23 जोन एवं चार सुपर जोन बनाया गया है. किसी भी अपात स्थिति से निपटने के लिए थाना स्तर पर 25 मोटरसाइकिल क्विक रिस्पांस टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो 24 घंटे भ्रमणशील रहेंगे. अनुमंडल स्तर पर तीन नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. ईवीएम की सुरक्षा के लिए चार वज्रगृह बनाया गया है, जहां 24 घंटे त्रुटिरहित सुरक्षा के लिए बिहार (Bihar) विशेष सशस्त्र पुलिस (Police) की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.

Jharkhand : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्कूलों के निकासी और व्यय पर लगायी रोक

Ranchi : एकल नोडल बैंक आधारित नई विधि वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज से स्कू‍लों के निकासी और व्यय पर रोक लगा दी गई है. शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. इसकी जानकारी सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दी गयी है. प्रखंड स्तर पर समीक्षा के क्रम में निर्देशों की अवहेलना का मामला उजागर होने के बाद यह निर्णय लिया गया. सचिव ने पत्र में लिखा है कि पहले निर्देश दिया गया है कि विद्यालय प्रबंधन समिति/संकुल संसाधन केन्द्र से संबंधित व्यय के लिये विद्यालय के सचिव पीएफएमएस पोर्टल पर भुगतान के लिए विवरणी मेकर के रूप में अपलोड करेंगे. उसे प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी-सह-समन्वयक के द्वारा चेकर के रूप में एप्रूव किया जायेगा.

प्रखंड स्तर पर इस भुगतान से संबंधित मुद्रित एडवाइस हस्ताक्षरित कर बैंक को उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें प्रखंड के लेखापाल-सह-कम्प्यूटर ऑपरेटर समन्वयन का कार्य करेंगे. लेखा संधारित करेंगे. यह भी निर्देश दिया गया है कि विद्यालयों द्वारा अपलोड किये गये 1 पत्र के भुगतान संबंधी पीएफएमएस को प्रखंड द्वारा तीन दिनों के अन्दर एप्रूव कर भुगतान सुनिश्चित किया जायेगा.

किस दिन को 'अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस' के रूप में मनाया जाता है?

KBC 14 Daily Offline Quiz

KBC 14 2022 Daily Offline Quiz 22 December, 24x7 Quiz, KBC offline quiz answers today: किस दिन को 'अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस' के रूप में मनाया जाता है?

उत्तर: A. 8 सितंबर

8 सितंबर को 'अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. विश्व में शिक्षा के महत्व को दर्शाने और निरक्षरता को समाप्त करने के उद्देश्य से 17 नवंबर 1965 को यह निर्णय लिया गया, कि प्रत्येक वर्ष 8 सि‍तंबर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप मे मनाया जाएगा. 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज दिवस मनाया जाता है. साक्षरता दिवस समाज में शिक्षा के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से दुनिया भर में मनाया जाता है. भारत में भी विश्व साक्षरता दिवस को महत्वपूर्ण दिन के तौर पर मनाते हैं. सर्व शिक्षा अभियान के जरिए साक्षरता की दिशा में भारत सराहनीय कार्य कर रहा है. साक्षरता को वैश्विक आवश्यकता के रूप में मान्यता प्राप्त है और इस दिन पूरे विश्व में विभिन्न गतिविधियाँ और समारोह किए जाते हैं. संयुक्त राष्ट्र और उसकी एजेंसी यूनेस्को हर साल एक शिक्षित और अच्छी साक्षर दुनिया की जड़ों और जागरूकता को फैलाने के लिए सेमिनार, जागरूकता अभियान, स्कूल और कॉलेज प्रतियोगिताओं, विनिमय कार्यक्रमों, ग्रामीण शिक्षा कार्यक्रमों जैसे कई कार्यक्रमों का शुभारंभ करती है.

नगर निकाय चुनाव : प्रथम चरण में तैनात किए गए 330 पुलिस पदाधिकारी

नगर निकाय चुनाव : प्रथम चरण में तैनात किए गए 330 पुलिस (Police) पदाधिकारी

बेगूसराय (वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज begusarai) , 17 दिसम्बर . नगर निकाय चुनाव के प्रथम चरण में नगर परिषद बरौनी, तेघड़ा, बीहट एवं बलिया में 18 दिसम्बर को होने वाले मतदान के लिए बेगूसराय (begusarai) पुलिस (Police) ने सभी तैयारी पूरी कर लिया है. भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए 330 पुलिस (Police) पदाधिकारियों एवं 1248 पुलिस (Police) बलों की प्रतिनियुक्ति की गई वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज है.

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि 138 मतदान भवनों में 289 मतदान केन्द्र बनाया गया है, जहां पुलिस (Police) पदाधिकारी एवं सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त वातावरण में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए सात स्टेटिक सर्विलांस टीम एवं सात फ्लाईंग स्क्वायड टीम का गठन किया गया है. 125 पीसीसीपी बनाया गया है, जिसमें पुलिस (Police) पदाधिकारी एवं बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.

कौशल विकास : कक्षा छह से बच्चों को सिखाएंगे बागवानी, 40 हजार से अधिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई, कक्षा 8 तक के बच्चे वोकेशनल कोर्स से जुड़ेंगे

प्रदेशभर के वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज 40 हजार से अधिक परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा छह से आठ तक के छात्र-छात्राओं के लिए राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान की ओर से वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत हार्टिकल्चर और आर्गेनिक फार्मिंग में समेकित पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें तैयार की वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज जा रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी कौशल आधारित शिक्षा पर जोर दिया गया है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की निदेशक डॉ. अंजना गोयल ने 14 दिसंबर को राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के प्राचार्य अनिल भूषण चतुर्वेदी से वोकेशनल कोर्स के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। विशेषज्ञों का मानना है कि चूंकि कक्षा छह से आठ तक के अधिकतर स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं इसलिए इन पाठ्यक्रमों के शुरू होने से बच्चों को परंपरागत कृषि से जोड़ने में मदद मिलेगी और आर्थिक लाभ होने पर शहरों में पलायन भी कम होगा।

कौन होते हैं "फिनफ्लूएंसर"?

