SENSEX Chart

Is it Risky to Invest in Share Market (क्या शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा है) ?

लोगों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या हमें शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए ? इस सवाल का जवाब जानने से पहले एक सवाल का जवाब हमारे पास होना चाहिए कि क्या शेयर बाजार में निवेश करना रिस्की है? इस पोस्ट में हम इसी सवाल का जवाब समझने की कोशिश करेंगे।

आपने कितनी बार ऐसा देखा है कि नया निवेशक शेयर बाजार में आता है और उस समय शेयर खरीदता है जब बाजार 52 वीक लो पर या उससे नीचे हो, शेयर बाजार के गलियारों में निराशा का माहोल हो, चारों तरफ डर का माहोल हो? बहुत कम या शायद नही के बराबर। एक नौसिखिया निवेशक ऐसा शायद ही कभी करता हो। एक नया निवेशक पहली बार शेयर बाजार में तब शुरुआत करता है जब शेयर बाजार ऊपर जा रहा होता है, जब शेयर बाजार हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहा होता है, हर तरफ शेयर बाजार के ऊपर जाने की खबरें छाई होती हैं। इन खबरों को सुनकर और अपने आसपास के माहोल को देखकर एक आम आदमी जिसे शेयर बाजार की कोई जानकारी नहीं होती है वह भी शेयर बाजार के प्रति उत्सुक हो जाता है और कम समय में अधिक पैसे कमाने के लालच में शेयर बाजार में निवेश कर देता है। अब उसके निवेश का क्या होगा ? चलिए इसे समझने की कोशिश करते हैं ।

शेयर बाजार के उतार चढ़ाव

Logical or Emotional ?

यह तो हम सभी जानते हैं कि शेयर बाजार में शेयर्स की कीमतों में हर दिन लगातार उतार चढ़ाव होते रहते हैं। इन उतार चढ़ावों का क्या कारण हो सकता है? क्या उस शेयर की कीमत के पीछे छुपी कंपनी की वास्तविक वैल्यू ( जिसे Intrinsic Value भी कहा जाता है ) भी हर दिन बदलती रहती है? किसी भी कंपनी की Intrinsic Value उसकी वर्तमान वित्तीय स्थिति और भविष्य की व्यापार संभावनाओं पर निर्भर करती है। वर्तमान वित्तीय स्थिति का तो फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स की सहायता से सही आंकलन किया जा सकता है लेकिन भविष्य में क्या होने वाला है इसका शत प्रतिशत सही आंकलन करना संभव नही है इसका कुछ घटकों के आधार पर केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है।

शेयर मार्केट में निवेशकों को क्या जानना चाहिए हजारों निवेशक और विश्लेषक होते हैं। ये सभी लोग अपने अपने नजरिए से शेयर बाजार की चाल को समझने की कोशिश करते हैं और अपने अपने विश्लेषण के आधार पर शेयर बाजार की दिशा का अनुमान लगाते हुए शेयर्स को खरीदते और बेचते हैं। अधिकांश निवेशकों का जो एनालिसिस होता है और उसके आधार पर वो जो निर्णय लेते हैं वह काफी हद तक उनकी भावनाओं (Emotions) जैसे डर और लालच (Fear and Greed) के द्वारा प्रभावित और नियंत्रित होता है। हर दिन बढ़ते हुए बाजार को देखकर हमारे भीतर लालच की भावना उत्पन्न होती है और गिरते हुए बाजार को देखकर डर की भावना उत्पन्न होती है और यह हमारे विश्लेषण और उसके आधार पर लिए गए निर्णय को प्रभावित करती है।

