stock कैसे Analysis करे? किस Bank के Share लेने चाहिए 2022 मे?

वो बहुत बड़ा confusion है तो आज हम बताएगे की कैसे आप बैंक या finance company के कोन से fundamental check करे?

यानि, Bank के Share कैसे Analysis करे वो जानेगे?

जेसा की हम ने आगे बताया था की कैसे आप Share analysis कर सकते है और अलग अलग Ratio बताए थे की कैसे आप Manufacturer/Business के share analysis कर सकते है।

कंपनी का Asset turnover, cash cycle, EPS, PE और भी बहुत कुछ बताया था।

लेकिन सारी कंपनी के लिए इस तरीके से analysis फंडामेंटल विश्लेषण क्या है नही कर सकते हर एक industries के लिए अलग अलग factor होते है analysis करने के लिए।

आज हम Bank, asset management, financial management कंपनी के stock analysis कैसे करे? वो जानेगे।

हमने पहले ही बताया थी की किसी भी कंपनी की सारी detail के लिए और सारे फंडामेंटल विश्लेषण क्या है ratio हम finology का ticker tool use करते है। तो आप finology की website से सारा data देख सकते है।

Bank/financial कंपनी और दूसरी कंपनी के Share मे क्या फर्क होता है?

बैंक क्या करती है की वो अपने बैंक मे जो deposit आती है उसको use करके लोन देती या और दूसरे कुछ मे use करती है और जो depositor होते है उसको कम interest देती है और ज्यादा interest मे लोन देती है। तो एसे वो अपने प्रॉफ़िट कमाते है इसलिए बाकी industries से ये अलग होता है।

जेसे Current वालों को 0%, saving वालों को 3-5% और FD वालों को 7-8% interest देती है और लोन 11-12% interest मे देती है। तो एसे पूरा cycle चलता है।

CASA Ratio क्या होता है? (What Is CASA Ratio IN Hindi)

CASA यानि किसी बैंक के पास कितने Current account और saving account है

CASA ratio यानि बैंक के पास जो भी सारी deposit आती है उस मैसे current account और फंडामेंटल विश्लेषण क्या है saving account से कितने deposit मिले है वो ratio CASA ratio है।

CASA Ratio कैसे calculate करते है? (How to calculate CASA Ratio?)

CASA यानि Current account और Saving account की सारी Deposit/ Total Deposit

Total deposit मे सारी deposit आ गयी जेसे FD,RD, saving और current account सारी जो बैंक के पास deposit है वो।

CASA ratio जितना ज्यादा होगा उतनी बैंक एक अच्छी होती है यानि की उसके पास current और saving account ज्यादा है और वो उस पैसे को कम interest देके ज्यादा मे लोन दे के profit कमा रही है।

FD मे 7-8 % और current मे 0% और सविंग मे ज्यादा से ज्यादा 3-5% interest देना होता है तो जीतने ज्यादा current और saving account से पैसा आएगा वो कम interest वाला होगा तो बैंक को लोन से ज्यादा interest मिलने से ज्यादा फ़ायदा होगा। तो उस stock से फ़ायदा हो सकता है।

Net NPA Ratio क्या होते है? (What Is Net NPA Ratio In Hindi)

NPA का full form Non Performing Asset. NPA यानि जो पैसे बैंक ने लोन मे दिया है वो कितना है जो वापिस नही आता या नही मिला। कोई लोन दी हो और वो पैसे का कुछ हिस्सा लोन लेने वाले ने दिया नि नही हो तो वो बैंक के पास आया नही तो वो बैंक का नुकसान हुआ

Net NPA Ratio जितना ज्यादा होगा उतना पैसा बैंक जुटाने मे असफल रही आई उतना पैसा नही मिला जितना ज़्यादा ये Ratio होगा उतना बैंक का performance खराब है लोन वसूल करने मे।

जेसे 1000 Rs का लोन दिया है तो 1% NPA है यानि Rs. 10 नही मिला 100 रूपय मैसे। तो अगर 2% है तो 20 नही मिला और 0.5% है यानि 5 RS नही तो आप समाज सकते है की जितना ज़्यादा ये ratio होगा उतना low performance है उस bank का।

ये बहुत ही ज़्यादा important ratio है किसी बैंक के बारे मे जानने का।

Latest Updates!!

