सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों
मजबूती का नया रिकॉर्ड बनाने के बाद सपाट बंद हुआ शेयर बाजार
भारतीय शेयर बाजार के लिए आज का दिन एक बार फिर सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों जोरदार उतार-चढ़ाव वाला दिन साबित हुआ
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार के लिए आज का दिन एक बार फिर जोरदार उतार-चढ़ाव वाला दिन साबित हुआ। शेयर बाजार ने आज तीन कारोबारी दिन के अंतराल के बाद ही एक बार फिर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया। इसके पहले 18 अगस्त को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने मजबूती का ये रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन रिकॉर्ड बनाने के बाद उस दिन के कारोबार का अंत दोनों ही सूचकांकों ने लाल निशान में पहुंचकर किया था। आज भी सेंसेक्स और निफ्टी ने ऑल टाइम का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन 18 अगस्त की तरह ही बाजार बंद होते होते बिकवाली के दबाव में फंसकर दोनों सूचकांक लाल निशान तक लुढ़क गए। अंत में सेंसेक्स ने 14.77 अंक की मामूली गिरावट के साथ तो निफ्टी ने 10.05 अंक की मामूली बढ़त के साथ आज के कारोबार का अंत किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स आज 108.08 अंक की मजबूती के साथ 56,067.06 अंक के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार से ही सेंसेक्स लगातार ऊपर नीचे की दौड़ लगाता रहा। बाजार में कभी सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों खरीदारी तेज होती, तो कभी बिकवाली का दौर शुरू हो जाता। खरीद बिक्री के दौर में सेंसेक्स ने दोपहर 11:30 बजे 239.15 अंक की मजबूती के साथ 56,198.13 अंक के स्तर पर पहुंच कर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन इस स्तर पर पहुंचने के बाद शेयर बाजार में मुनाफावसूली शुरू हो गई। इसके कारण सेंसेक्स अगले 15 मिनट में ही करीब 255 अंक गिरकर 55,943 अंक के स्तर पर पहुंच गया।
आज दिन के कारोबार के दूसरे सत्र में भी शेयर बाजार में खरीद बिक्री होती रही, जिसकी वजह से सेंसेक्स कभी भी स्थिर चाल से आगे नहीं बढ़ सका। दिन के दूसरे सत्र के कारोबार में सेंसेक्स खरीदारी के बल पर काफी देर तक हरे निशान में बना रहा, लेकिन अंत में इंट्रा डे सेटेलमेंट के कारण सेंसेक्स ने 14.77 अंक की कमजोरी के साथ 55,944.21 अंक के स्तर पर आज का कारोबार खत्म किया। सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज 29.40 अंक की मजबूती के साथ 16,654 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद दोपहर 11:30 बजे निफ्टी ने भी 87.85 अंक की मजबूती के साथ 16,712.45 अंक के स्तर पर पहुंचकर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन इस स्तर पर हुई तेज बिकवाली के कारण निफ्टी कुछ ही देर में करीब 75 अंक लुढ़क कर 16,630 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि उसी समय बाजार को लिवालों का समर्थन मिला और निफ्टी ने एक बार फिर तेजी दिखाने की कोशिश की। बाजार बंद होने के कुछ समय पहले तक निफ्टी लिवाली के बल पर लगातार हरे निशान में बना रहा, लेकिन आखिरी वक्त में हुई बिकवाली की वजह से 3 बजे निफ्टी आज के टॉप लेवल से 94.5 अंक गिरकर 16,617.50 अंक के स्तर पर पहुंच कर लाल निशान में कारोबार करने लगा। हालांकि दिन के सौदों के निपटारे की वजह से निफ्टी को थोड़ी मजबूती मिली और इस सूचकांक ने 10.05 अंक की मजबूती के साथ 16,634.65 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
आज के कारोबार के दौरान सेंसेक्स जहां एक बार फिर 56 हजार के दायरे को और निफ्टी 16,700 अंक के दायरे को पार करने में सफल रहा, वहीं जब बिकवाली का दबाव बना तो ये दोनों सूचकांक वापस लुढ़क कर वापस 55 हजार और 16,600 के दायरे में पहुंच गए। शेयर बाजार के जानकारों का कहना सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों है कि सेंसेक्स के लिए 56 हजार के स्तर पर और निफ्टी के लिए 16,700 के स्तर पर जबरदस्त रेजिस्टेंस बना हुआ है। जिसकी वजह से ये दोनों सूचकांक दूसरी बार इस स्तर को पार करने के बाद नीचे गिर चुके हैं। आज दिनभर के कारोबार के दौरान शेयर बाजार को मेटल सेक्टर के साथ ही ऑयल एंड गैस सेक्टर का भी सपोर्ट मिला। ऑयल एंड गैस सेक्टर में हुई खरीदारी के कारण ये इंडेक्स 1.12 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ। इस सेक्टर के शेयरों में से अडाणी टोटल गैस के शेयर 5 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुए, जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन और ऑल इंडिया लिमिटेड के शेयर में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई। मोटा फायदा कमाने वाले शेयरों में एक नाम अडाणी पोर्ट्स का भी रहा, जिसने 3.70 फीसदी की छलांग लगाकर आज के कारोबार का अंत किया। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 8 शेयर आज मजबूती के साथ कारोबार करके हरे निशान में बंद हुए, जबकि 22 शेयर बिकवाली के दबाव में फंसकर लाल निशान में बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में आज कुल 3,310 शेयरों में कारोबार हुआ, जिसमें से 1,988 शेयर मजबूती के साथ कारोबार करने के बाद हरे निशान में बंद हुए, जबकि 1,215 शेयर कमजोरी दिखाते हुए लाल निशान में बंद हुए। वहीं 107 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