हजारों लाखों निवेशकों की डर और लालच की यही मिश्रित भावनाएं शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करती हैं। दुनिया में होने वाली विभिन्न घटनाएं जैसे आर्थिक मंदी, COVID-19, युद्ध की संभावना, तेल की बढ़ती कीमतें निवेशकों के मन में डर की भावना पैदा करती है, और निवेशक नुकसान से बचने के लिए अपने शेयरों को बेच देते है। हो सकता है कि इन घटनाओं के कारण शॉर्ट टर्म में कंपनियों को कुछ नुकसान उठाना पड़े लेकिन कुछ समय बाद परिस्थितियां सामान्य होने पर यह कंपनियां इस नुकसान से बाहर जरूर निकल जाती हैं।

शेयर बाजार में निवेशकों की भावनाएं किस तरह कीमतों को नियंत्रित करती हैं इसे और बेहतर ढंग से समझने के लिए The Dhandho Investor पुस्तक का यह अंतरण पढ़ सकते हैं –

Fear and greed are very much fundamental to the human psyche. As long as humans drive buying and selling decisions in equity markets, pricing will be affected by these fear and greed attributes. When extreme fear sets in, there is likely to be irrational behavior. In that situation, the stock market resembles a theater that is filled to capacity. Someone sees some smoke and yells “Fire, Fire!” There is a mad rush for the exits. In the theater called the stock market, you can only exit if someone else buys your seat—each share has to be held by someone! If there is a mass rush to leave the burning theater, what price do you think these seats would go for? The trick is to निवेशकों को क्या जानना चाहिए only buy seats in those theaters where there is a mass exodus and you know that there is no real fire, or it’s already well on its way to being put out. Read voraciously and wait patiently, and from time to time these amazing bets will present themselves.

The Dhandho Investor by Mohnish Pabrai

SENSEX Chart

चित्र में सेंसेक्स का 1992 से वर्तमान तक का एक चार्ट दिखाया गया है। जिसमें आप देख सकते हैं की अनगिनत उतार-चढ़ाव के बावजूद अंततः बाजार लगातार ऊपर चढ़ता गया और नई ऊंचाइयों को छूता गया। मार्केट क्रैश बाजार में हमेशा आते थे और आगे भी आते रहेंगे क्योंकि ये शेयर बाजार का व्यवहार है उसका एक हिस्सा है। हमें उनसे डरना नही है उसे समझना है और स्वीकार करना है।

हमें यह समझना जरूरी है कि शेयर मार्केट क्रैश हमारे लिए शार्ट में नुकसानदायक हो सकता है लेकिन अगर लोंग टर्म के नजरिये से देखा जाए तो यह हमारे लिए फायदेमंद ही होता है। क्योंकि शेयर मार्केट क्रैश हमें अच्छी कंपनियों के शेयर्स को कम कीमत पर खरीदने का अवसर देता है। अगर हम अच्छी कंपनियों के शेयर्स को कम दाम में खरीदने में सफल हो जाते हैं और लगातार सफल होते रहते हैं तो हम निश्चय ही शेयर बाजार में एक सफल निवेशक बन सकते हैं।

डेली SIP

अच्छे पुराने दिनों को याद करें जब हम अपने गुल्लक में पैसे बचाते थे ताकि हम एक निश्चित अवधि के बाद हमेशा अपनी जरूरत की चीजें खरीद सकें। यह वास्तव में एक अच्छी आदत थी जिसे हम अब भूल चुके हैं। लेकिन क्या होगा अगर ZFunds में हम आपको बताएं कि आप उस आदत को अब और अधिक डिजिटल तरीके से जारी रख सकते हैं और उस पर रिटर्न भी अर्जित कर सकते हैं! दिलचस्प लगता है, है ना?

हम बात कर रहे हैं डेली सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी daily SIP की। और हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि ZFunds डेली SIP की सुविधा देने वाला पहला प्लेटफॉर्म बन गया है। इस लेख में, हम डेली SIP के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने जा रहे हैं और कैसे निवेशक ZFunds ऐप के माध्यम से इसका सबसे अधिक लाभ उठा सकते हैं।

डेली SIP क्या है ?