Cost of funds/Liabilities Ratio क्या होता है? (What is Cost Of Funds In Hindi?)

Cost of funds यानि बैंक के पास जिनके funds यानि पैसे है उनको कितना interest देना है वो ratio.

जेसे FD मे 7%, saving मे 4% तो सारे Customer को ये सब मिलाके कितना देना है वो cost।

CASA और cost of funds आपस मे थोड़े बहुत जुड़े हौवे है। बहुत सारे बैंक advertisement करके अपने saving account के user बढ़ा देते है ज़्यादा interest का लालच देके तो उसका CASA बढ़ जाता है लेकिन cost of funds भी बाद जाता है।

तो आप एक investor के रूप मे समज सकते है की केसे वो बढ़ाया हुआ है उस बैंक को अब ज़्यादा पैसे देने है अपने depositor को। जेसे Kotak Mahindra बैंक के बहुत सारे user बढ़ी थे ज़्यादा interest देने के बहाने से तो उसका CASA और Cost of fund भी ज़्यादा है।

जहा HDFC जो एक अच्छी बैंक मे से एकजना जाता है उसका CASA भी ज़्यादा है और cost of fund भी थोड़ा कम है साथ NPA भी कम है।

Advances Growth क्या होता है? (What is Advances Growth In Hindi?)

किसी बैंक की growth कैसे check करे? Advances growth Ratio आप से पता लगा सकते है किसी भी बैंक का growth।

Advances growth का मतलब ये होता है की वो कितने ज़्यादा लोन दे रहा है पहले क मुक़ाबले।

पिछले साल के मुक़ाबले कितने ज़्यादा लोन इस साल दिया उससे बैंक की ग्राउट पता चल सकती है। क्यूकी बैंक का यानि factor होता है लोन का फंडामेंटल विश्लेषण क्या है जिससे बैंक ग्रो करती है।

तो ज़्यादा लोन देगी तो ज़्यादा मुनाफा कमाएगी तो ज़्यादा ग्रो होगी।

लेकिन लोन की जरूरत तो सब को होती है तो बैंक किसी को भी लोन दे सकती है कितनी भी लेकिन सही इंसान को लोन देना जरूरी है नही तो NPA ज़्यादा होगा तो वो अच्छी बात नही है।

और लोन देने के लिए पैसे भी होने चाहिए तो बैंक के पास कितना capital है वो बताता है हमारा CAR Ratio.

CAR Ratio क्या है? (what Is CAR Ratio In Banks In Hindi?)

CAR का full form Capital abdicative ratio है। यानि की बैंक के पास कितनी कैपिटल है। CAR जितना ज़्यादा होगा उतना अच्छा माना जाता है। 12% के आसपास अगर किसी बैंक का CAR है तो ये खतरनाक हो सकता है। और इन सब मामलो मे कोटक महिद्रा बैंक और HDFC बैंक का अच्छा performance है इन सब मे

तो ये थे कुछ Ratio जिससे को को देख के आप बैंक के share select करने मे बहुत help करेगे

अगर कोई भी suggestion है तो comment मे बताए साथ ही आपको और कोनसे कोनसे topic पे article चाहिए वो भी suggestion comments मे बता सकते है।

Stock Analysis क्यों जरुरी है ?