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रायपुर। हाल के 18114 अंक के उच्च स्तर से निफ्टी में 672 अंक की गिरावट देखी गई और यह 17442 तक आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीएमटी और सीनियर टेक्निकल एंड डेरिवेटिव एनालिस्ट विनय रजनी के अनुसार, पिछले दो कारोबारी सत्रों में निफ्टी 17442 के सपोर्ट को बचाने में कामयाब रहा है। निफ्टी अपने 20 दिनों के ईएमए के करीब 17454 पर बंद हुआ है। अगर निफ्टी पिछले स्विंग हाई और 20 दिनों के ईएमए सपोर्ट को बरकरार नहीं रख पाता है तो मंदी देखने को मिल सकती है।
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विनय रजनी के अनुसार, 8 अप्रैल 2022 को समाप्त सप्ताह में निफ्टी ने डाउनवर्ड स्लोपिंग ट्रेंड लाइन के स्ट्रॉन्ग रेजिस्टेंस के साथ “दोजी” कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया, जो पिछले स्विंग हाई से जुड़ा हुआ है। ट्रेंड लाइन रेजिस्टेंस पर “दोजी” कैंडलस्टिक पैटर्न का गठन संभावित मंदी की प्रवृत्ति के उलट होने का संकेत देता है। 17442 से नीचे का कोई भी स्तर सुधार को 17000 और 16840 के अगले समर्थन की ओर बढ़ा सकता है। ऊपर की ओर 17842 का रेजिस्टेंस हो सकता है।
इस जानकारी के साथ विनय रजनी ने दो ऐसे शेयरों की जानकारी भी दी, जो कमाई करा सकते हैं। विनय रजनी के अनुसार, HGINFRA का स्टॉक खरीदा जा सकता है। इसके लिए लक्ष्य 670 और स्टॉपलॉस 600 होना चाहिए। इसका अंतिम बंद 627.75 था। दैनिक चार्ट पर स्टॉक नीचे की ओर झुकी हुई प्रवृत्ति रेखा से टूटा है। कीमतों में गिरावट के साथ वॉल्यूम में उछाल भी है। स्टॉक ने पिछले स्विंग हाई 620 के क्रूशियल रेजिस्टेंस को पार कर लिया है। दैनिक आरएसआई 50 के बेंचमार्क स्तर से ऊपर पहुंच गया है, जो बढ़ती गति को दर्शाता है।
उनके अनुसार, KAVERI SEEDS का स्टॉक भी खरीदा जा सकता है। इसके लिए लक्ष्य 670 और स्टॉपलॉस 590 होना चाहिए। इसका आखिरी बंद 615 पर था। साप्ताहिक चार्ट पर डाउनवर्ड स्लोपिंग ट्रेंड लाइन ब्रेकआउट देखा गया है। कीमतों में गिरावट के साथ वॉल्यूम में उछाल भी है। साप्ताहिक चार्ट पर स्टॉक ने 585 के पिछले टॉप रेजिस्टेंस को पार कर लिया है। स्टॉक सभी महत्वपूर्ण मूविंग एवरेज मापदंडों से ऊपर है।
शेयर समीक्षाः लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद हुआ बाजार
नई दिल्ली। शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह (business week) के दौरान लगातार उतार-चढ़ाव का सामना (face ups and downs) करने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) लगातार दूसरे हफ्ते मजबूती (second week strong) के साथ बंद होने में सफल रहा। इस कारोबारी सप्ताह में शुरुआती 3 दिन दबाव वाले रहे। इन तीनों दिन मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत करने के बावजूद शेयर बाजार ने गिरावट के साथ कारोबार का अंत किया, लेकिन सप्ताह के आखिरी 2 दिनों में बाजार में जबरदस्त तेजी का रुख रहा। इसकी वजह से शुरुआती 3 दिनों के दौरान हुए नुकसान की पूरी भरपाई तो हो ही गई, बाजार ने साप्ताहिक कारोबार में बढ़त की स्थिति भी बना ली।
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शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन की एक्सपायरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली में कमी आने के साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के बैठक से छन कर निकली बातों के बाजार के अनुकूल रहने की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में सपोर्ट की स्थिति बनी है। भारतीय शेयर बाजार भी इन्हीं वजहों से लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहा है। शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान बीएसई का सेंसेक्स साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 558.27 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 54884.66 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 86.30 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की मजबूती के साथ 16,352.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