डेली सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक अवधारणा है और म्यूचुअल फंड में निवेश करने के तरीकों में से एक है। इसे अनुशासित तरीके से एक निश्चित राशि के साथ डेली आधार पर एमएफ में निवेश कहा जा सकता है। यह योजना निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निवेश करने और लंबी अवधि में एक छोटी राशि का निवेश करके लंबी अवधि की संपत्ति बनाने की सुविधा प्रदान करती है। नियमित कैश फ्लो या निश्चित आय वाले निवेशक अपने वित्तीय और धन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए डेली SIP कर सकते हैं। इसके अलावा, SIP नियमित रूप से बचत और निवेश करने की आदत डालने का सबसे अच्छा विकल्प है और इस पहलू में डेली SIP केक पर चेरी हैं।

एक डेली SIP में निवेश क्यों करना चाहिए

सीमित कौशल और ज्ञान, पैसा या समय रखने वाले निवेशकों के लिए, डेली SIP सादगी और अन्य गुण प्रदान कर सकता है। निवेशकों को इसके लिए जाना चाहिए क्योंकि यह परिवर्तनीय बाजारों और अस्थिरता के प्रभाव को कम करता है। साप्ताहिक या मासिक आधार पर नियमित SIP की तुलना में निवेशक अधिक रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। आइए पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें:

जब कोई निवेशक डेली SIP शुरू करता है, तो अक्सर अनुशासन के साथ डेली आधार पर एक निश्चित राशि का निवेश किया जाता है। यह शेयर बाजार के कम होने पर अधिक यूनिट खरीदने की अनुमति देता है क्योंकि म्यूचुअल फंड का एनएवी कम हो जाएगा। इसी तरह, जब बाजार बढ़ता है, तो कम संख्या में इकाइयाँ आवंटित की जाती हैं। इस घटना को रूपी कॉस्ट अवेरजिंग कहा जाता है और डेली SIP इस लाभ को प्राप्त करने के लिए अत्यधिक उपयोगी होगा।

बोझ कम करता है:

हर महीने या निश्चित अंतराल पर एकमुश्त पैसा निकालना कई निवेशकों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है और यही अनुशासनहीनता का प्रमुख कारण है, जिसके परिणामस्वरूप निवेश छोड़ना पड़ता है। डेली SIP में, प्रतिदिन एक छोटी राशि जमा की जाती है जो बदले में हर महीने एक अच्छी राशि के रूप में होती है। तो यह एक बार के बोझ को कम करता है और बेहतर परिणाम देता है।

छोटी शुरुआत करें और धन का निर्माण करें:

जैसा कि ऊपर चर्चा की गई है, डेली आधार पर निवेश राशि केवल 100 रुपये से शुरू होती है, और निवेशक हर दिन इस छोटी राशि को निकाल सकते हैं और लंबी अवधि में अपनी संपत्ति और कोष का निर्माण देख सकते हैं।

एक उदाहरण के माध्यम से डेली SIP की शक्ति

मान लीजिए कोई निवेशक आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल स्मॉल कैप फंड में 10 साल के लिए रोजाना 100 रुपये का निवेश करता है, तो वे 6,23,202 रुपये कमा पाएंगे और अगर वे उसी फंड में रोजाना 200 रुपये के साथ आगे बढ़ते हैं, तो वे 12,46,404 रुपये का कॉर्पस बना सकते हैं।

और इस तरह डेली SIP आपकी निवेश योजना में आपकी काफी मदद कर सकता है और आपकी सेवानिवृत्ति के लिए धन कमा सकता है।