Stock Analysis

शेयर मार्केट में लगभग 5000+ companies है । उनमें से 1600+ companies National Stock Exchange ( NSE ) और 1328+ कंपनी Bombay Stock Exchange ( BSE ) मे Listed है | किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए कुछ Parameter की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है |

कुछ लोग कोई कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं यह देख कर हमें भी उस कंपनी के शेयर खरीद लेने चाहिए या सुनी सुनाई बातों पर भरोसा रख के किसी कंपनी की हिस्सेदारी लेना मूर्खता है । किसी कंपनी का नाम अच्छा है या कोई कंपनी अच्छे संगठन से Belong करती है इस वजह से हमें भी उस कंपनी में Invest करना चाहिए ऐसा ना सोचे ।

किसी भी कंपनी के शेयर लेने से पहले उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी होना अनिवार्य होता है । जिसे शेयर मार्केट के भाषा में Stock Analysis कहा जाता है | Stock फंडामेंटल विश्लेषण क्या है Analysis यह एक Method है जिसकी Help से Investor और Treader स्टॉक मार्केट को Examine और Evaluate करते हैं ।

शेयर की Buying And Selling के लिए इस Method का उपयोग करते हैं । स्टॉक एनालिसिस यह Market Analysis और Equity Analysis को भी Refer करता है । Stock Analysis ये उस योजना पर आधारित होता है जो Market Data के द्वारा Past और Present की स्टडी करते हैं । जिससे ट्रेडर और इन्वेस्टर को यह जानकारी मिलती है कि कौन से स्टॉप पर Focus करना है या कौन सा stock choose करना है । इस मेथड की स्टडी करके ट्रेडर Entery or Exit Point को भी स्पष्ट कर सकते हैं ।

Types of stock analysis :

स्टॉक एनालिसिस के दो मुख्य प्रकार होते हैं । उनमें से पहला प्रकार Fundamental Analysis और दूसरा Technical Analysis होता है ।

हम सबसे पहले फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में जानकारी लेते हैं । फंडामेंटल एनालिसिस कंपनी की पूरी इंफॉर्मेशन होती है जैसे कि कंपनी के डायरेक्टर कौन है कंपनी के सीईओ कौन है कंपनी किस सेक्टर से बिलॉन्ग करती है कंपनी का Market Capital कितना है इससे कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में हमें पता चलता है । बाद में कंपनी के फाइनेंसियल मैनेजमेंट के बारे में भी पता होना बहुत जरूरी होता है जैसे कि कंपनी की बैलेंस शीट, कंपनी का प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट स्टेटमेंट, कैश फ्लो स्टेटमेंट, लेजर स्टेटमेंट Etc .

कंपनी के हर 3 महीने में Quarterly Results आते हैं उसकी जानकारी से हमें यह पता चलता है कंपनी प्रॉफिट में है यह लॉस में हैं । कंपनी का ग्रोथ रेट कैसा है यह हमें फंडामेंटल एनालिसिस से पता चलता है अगर कंपनी प्रॉफिट में है तो कंपनी को कितने करोड़ का प्रॉफिट हुआ है और अगर कंपनी लॉक में है तो कंपनी को कितने करोड़ को लॉस हुआ है यह क्वार्टरली रिजल्ट्स से पता चलता है । अगर किसी क्वार्टर में कंपनी को लॉस हुआ है तो नेक्स्ट क्वार्टर में कंपनी ने अपना कितना लॉस कवर किया है इसका भी कंपनी के शेयर प्राइस पे फर्क पड़ता है ।

इसमें दूसरा प्रकार होता है टेक्निकल एनालिसिस का । टेक्निकल एनालिसिस में asset और हिस्टोरिकल प्राइस चार्ट और मार्केट पैटर्न की प्रीवियस स्टडी करके फ्यूचर मोमेंट को प्रेरित करते हैं । ट्रेडर सपोर्ट और रेसिस्टैंस लाइन, चार्ट पेटर्न, इंडिकेटर इस प्रकार की टूल्स बयिंग और सेलिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं । इसलिए मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले stock analysis करना जरूरी होता है |

Note :- Both varieties of stock analysis have the same intended outcome to make the correct buying and selling decision and choose the optimal times to place trades.

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