23 से 27 मई तक के इस कारोबारी सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों सप्ताह में बीएसई का लार्ज कैप इंडेक्स सपाट चाल के साथ बंद हुआ। सप्ताह के इन 5 दिनों के कारोबार में डिवीज लैबोरेट्रीज, टाटा स्टील, ओएनजीसी, पिरामल एंटरप्राइजेज और एनएमडीसी के शेयरों में 10 से 18 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, वन-97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), इंटरग्लोब एवियशन और जोमैटो जैसे लार्ज कैप इंडेक्स के शेयर खरीदारी के सपोर्ट से टॉप गेनर्स की सूची में शामिल हुए।
इसी तरह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मिड कैप इंडेक्स भी पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद सपाट चाल के साथ ही बंद हुआ। इस इंडेक्स में शामिल कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया, अशोक लीलैंड, टॉरेंट फार्मास्यूटिकल्स, गोदरेज इंडस्ट्रीज, जूबिलेंट फूड वर्क्स और बेयर क्रॉप साइंस के शेयरों ने खरीदारी के सपोर्ट से अच्छा मुनाफा अर्जित किया और टॉप गैनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर अमरा राजा बैट्रीज, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पावर और सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बिकवाली के दबाव में फंसकर टॉप लूजर की सूची में शामिल होकर बंद हुए।
लार्ज कैप और मिड कैप के विपरीत बीएसई का स्मॉल कैप इंडेक्स 2.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस इंडेक्स में ओवरऑल गिरावट होने के बावजूद इसमें शामिल कुछ शेयरों मे बढ़त भी दर्ज की गई। ऐसे शेयरों में लूमैक्स इंडस्ट्रीज, स्टर्लिंग टूल्स, बैनको प्रोडक्ट्स (इंडिया) और एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल जैसी कंपनियों के शेयर का नाम लिया जा सकता है। दूसरी ओर गोदावरी पावर एंड इस्पात, रूपा एंड कंपनी, फ्यूचर रिटेल, जिंदल स्टेनलेस, बिरला टायर, ग्लोबस स्पिरिट्स और इंडियन मेटल एंड फेरो एलॉयज के शेयरों में पूरे कारोबार के दौरान ओवरऑल गिरावट का रुख बना रहा।
शेयर बाजार के अलग-अलग सेक्टर पर अगर नजर डालें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बैंक इंडेक्स 4 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, वहीं दूसरे स्थान पर ऑटो इंडेक्स अपना स्थान बनाने में सफल रहा। इस इंडेक्स ने साप्ताहिक कारोबार के दौरान 3.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। दूसरी ओर 23 से 27 मई के बीच हुए कारोबार के दौरान मेटल इंडेक्स को सबसे अधिक 8 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बिकवाली के दबाव की वजह से ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3.6 प्रतिशत और सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों रियल्टी इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की कमजोरी भी दर्ज की गई।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में कुल 9,688.62 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस तरह मौजूदा सप्ताह के आंकड़ों को मिलाकर मई के महीने में विदेशी निवेशक अभी तक भारतीय शेयर बाजार में कुल 53,790.99 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। वहीं पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने कुल 11,257.63 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस सप्ताह की खरीदारी के आंकड़े को मिलाकर मई के महीने में अभी तक घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार से कुल 47,465.90 करोड़ रुपये की लिवाली कर चुके हैं।
घरेलू शेयर बाजार की अभी तक की चाल के संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ्टी 16,400 अंक के करीब पहुंचकर बंद होता हुआ नजर आया। पिछले 3 सप्ताह के दौरान निफ्टी 15,900 से 16,400 अंक के विशाल दायरे में कंसोलिडेट होता हुआ नजर आया है। खास बात तो ये है कि बीता सप्ताह निफ्टी के लिए उत्साहवर्धक रहा है। निफ्टी का बैंक इंडेक्स भी लगातार उत्साहजनक प्रदर्शन करता रहा है। यहां तक कि एक्सपायरी वाले दिन गुरुवार को भी बैंक इंडेक्स ने अपने रेजिस्टेंस से ब्रेकआउट दिया और अगले दिन शुक्रवार को भी इसका आउटपरफॉर्मेंस जारी रहा। इसके अलावा निफ्टी से मिल रहे दूसरे संकेतों से भी इस बात की उम्मीद बन रही है कि आने वाले दिनों में शेयर बाजार में पुल बैक रैली जारी रहेगी। हालांकि खुदरा निवेशकों को अभी भी सतर्क होकर ही शेयर बाजार में निवेश की बात सोचनी चाहिए, क्योंकि वैश्विक माहौल में लगातार उलट फेर हो रहा है, जो भारतीय शेयर बाजार को भी ज्यादा प्रभावित करता है। (एजेंसी, हि.स.)