ZFUNDS ऐप के माध्यम से डेली SIP शुरू करने के लिए कदम

  • ZFunds ऐप डाउनलोड करें और अपने क्रेडेंशियल्स के जरिए लॉग इन करें।
  • बैनर/विकल्प पर क्लिक करें 'डेली SIP योजना का परिचय'
  • आप भारत में 3 शीर्ष फंड हाउस, यानी टाटा, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई के शीर्ष 5 फंडों में निवेश कर सकते हैं।
  • आप आईसीआईसीआई में 100 रुपये, टाटा में 150 रुपये और एचडीएफसी में 300 रुपये से शुरू कर सकते हैं और आगे 100 रुपये के गुणकों में निवेश किया जा सकता है।
  • वह फंड चुनें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं और 'कार्ट में जोड़ें' बटन पर क्लिक करें।
  • निवेशकों को क्या जानना चाहिए
  • राशि दर्ज करें और वन-टाइम मैंडेट के बीच चयन करें और अभी भुगतान करें। वन टाइम मैंडेट को सेट होने में 15-20 दिन लग सकते हैं और फिर यह बिना किसी परेशानी के अपने आप शुरू हो जाएगा और अभी भुगतान करें विकल्प आपको पहला निवेश तुरंत करने देगा।
  • एक बार भुगतान हो जाने के बाद, निवेश किया जाएगा। निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि निवेश केवल कार्य दिवसों पर किया जाता है न कि सप्ताहांत और सार्वजनिक छुट्टियों पर।
  • आप अन्य विवरणों के साथ पोर्टफोलियो सेक्शन में निवेश की जांच कर सकते हैं।

ZFUNDS ऐप के माध्यम से निवेश करने के लाभ

हमारे ऐप के माध्यम से निवेश करते समय, निवेशक हर संभव तरीके से विशेषज्ञ सलाह और सहायता प्राप्त कर सकते हैं। हम अपने उपयोगकर्ताओं के लिए 24*7 आपकी सेवा में हैं, ताकि उन्हें धन और वित्तीय योजना बनाने में मदद मिल सके। हमारे विशेषज्ञ आपकी आवश्यकताओं और जोखिम उठाने की क्षमता का विश्लेषण और अध्ययन करने के बाद निवेशकों को यह चुनने के लिए मार्गदर्शन कर सकते हैं कि किस फंड में निवेश करना है। हमारा उद्देश्य पूरे देश में 'सही और आसन' निवेश करना है।

पूछे जाने वाले प्रश्न

डेली SIP क्या हैं?

Daily Systematic Investment Plan (डेली SIP) एक अवधारणा है और म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है। इसे अनुशासित तरीके से एक निश्चित राशि के साथ डेली आधार पर एमएफ में निवेश कहा जा सकता है।

डेली और मासिक SIP में क्या अंतर है?

दोनों के बीच बड़ा अंतर यह है कि डेली SIP डेली आधार पर निवेश करता है जबकि मासिक SIP में हर महीने निवेश किया जाता है।

डेली SIP के क्या लाभ हैं?

निवेशक कम बोझ और लचीलेपन के साथ-साथ छोटे से शुरू करने और लंबे समय में धन का निर्माण करने के लिए डेली SIP द्वारा रुपये की औसत लागत का लाभ उठा सकते हैं।

ZFunds ऐप के माध्यम से डेली SIP में कैसे निवेश करें?

निवेशक ZFunds ऐप को इंस्टॉल और लॉग इन कर सकते हैं और आगे बढ़ने के लिए डेली निवेशकों को क्या जानना चाहिए SIP प्लान बैनर/टैब पर क्लिक कर सकते हैं। विस्तृत विवरण के लिए, हमारा वीडियो यहां देखें।

क्या एक मसीही विश्वासी को शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहिए?