प्रांजल कामरा के यूट्यूब (जो कि इन फाइनेंशियल एक्सपर्ट का पसंदीदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है) चैनल पर एक नजर डालने पर अनुमान लगा सकते हैं कि लोग बड़ी संख्या में फिनफ्लूएंसर के पास क्यों आ रहे हैं.

ये एक्सपर्ट एक 20 मिनट वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज के वीडियो या 20-30 सैकेंड के शॉर्ट्स को इतनी शानदार तरीके से एडिट करते हैं, ग्राफिक्स का इस्तेमाल करते हैं जो देखने वाले को समझने में मदद करता है.

कामरा और बाकी के फिनफ्लूएंसर दरअसल फाइनेंस से जुड़े बोरिंग और मुश्किल विषय को इतनी खूबसूरती से पेश करते हैं कि वो देखने वाले को ना तो बोरिंग लगता है और जिसे फाइनेंस की बिल्कुल जानकारी ना हो उसे भी समझ आ जाता है.

उदाहरण के तौर पर कामरा ने 2023 के लिए बेस्ट म्यूचुअल फंड के बारे में एक वीडियो डाला है जिसे 7 लाख 90 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं. कामरा के अलावा अंकूर वारिकू, शरण हेगड़े, रचना रनाडे, अक्षत श्रीवास्तव जैसे कई फिनफ्लूएंसर को बड़ी संख्या में लोग देखते हैं और पसंद करते हैं.

फिनफ्लूएंसर की लोकप्रियता इतनी बढ़ क्यों रही है?

इनकी लोकप्रियता के बढ़ने वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज का एक कारण तो ये समझ आता है कि इनके वीडियो बनाने का तरीका और कंटेंट काफी अलग होता है.

और फिर ये कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते ही नहीं जो समझने में मुश्किल हो. इनकी भाषा आमतौर पर अंग्रेजी होती वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज है जिसमें ये बीच बीच में अपनी क्षेत्रीय भाषा इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से लोगों को आसानी से समझ आ जाता है.

बता दें कि भारत में वित्तीय साक्षरता दर (Finacial Literacy Rate) बहुत कम है. नेशनल सेंटर फॉर फाइनेंशियल एजुकेशन 2019 के सर्वे के मुताबिक भारत की वित्तीय साक्षरता दर केवल 27 फीसदी है.वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज

फिनोवेट फाइनेंशियल सर्विस की को फाउंडर नेहल मोटो ने क्विंट से बातचीत में कहा कि, "पैसा और स्वास्थ्य ये दोनों ऐसे विषय हैं जिनमें काफी समानताएं हैं. दोनों विषयों में हमारे ज्ञान और एक एक्सपर्ट के ज्ञान में जमीन आसमान का अंतर होता है. इस अंतर को कम करने के लिए कई बार हम ऑनलाइन वीडियोज देखते हैं या तो किसी वेबसाइट पर एक्सपर्ट द्वारा लिखे गए आर्टिकल पढ़ लेते वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज हैं."

फिनफ्लूएंसर को देखने-सुनने वालों की संख्या कितनी है?

ये जानने के लिए किसी भी फिनफ्लूएंसर के यूट्यूब चैनल पर कितने सब्सक्राइबर हैं उस पर नजर डालनी होगी.

यूट्यूब पर प्रांजल कामरा के 47,90,000 सब्सक्राइबर्स के साथ सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. फिर रचना रानाडे के 41,60,000 सब्सक्राइबर्स हैं, मुकुल मलिक एसेट योगी के पास 35,00,000 सब्सक्राइबर्स हैं और अंकुर वारिकू के पास 24,50,000 सब्सक्राइबर्स हैं.

फिनफ्लूएंसर पर नियम लाने की जरूरत क्यों हैं?

नेहल मोटो बताती हैं कि, "फिनफ्लूएंसर फाइनेंस की सलाह देते हैं जैसे की हेल्थ एक्सपर्ट किसी बीमारी के बारे में और उसके इलाज के बारे में बताते हैं. अब अगर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर फाइनेंस से जुड़ी सलाह देने वालों पर नियम नहीं लागू किए गए तो कोई भी आकर कुछ भी सलाह दे जाएगा और देखने वाला ये कैसे तय करेगा कि एक्सपर्ट सर्टिफाइड है या नहीं.

नेहल बताती हैं कि, "वहीं सेबी द्वारा रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एक्सपर्ट सर्टिफाइड होते हैं, ये सर्टिफिकेट भी ऐसे ही वित्तीय साक्षरता संबंधी सभी कोर्सेज जारी नहीं होता है, उसके लिए कुछ प्रक्रियाओं से गुजरना होता है. अब सोशल मीडिया के एक्सपर्ट के लिए नियम लाने से सेबी का मतलब है कि उन्हें कम से कम कुछ ज्ञान होना तो जरूरी है."

नेहल कहती हैं कि, "जाहिर तौर पर हर एक की सलाह में अंतर तो होगा ही. लेकिन कम से कम देखने वालों को पता तो होगा कि जो सलाह दे रहा है वह व्यक्ति सलाह देने के योग्य है. यही कारण है कि सेबी जो नियम लाएगा वो जरूरी है और सही कदम है. यह निवेश करने वालों के लिए सही रहेगा."

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