नहीं जानते वाटर प्रूफ, वाटर रिपेलेंट और वाटर रेसिस्टेंट में अंतर, तो जानें यहां
नई दिल्ली (जेएनएन)। स्मार्टफोन आजकल सिर्फ रैम, प्रौसेसर और कैमरा के अच्छे होने से ही स्मार्ट नहीं बन जाते। स्मार्टफोन में कई अलग फीचर्स भी आने लगे हैं, जो इसे स्मार्ट बनाते हैं। अब फोन वाटर और डस्ट रेसिस्टेंट आते हैं। इन फोन्स पर पानी और धूल का भी कोई असर नहीं होता। ऐसे फोन यूजर्स के लाइफस्टाइल को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। बाजार में ऐसे कई फोन हैं जिनमे कुछ वाटर प्रूफ, वाटर रिपेलेंट और ज्यादातर फोन वॉटर रेसिस्टेंट सर्टिफिकेट के साथ आते हैं।
यूजर्स को इन तीनों तरह के फीचर्स में आमतौर पर कन्फ्यूजन होता है। इस तरह का सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों फोन लेने से पहले तीनों में अंतर जान लेना भी जरुरी है।
वाटर प्रूफ: वाटरप्रूफ फीचर के साथ आने वाले फोन को पानी में नुकसान नहीं होता। अक्सर कई स्मार्टफोन IP68 और IP67 सर्टिफिकेशन के साथ आते हैं, जिसका मतलब होता है कि फोन को 30 मीटर तक पानी में रखने के बाद भी कुछ नहीं होगा। इसी के साथ इस तरह के फोन्स को पानी के अंदर पिक्चर लेने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सैमसंग, सोनी और एप्पल के डिवाइस मुख्यत: इस फीचर के साथ आते हैं।
वाटर रिपेलेंट: यह वाटर प्रूफ फीचर से एक स्तर कम है। इस फीचर का मतलब है की आपके फोन पर एक थिन-फिल्म चढ़ाई गई है जो फोन में पानी नहीं जाने देगी। इसे फोन के अंदर और बाहर दोनों तरफ लगाया जाता है। पानी से बचाने के लिए इस तरह के फोन पर हाइड्रोफोबिक सतह तैयार की जाती है, जिससे फोन पर पानी का असर नहीं होता और वह गंदगी को जमने भी नहीं देता। एक आम डिवाइस की तुलना में इस तकनीक से लैस फोन ज्यादा समय पानी में बिना खराब हुए रह सकते हैं।
वाटर रेसिस्टेंट: वाटर रेसिस्टेंट इस श्रेणी में सबसे छोटे स्तर का फीचर है। अगर आपका फोन वाटर रेसिस्टेंट है तो पानी में जाने पर वो ठीक नहीं रहेगा। इसका मतलब यह है की आपके फोन पर पानी की कुछ छीटें पड़ने के बाद भी नुकसान नहीं होगा। सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों लेकिन, अगर आपका फोन वॉटर रेसिस्टेंट है तो आप अपने फोन को पानी में डालने की भूल मत करना।
इन तीनों में अंतर जानने के बाद आपके लिए इन फीचर्स से लैस फोन लेने में आसानी होगी। इसी के साथ आपको पता भी चल जाएगा की आपको कौन-से फीचर से लैस फोन लेना है।
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