स्टॉक मार्किट या शेयर बाजार में निवेश का विरोध करने वाले लोग कहते हैं कि शेयर खरीदना जुआ के बराबर है। इसके लिए यह तर्क दिया जाता है कि क्योंकि शेयर को इस अपेक्षा से खरीदा जाता है (बिना गारंटी के) कि वे धन के मूल्य में वृद्धि करेंगे, इसलिए यह जुआ का एक रूप है। तथापि, कैसीनो में जुआ खेलने या लॉटरी टिकट खरीदने और शेयर खरीदने के बीच अन्तर पाया जाता है। जुआरी अपने धन को खतरे में डालते हैं, जिसका उन्हें पता होता है कि वे कदाचित् इसे शीघ्र धन पाने की अपेक्षा में खो सकते हैं। समझदार निवेशक समय के बीतने के साथ धन में वृद्धि करने के लिए एक कम्पनी में आंशिक स्वामित्व को खरीदते हैं, जो भविष्य के लिए योजना बनाने का एक अच्छा तरीका हो सकता है।

यह अन्तर वास्तव में एक व्यक्ति की मंशा में निहित है। कुछ तरह के निवेश, जैसे दैनिक-व्यापार इत्यादि, जुआ खेलने जैसा है। कोई भी ऐसी बात जिसमें "भाग्य" की आवश्यकता बुद्धिमानी से भरे हुए निर्णय लेने और दीर्घकालिक योजना से ऊपर की होती है, से बचा जाना चाहिए। अधिकांश दीर्घकालिक निवेश समय के बीतने के साथ एक निश्चित लाभ को लौटाते हैं, जो उन्हें एक कैसीनो अर्थात् जुआघर में अंक दिखाने वाले लुढ़कते हुए पासों की तुलना में जमा धन राशि पत्र या जमा धन राशि प्रमाणपत्र की खरीद से अधिक धनी बनाते हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अपने परिवार के लिए सेवानिवृत्ति, अपने बच्चों के लिए शिक्षा और अपनी सन्तान को विरासत में धन सम्पत्ति दिए जाने के लिए निवेश का उपयोग करते हैं।

बाइबल वैध तरीकों से धन बढ़ने के कुछ उदाहरण प्रस्तुत करती है। इनमें से कुछ निवेश करने के जैसे हैं - बाद में धन पाने के लिए अब धन को खर्च करना। परमेश्वर का प्रयोजन इन बातों से है कि हमें अपने धन का प्रबन्ध कैसे करना चाहिए, जो पवित्रशास्त्र के वचनों में पाए जाते हैं। यहाँ निम्नलिखित कुछ उदाहरण दिए गए हैं।

नीतिवचन 28:20 कहता है, ''सच्‍चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं, परन्तु जो धनी होने में उतावली करता है, वह निर्दोष नहीं ठहरता।'' यह वचन ''धनी-होने-में-उतावली'' करने वाली मानसिकता के विरूद्ध बोलता है। भविष्य के लिए एक दीर्घकालिक योजना के रूप में निवेश को देखते हुए करना अच्छी योजना है, परन्तु रातोंरात भाग्य को चमकाने का प्रयास अच्छी योजना नहीं है।

दूसरा कुरिन्थियों 9:6 कहता है, “यह परन्तु बात यह है : जो थोड़ा बोता है, वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।” सन्दर्भ वास्तव में परमेश्वर के साथ हमारे सम्बन्धों में निवेश करने के बारे में बोल रहा है, परन्तु यह दर्शाता है कि किसी को अक्सर भविष्य में लाभ प्राप्ति करने के लिए अब बलिदान कैसे करना चाहिए।

इसी तरह, नीतिवचन 3:9-10 में कहा गया है, “अपनी अपनी संपत्ति के द्वारा, और अपनी भूमि की सारी पहली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्‍ठा करना; इस प्रकार तेरे खत्ते भरे पूरे रहेंगे, और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमण्डता रहेगा।”

धन के बारे में बाइबल की बहुत सारी शिक्षाएँ प्रभु की अपेक्षा धन पर भरोसा रखने के विरूद्ध एक चेतावनी है (जैसे, 1 तीमुथियुस 6:17-18) या उनकी निन्दा करने के प्रति हैं, जिन पर हम निर्भर होते हैं (जैसे, सभोपदेशक 5:13-14)। जब तक हम अपने धन के साथ परमेश्वर और हमारे परिवारों के प्रति अपने समर्पणों का सम्मान करते हैं, और उदारता और धन्यवाद की भावना बनाए रखते हैं, निवेश करना एक ऐसा विकल्प है, जिसके ऊपर मसीही विश्वासी विचार कर सकते हैं।

Investment Portfolio: अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करें ये तीन चीजें, बाजार के उतार-चढ़ाव में भी होगा मुनाफा

Investment Strategy: भारत ही नहीं, दुनिया भर के शेयर बाजारों में लगभग एक साल से उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. ऐसे में आपकी निवेश नीति क्‍या हो जो लॉन्‍ग टर्म में फायदा दे, आइए विस्‍तार से जानते हैं.

By: ABP Live | Updated at : 14 Nov 2022 12:58 PM (IST)

अस्थिर बाजार में निवेश की रणनीति

इस साल की शुरुआत से ही ग्‍लोबल और भारतीय बाजार (Indian Equity Market) में अस्थिरता देखी जा रही है. महंगाई में होती लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने ब्‍याज दरों में अच्‍छा-खासा इजाफा किया है और इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, अगर आप विदेशी बाजारों से तुलना करेंगे तो पाएंगे भारत की अर्थव्‍यवस्‍था (Indian Economy) तुलनात्‍मक रूप से ज्‍यादा स्थिर है. दूसरे उभरती अर्थव्‍यवस्‍थाओं (Emerging Economies) के मुकाबले भारतीय बाजार का प्रदर्शन एक या पांच साल में बेहतर रहा है. इक्विटी वैल्‍यूएशन की बात करें तो भारत का लॉन्‍ग टर्म एवरेज भी दूसरे बाजारों की तुलना में अच्‍छा रहा है. हालांकि, इन सब के बावजूद रिस्‍क के प्रति सचते रहने की जरूरत है क्‍योंकि मार्केट वैल्‍यूएशन सस्‍ता नहीं है.

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ निमेश शाह कहते हैं कि दुनिया भर के बाजार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और इस लिहाज से अगर दुनिया में कोई समस्या आती है तो भारत में भी शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए सफर इतना आसान भी नहीं हो सकता है. हमारा मानना है कि जब यूएस फेड यह घोषणा करता है कि मुद्रा को सख्ती से साथ निपटा जा चुका है तो यह इक्विटी के लिए एक बड़े असेट क्लास के रूप में उभरने का बड़ा मौका होगा. हमें नहीं पता कि ऐसा कब होगा और तब तक हम उम्मीद करते हैं कि मार्केट में उतार-चढ़ाव बना रहेगा.

शाह ने कहा कि विकसित अर्थव्‍यवस्‍थाओं (Developed Economies) के आर्थिक मंदी या सुस्‍ती (Recession) के दौर से गुजरने के बावजूद भारत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. वास्तव में विश्‍व के विकसित देशों में आने वाली मंदी (developed world recession) भारत की कुछ चुनौतियों को कम कर सकती है. उदाहरण के तौर पर तेल की ऊंची कीमतें, चालू खाता घाटे को लेकर होनी वाली चिंताएं और महगाई के मोर्चे पर हमे फायदा भी हो सकता है. शेयर बाजार में अगर गिरावट भी आती है तो हमें ज्‍यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है. वास्‍तव म भारतीय बाजार संरचनात्‍मक तौर पर मजबूत है.

मौजूदा वैश्विक बाजारों की तुलना में भारतीय बाजार की स्थिति तो हम सब समझते ही हैं, अब बात करते हैं कि ऐसे बाजार परिस्थितियों में एक व्‍यक्तिगत निवेशक को किन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए और अपने निवेश पोर्टफोलियो में क्‍या-क्‍या शामिल करना चाहिए. शाह ने निवेशकों को निम्‍नलिखित सुझाव दिए हैं.

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डेट म्‍यूचुअल फंड में निवेशकों को क्या जानना चाहिए करें निवेश

डेट म्‍यूचुअल फंड्स अबतक लोकप्रिय नहीं हो पाए हैं. हालांकि, निवेश के दौरान हायर यील्ड को देखते हुए, एक एसेट क्लास के तौर पर डेट फिर से आकर्षक लग रहा है. शाह के अनुसार, रिजर्व बैंक की आगामी बैठकों में रेपो दर में बढ़ोतरी होगी क्योंकि उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें ऊंची है और इसने आरबीआई के सामने एक चुनौती खड़ी की है. इसलिए भविष्य में हाई अक्रूअल स्कीम और डायनामिक ड्यूरेशन वाली स्कीम फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं. फ्लोटिंग रेट बांड अर्थात एफआरबी भी भविष्‍य में अच्‍छा प्रदर्शन कर सकते हैं. इनवेस्टर्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डेट म्यूचुअल फंड की पोर्टफोलियो में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

सिस्‍टेमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान का लें सहारा

जब तक अमेरिकी फेडरल रिजर्व महंगाई पर नियंत्रण के लिए सभी उपलब्‍ध विकल्‍पों का सहारा ले रहा है, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहेगा. शाह कहते हैं कि बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों निवेशकों को क्या जानना चाहिए को आदर्श रूप से तीन से पांच साल के समय के साथ सिस्‍टेमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिये इक्विटी म्‍यूचुअल फंडों में निवेश करना चाहिए. योजनाबद्ध, अनुशासित और व्यवस्थित तरीके से विभिन्न फाइनेंशियल गोल्‍स को प्राप्त करने के लिए बूस्टर एसआईपी, बूस्टर एसटीपी, फ्रीडम एसआईपी या फ्रीडम एसडब्ल्यूपी जैसी फीचर्स पर भी विचार किया जा सकता है.

गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ करें पोर्टफोलियो में शामिल

एक डायवर्सिफायड पोर्टफोलिया में निवेश से जुड़ा जोखिम कम हो जाता है. डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो यह सुनिश्चित करता है किकंसेन्‍ट्रेशन रिस्‍क (Concentration Risk) को कम किया जाए. अनिश्चितता को देखते हुए सोना और चांदी निवेश के अच्‍छे विकल्‍प हो सकते हैं. शाह कहते हैं कि ये न सिर्फ महंगाई के खिलाफ, बल्कि रुपये के अवमूल्‍यन (Currency Depreciation) से भी बचाव के रूप में काम करते हैं. निवेश गोल्‍ड और सिल्‍वर में में ईटीएफ (Exchange Traded Funds) के जरिये निवेश करने पर विचार कर सकते हैं. जिनके पास डीमैट खाता नहीं है, उनके लिए गोल्ड या सिल्वर फंड ऑफ फंड्स निवेश का एक विकल्‍प हो सकता है.

Published at : 14 Nov 2022 11:52 AM (IST) Tags: Debt Mutual Funds systematic investment plan Gold ETF investment strategy Volatile Market Nimesh Shah हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के उपाय

शेयर बाजार

शेयर बाजार एक ऐसा स्थान है, जहां से आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं, पर हम आपको बता दें कि यहां अच्छी कमाई के साथ-साथ आपको नुकसान भी सहना पड़ सकता है, ऐसे में सबसे ज्यादा आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि पैसे को कैसे बचाए रखना है. मार्केटिंग में प्रत्येक व्यक्ति पैसे कमाने की बात करते हैं. परंतु कुछ लोग ही ऐसे होते हैं, जो पैसे को नुकसान होने से बचाए रखने की बात करते होंगे, यदि आप स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं, तो आपको इससे पहले यह समझना होगा कि आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए, जिससे आपको नुकसान होने की संभावना कम से कम रहे, साथ ही हम आपको बता दें कि यह एक व्यक्ति के लिए नहीं इसको जानना उन व्यक्तियों के लिए बहुत आवश्यक होता है, जो शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करते हैं.

तो आज हम आपको शेयर बाजार में नुकसान से बचने की उन सभी उपाय को बताएंगे, जिसे फॉलो करके आप शेयर मार्केट से लम्बे समय में कम से कम नुकशान से अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं. तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में विस्तार से:-

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के उपाय

1. अगर आप शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो आप निवेशकों को क्या जानना चाहिए अनलिस्टेड शेयर में इन्वेस्ट भूलकर भी ना करें, क्योंकि इसमें नुकसान होने के अधिक अवसर होते हैं.

2. यदि आप पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो ऐसे शेयर में इन्वेस्ट करें जिसमें ज्यादातर खरीदी बिक्री हो रही हो.

3. निवेशकों को यह ध्यान देना चाहिए, कि वह एक ही कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट ना करें, क्योंकि इससे भी पैसे डूबने के अवसर ज्यादातर होते हैं.

4. निवेशकों को इन्वेस्ट करते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए, कि जिस शेयर में वह इन्वेस्ट कर रहे हैं, उस शेयर के खरीदार आसानी से उपलब्ध हो ताकि निवेशक अपने पैसे निकाल सके.

5. निवेशक को हमेशा इन्वेस्ट करते समय हाई रिस्क- हाई रिटर्न लो रिस्क- लो रिटर्न के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए, जैसे कि कुछ शेयर हाई -रिस्क वाले ख़रीदे तो कुछ लो रिस्क वाले इससे निवेशक को नुकसान होने की संभावना कम होती है.

6. निवेशकों को इन्वेस्ट करने से पहले शेयर बाजार से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी का अभ्यास कर लेना चाहिए, और साथ ही बाजार में निवेशक के अफसरों को पहचान लेना चाहिए.

7. निवेशक को शेयर मार्केट में कभी पैसा सट्टा समझकर नहीं इन्वेस्ट करना चाहिए, निवेशक को हमेशा एक समझदार इन्वेस्टर के रूप में अपने पैसों को इन्वेस्ट करना चाहिए.

8. निवेशक को Intra day ट्रेडिंग से बचना चाहिए और अगर वह इन्वेस्ट कर रहा है, तो उसे हमेशा long term इन्वेस्टमेंट करना चाहिए.

9. निवेशक को अपना पैसा हमेशा ग्रोथ वाली कम्पनियो में इन्वेस्ट करना चाहिए.

10. इन्वेस्टर को कम P /E ratio वाली कंपनियों में अपने पैसों को इन्वेस्ट करना चाहिए.

11. इन्वेस्टर को एक ही बार में सभी शेयर को नहीं खरीदना चाहिए बल्कि उसे Averaging strategy को अपनाना चाहिए जैसे कि अगर आपको 100 शेयर किसी कंपनी के खरीदने है, कुछ शेयर अभी ख़रीदे और उसके प्राइस पर नजर रखे. प्राइस बढ़ने की स्थिति में थोड़ी -थोड़ी खरीद करे. इससे आपके शेयरों का खरीद मूल्य निवेशकों को क्या जानना चाहिए कम होगा, और आपको रिटर्न में अच्छा खासा पैसा मिल सकता है.

12. निवेशक को शेयर मार्केट में कभी भी लोन लेकर निवेश नहीं करना चाहिए.

13. निवेशक को शेयर मार्केट में उतना ही पैसा लगाना चाहिए, जितना तुरंत वापस पाने पर दबाव ना हो.

14. यदि बाजार में गिरावट का रुख हो तो निवेशक को प्रतीक्षा करनी चाहिए, क्योंकि जब गिरावट रुक जाती है. और शेयर में वृद्धि होने लगती है तब निवेशक को बेहतर रिटर्न प्राप्त होता है.

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